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International Moon Day 2023: जब रात नहीं बचती तो चंद्रमा चमकीला रहता है, जानिए अंतरराष्ट्रीय चंद्रमा दिवस का इतिहास

International Moon Day 2023: अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस (International Moon Day) वार्षिक रूप से 20 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन चंद्रमा की महत्वपूर्णता और चांद पर मानव समुदाय के आगमन के साथ-साथ उनकी तलाश और खोज को याद करने का अवसर प्रदान करता है।

Vertika Sonakia
Published on: 20 July 2023 1:35 AM GMT
International Moon Day 2023: जब रात नहीं बचती तो चंद्रमा चमकीला रहता है, जानिए अंतरराष्ट्रीय चंद्रमा दिवस का इतिहास
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International Moon Day (Photo:Social Media)

International Moon Day 2023: अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस (International Moon Day) वार्षिक रूप से 20 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन चंद्रमा की महत्वपूर्णता और चांद पर मानव समुदाय के आगमन के साथ-साथ उनकी तलाश और खोज को याद करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन पृथ्वी के चांद संदर्भक परीक्षण मिशनों, उपग्रह यानों, अंतरिक्ष शोधकर्ताओं और अन्य वैज्ञानिकों की प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।

चंद्रमा दिवस की अन्वेषण का इतिहास लम्बा है और इसके पीछे मानव समुदाय की बहुत सारी कोशिशें हुई हैं। इस दिन को मनाकर, हम चांद के प्राकृतिक संसाधनों, उपयोगिताओं, मानवीय आबादी के गठन के बारे में जागरूकता बढ़ा सकते हैं और अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक सहयोग को भी बढ़ा सकते हैं।

चंद्रमा दिवस के दिन प्रतिष्ठित संगठन, विश्वविद्यालयों, अन्तरिक्ष एजेंसियों और अन्य संगठन द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में चांद संदर्भक की महत्वपूर्णता, चांद परियोजनाओं के परिणाम और अन्य अंतरिक्ष मिशनों के विषय में विशेष व्याख्यान और छवि प्रदर्शनी शामिल होती हैं।

अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस का इतिहास

अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस दिवस (International Moon Day) की शुरुआत 1971 में हुई। यह दिन वैज्ञानिकों, अंतरिक्ष प्रेमियों, शिक्षकों, छात्रों और अन्य लोगों द्वारा चांद पर और उसके अन्वेषण को समर्पित है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को चांद संदर्भक के गौरव और महत्व के बारे में जागरूक करना है।

अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस का आयोजन अन्तरराष्ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान समिति (International Astronautical Federation) द्वारा किया जाता है। इसके माध्यम से वैज्ञानिक समुदाय चांद परियोजनाओं, अंतरिक्ष मिशनों और अन्वेषण के बारे में ज्ञान और जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है।

चंद्रमा दिवस की अन्वेषण की प्रारंभिक चर्चा विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशनों और उपग्रहों के साथ जुड़ी थी। यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका (USA) द्वारा आयोजित "अपोलो" मिशन के दौरान चांद पर पहला मानवीय चरण जुलाई 1969 में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस के माध्यम से, विश्वभर के लोग चांद परियोजनाओं, उपग्रह मिशनों, वैज्ञानिक अनुसंधानों और अंतरिक्ष की खोज में हुई प्रगति के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं। इस दिन प्रदर्शनियों, कार्यक्रमों, सेमिनारों और गतिविधियों का आयोजन होता है जिसमें लोग चांद संदर्भक के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस का महत्त्व

यह दिन चंद्रमा की पहली मानवीय उड़ान को याद करने और चंद्रमा और अंतरिक्ष अनुसंधान के महत्व को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस का महत्व प्रमुख रूप से दो पहलुओं पर आधारित होता है। पहली बात, चंद्रमा पर मानवीय उड़ान के इतिहास को याद करना और दूसरी बात, चंद्रमा और अंतरिक्ष अनुसंधान के महत्व को जागृत करना।
चंद्रमा पर अपनी पहली मानवीय मिशन, अपोलो- 11, ने 1969 में चंद्रमा के सतह पर उड़ान भरी। इस मिशन में चंद्रमा पर नील आर्मस्ट्रांग और बज़ एलड्रिन ने पैर रखा और इतिहास रचा। चंद्रमा पर पूरी दुनिया ने इस महत्वपूर्ण घटना को देखा और इसे एक मानवीय उपलब्धि के रूप में स्वीकारा।

इस दिन का महत्व दूसरी ओर चंद्रमा और अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए जागृति बढ़ाने में है। चंद्रमा और अंतरिक्ष का अनुसंधान वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति का मुख्य स्रोत बन गया है। यह वैज्ञानिकों को नई ज्ञान का आविष्कार करने, मानव जीवन को सुधारने और तकनीकी उन्नति के लिए अद्यतन और नए उपकरण विकसित करने की संभावनाओं को खोजने का मौका देता है।
अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस का उद्देश्य

अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस का उद्देश्य विश्वभर में चंद्रमा, अंतरिक्ष और अंतरिक्ष अनुसंधान के महत्व को जागृत करना है। यह दिन मानव उड़ान की पहली मार्गदर्शक घटना को याद करने का भी माध्यम है। अंतर्राष्ट्रीय चांद दिवस का उद्देश्य विश्वभर में चंद्रमा के महत्व को जागृत करना है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य मानव ज्ञान और विज्ञान की दृष्टि से चंद्रमा का अध्ययन करना और चंद्रमा पर मानवीय निर्माण की संभावनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना है। इसके साथ ही, इस दिन का आयोजन चंद्रमा संबंधित शिक्षा, अनुसंधान और विज्ञान को प्रोत्साहित करने का भी है। यह दिन छात्रों और वैज्ञानिकों को चंद्रमा से जुड़ी जानकारी और तकनीकी प्रगति के बारे में जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण मंच भी प्रदान करता है। अंतर्राष्ट्रीय चांद दिवस द्वारा, हम सभी को चंद्रमा के प्रति रुचि पैदा करने और इसकी खोज और अन्वेषण को बढ़ावा देने का अवसर मिलता है।

अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस से जुड़े कुछ तथ्य

1) अंतर्राष्ट्रीय चांद दिवस से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं:

2) अंतर्राष्ट्रीय चांद दिवस को हर साल 20 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन वैज्ञानिक, शिक्षाग्रामी और सामाजिक संस्थानों द्वारा चंद्रमा के महत्व पर ध्यान केंद्रित करने के लिए समर्पित होता है।

3) चांद दिवस के माध्यम से, मानवता को चंद्रमा के अध्ययन, अन्वेषण, और चंद्रमा पर मानवीय निर्माण की संभावनाओं के बारे में ज्ञान प्राप्त करने का मौका मिलता है।

4) चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है और हमारी पृथ्वी का सबसे नजदीकी पड़ाव है।

5) चांद धरातल पर सबसे अधिक दूरी पर स्थित आदर्श निकटतम प्राकृतिक उपग्रह है, जिसका औसत दूरी 384,400 किलोमीटर है।

6) चंद्रमा धरातल से सबसे बड़ा संग्रहण ग्रविटेशनल प्रभाव है और यह समुद्री प्रवाहों की एक प्रमुख कारण है।

7) 1969 में, अपोलो 11 मिशन के तहत, नील आर्मस्ट्रांग और बज़ ओल्डरिन पहले मानव बने जो चंद्रमा पर पैदल चले थे। यह इतिहास की पहली चंद्रयान मिशन थी।

8) चंद्रमा पर बहुत सूक्ष्म चिह्न बनाने के लिए उपयोग होने वाले प्रक्षेपण यान चंद्रयान के माध्यम से चंद्रमा का अध्ययन किया गया है। विभिन्न देशों द्वारा चंद्रयान मिशन आयोजित किए गए हैं, जिनमें चांदी के ग्रहण, नक्शी कार्य, गुफाओं की खोज और जलस्तर की जांच शामिल है।

9) चंद्रमा पर इंसानी बास बनाने की योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके माध्यम से, भविष्य में चंद्रमा पर मानव आवास के संभावनाएं पूर्ण हो सकती हैं, जो मानवीय निर्माण और ग्रह पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

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