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सावधान सभी लोग: 30 फीसदी ज्यादा डेडली, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन

ब्रिटेन के चीफ मेडिकल ऑफिसर क्रिस व्हित्टी और चीफ साइंटिफिक एडवाइजर सर पैट्रिक वैलेंस ने कहा है कि उनको इस बात की चिंता है कि वर्तमान वैक्सीनें साउथ अफ्रीका और ब्राज़ील में सामने आ रहे कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ काम नहीं कर पाएंगी।

Chitra Singh
Published on: 23 Jan 2021 9:23 AM GMT
सावधान सभी लोग: 30 फीसदी ज्यादा डेडली, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन
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सावधान सभी लोग: 30 फीसदी ज्यादा डेडली, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन

नीलमणि लाल

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन एक बड़ी मुसीबत बन रहा है। ब्रिटेन में कहर बरपा रहा ये स्ट्रेन न सिर्फ ज्यादा संक्रामक बल्कि 30 फीसदी ज्यादा घातक है। अब ये आशंका बन रही है कि कोरोना की वैक्सीनें क्या इस स्ट्रेन को काबू में कर पाएंगी।

नए स्ट्रेन के खिलाफ काम नहीं करेंगी वैक्सीनें

ब्रिटिश वैज्ञानिकों और ऑस्ट्रेलिया के स्वास्थ्य अधिकारियों ने ‘बी.1.1.7.’ नाक से चिन्हित किये गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर गंभीर चिंता जताई है। ब्रिटेन के चीफ मेडिकल ऑफिसर क्रिस व्हित्टी और चीफ साइंटिफिक एडवाइजर सर पैट्रिक वैलेंस ने कहा है कि उनको इस बात की चिंता है कि वर्तमान वैक्सीनें साउथ अफ्रीका और ब्राज़ील में सामने आ रहे कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ काम नहीं कर पाएंगी।

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नए स्ट्रेन से बड़ा ख़तरा

ऑस्ट्रेलिया के चीफ मेडिकल ऑफिसर माइकल किड ने भी स्वीकार किया है कि नए स्ट्रेन से बड़ा ख़तरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया सरकार स्थिति पर निगाह रखे है। ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग, त्वरित कांटेक्ट ट्रेसिंग और अनिवार्य क्वारंटाइन जैसे काम पूरी शिद्दत से लागू हैं। उन्होंने कहा कि विदेश में नए स्ट्रेन सामने आने से अब ऑस्ट्रेलिया में सभी कोरोना पॉजिटिव मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है। इस उपाय से हम स्थिति को नियंत्रण में बनाये रख सकेंगे। ऑस्ट्रेलिया के कैबिनेट ने विदेश से आने वालों की संख्या को सीमित कर दिया है ताकि हर आने वाले पर निगाह रखी जा सके।

New strain of corona virus

बेहद संक्रामक स्ट्रेन

ब्रिटेन में मिला कोरोना का नया स्ट्रेन पहले वाले से 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। माना जा रहा है कि यही वजह है कि यूनाइटेड किंगडम में कोरोना मामलों की दूसरी लहर पहले वाली से ज्यादा घातक है। ब्रिटेन के डॉ वैलांस ने कहा है कि नए स्ट्रेन से संक्रमित हुए 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के प्रति एक हजार लोगों में 13-14 लोगों के मरने की आशंका है। चिंता इस बात की है कि संक्रमण फैलने के साथ साथ मृत्यु दर भी बहुत बढ़ रही है।

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नया स्ट्रेन पहले वाले से 1.35 गुना ज्यादा घातक

लन्दन स्कूल ऑफ़ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन ने बताया है कि नया स्ट्रेन पहले वाले से 1.35 गुना ज्यादा घातक हो सकता है। लन्दन के इम्पीरियल कॉलेज के वैज्ञानिक ये आंकड़ा 1.29 से 1.36 तक रखते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ़ एक्सेटर ने नए स्ट्रेन का जोखिम 1.91 गुना ज्यादा बताया है। अभी तक नए स्ट्रेन को सिर्फ ज्यादा संक्रामक माना जा रहा था लेकिन अब इसे ज्यादा मौतों से जोड़ कर देखा जा रहा है।

यूके की सीमा हो सकती है बंद

साउथ अफ्रीका और ब्राज़ील में कोरोना के और नए स्ट्रेन मिलने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने देश की सीमा पर व्यापक बंदिशें और कण्ट्रोल लगाने के आदेश दिए हैं। वैज्ञानिकों की अब चिंता है कि शायद कोरोना की वैक्सीनें साउथ अफ्रीका और ब्राज़ील वाले स्ट्रेन पर काम नहीं करेंगी। साउथ अफ्रीका वाले स्ट्रेन से संक्रमित करीब 71 केस यूके में मिल चुके हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए स्ट्रेन के संक्रमण पूरी दुनिया में मिलेंगे और इससे निपटने का काम बहुत गंभीरता से किया जाना चाहिए।

new strain

कंपनियों को भरोसा

फाइजर और आस्ट्रा ज़ेनेका ने कहा है कि उसकी वैक्सीनों में थोड़ा फेर बदल करके उनको नए स्ट्रेन के लिए प्रभावी बनाया जा सकेगा। लेकिन ब्रिटेन के स्वस्थ्य मंत्री मैट हानकॉक ने कहा है कि साउथ अफ्रीकी स्ट्रेन वैक्सीन के असर को 50 फीसदी कम कर सकता है। उन्होंने ये बात किसी बातचीत में कही थी जिसका विडियो लीक हो गया है।

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Chitra Singh

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