×

सिर्फ एक वोटर के लिए पूरे दिन पैदल चलते हैं चुनाव आयोग के अधिकारी

देशभर में चुनाव सुचारू रूप से संपन्न करवाने के लिए चुनाव आयोग को कई मुश्किल हालातों को सामना करना पड़ता है। पहाड़ी राज्य अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिला में एक गांव है जहां सिर्फ एक वोटर है और उसका मतदान करवाने के लिए चुनाव आयोग के अधिकारियों को कड़ी मशक्कत करनी और उन्हें दुर्गम रास्तों पर पूरा एक दिन पैदल चलना पड़ता है।

Dharmendra kumar
Published on: 20 March 2019 9:03 AM GMT
सिर्फ एक वोटर के लिए पूरे दिन पैदल चलते हैं चुनाव आयोग के अधिकारी
X

लखनऊ: भारत के लोकतंत्र की यह सबसे बड़ी खूबी है कि यहां एक-एक वोट कीमती है। देशभर में चुनाव सुचारू रूप से संपन्न करवाने के लिए चुनाव आयोग को कई मुश्किल हालातों को सामना करना पड़ता है। पहाड़ी राज्य अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिला में एक गांव है जहां सिर्फ एक वोटर है और उसका मतदान करवाने के लिए चुनाव आयोग के अधिकारियों को कड़ी मशक्कत करनी और उन्हें दुर्गम रास्तों पर पूरा एक दिन पैदल चलना पड़ता है।

जिसकी हम बात कर रहे हैं उस मतदाता का नाम सोकेला टयांग है। वह अंजॉ जिले के मालोगम गांव में अपने बच्चों और पति के साथ रहती हैं।

यह भी पढ़ें.....मायावती का बड़ा ऐलान, कहा- नहीं लड़ूंगी लोकसभा चुनाव, जब चाहे जीत सकती हूं

यह क्षेत्र हेलिलयांग विधानसभा में आता है। मालोगम गांव में सोकेला के अलावा कुछ और परिवार भी रहते हैं, लेकिन 39 साल की सोकेला के अलावा बाकी सभी मतदाताओं ने खुद को दूसरे पोलिंग स्टेशन्स पर रजिस्टर करवा लिया है।

यह भी पढ़ें.....5 साल में 153 सांसदों की संपत्ति 142 प्रतिशत बढ़ी, टाॅप पर शत्रुघ्न सिन्हा: ADR रिपोर्ट

राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि 2014 के चुनाव में वहां दो वोटर्स थे, लेकिन फिर सोकेला के पति जेनेलम तैयांग ने अपना नाम दूसरे बूथ पर रजिस्टर करवा लिया।

यह भी पढ़ें.....बनारस में भी प्रियंका के सामने लगे मोदी- मोदी के नारे, आपस में भिड़े BJP और कांग्रेसी

अधिकारी ने बताया कि जिस इलाके में सोकेला रहती हैं वहां गाड़ी आदि नहीं जा सकती इसलिए पैदल जाना पड़ता है। इस सफर को पूरा करने में पोलिंग पार्टी को पूरा एक दिन लग जाता है। इतना ही नहीं उन्हें पोलिंग स्टेशन को सुबह 7 से शाम 5 बजे तक खोलकर रखना पड़ता है। किसी को नहीं पता होता कि वह वोट डालने कब आएंगी। अधिकारी कहते हैं कि किसी को उनका वोट जल्दी डालने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story