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UP Lok Sabha Election: पीएम मोदी के नामांकन को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी, सुनील बंसल ने संभाला मोर्चा
UP Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव पर देश-दुनिया की निगाहें लगी हुई हैं। इसलिए भाजपा की ओर से पीएम मोदी के नामांकन को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी है।
UP Lok Sabha Election 2024: पिछले दो चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार हैट्रिक लगाने के लिए वाराणसी लोकसभा सीट पर नामांकन दाखिल करने वाले हैं। वाराणसी संसदीय सीट पर सातवें चरण में एक जून को मतदान होने वाला है। सातवें चरण का नामांकन 7 मई से शुरू होने वाला है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव पर देश-दुनिया की निगाहें लगी हुई हैं। इसलिए भाजपा की ओर से पीएम मोदी के नामांकन को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी है। इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने मोर्चा संभाल लिया है। जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी बड़े रोड शो के बाद 13 या 14 मई को वाराणसी संसदीय सीट से नामांकन दाखिल कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के नामांकन के मौके पर वाराणसी में एनडीए और भाजपा के नेताओं का बड़ा जमावड़ा लगने की उम्मीद है।
नामांकन को अभूतपूर्व और ऐतिहासिक बनाने के निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन को ऐतिहासिक बनाने के लिए बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है। राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने सोमवार को महमूरगंज में तुलसी उद्यान स्थित वाराणसी लोकसभा के लिए भाजपा के केंद्रीय चुनाव कार्यालय में एक बड़ी बैठक की। इस बैठक में वाराणसी संसदीय सीट से जुड़े भाजपा के सभी प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया।
बैठक के दौरान सुनील बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नामांकन अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक होना चाहिए और इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नामांकन के कार्यक्रम में काशी के लोगों की बड़ी संख्या में भागीदारी होगी।
उन्होंने कहा कि नामांकन को ऐतिहासिक बनाने के लिए पार्टी के सभी नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं को भी मेहनत करनी होगी और इसके लिए लोगों से संपर्क साधना होगा। पीएम मोदी के नामांकन और चुनाव प्रचार के लिए वाराणसी के जनप्रतिनिधियों के साथ ही विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों और मंडलों में पार्टी नेताओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
नामांकन में लगेगा नेताओं का जमावड़ा
सातवें चरण का नामांकन 7 मई से शुरू होकर 14 मई तक चलेगा। 12 मई को रविवार होने के कारण नामांकन का कार्य नहीं होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 या 14 मई को वाराणसी संसदीय सीट से अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक कार्यक्रम का इंतजार किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के दौरान एनडीए में शामिल दलों के सभी बड़े नेताओं का वाराणसी में बड़ा जमावड़ा लगने की उम्मीद है। इसके साथ ही भाजपा के सभी शीर्ष नेता और भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी नामांकन के दौरान वाराणसी पहुंच सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले नामांकन के दौरान भी एनडीए और भाजपा के सभी शीर्ष नेताओं के साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री वाराणसी पहुंचे थे। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन में भाजपा इस बार भी बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में जुट गई है।
सुनील बंसल ने दिया भाजपा नेताओं को टास्क
भाजपा नेताओं की बैठक के दौरान सुनील बंसल ने कहा कि 8 मई तक हमें कई महत्वपूर्ण काम पूरे करने हैं। उन्होंने 85 वर्षों से अधिक उम्र के मतदाताओं का फॉर्म 12 डी भरवाने और दिव्यांग मतदाताओं की सूची तैयार करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक बूथ पर वोटर ग्रेडिंग करने और हर बूथ की समरी बनाने पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि 70 साल से अधिक उम्र के लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए उनकी सूची बनाएं और लाभार्थी संपर्क अभियान को गति देते हुए इसे जल्द से जल्द पूरा करें।
पीएम के खिलाफ तीसरी बार लड़ेंगे अजय राय
दरअसल वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्थिति पहले ही मजबूत मानी जा रही है मगर भाजपा इस बार रिकार्ड मतों से पीएम मोदी की जीत सुनिश्चित करने की कोशिश में जुटी हुई है। सपा-कांग्रेस गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है और कांग्रेस ने इस बार अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को चुनाव मैदान में उतारा है। अजय राय तीसरी बार पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पिछले दो चुनावों के दौरान उन्हें पीएम मोदी के सामने बड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
इस बार हैट्रिक लगाने उतरेंगे पीएम मोदी
वैसे वाराणसी संसदीय सीट पर भाजपा को चुनौती देना विपक्ष के लिए काफी मुश्किल माना जा रहा है। वाराणसी संसदीय क्षेत्र 1991 से ही भाजपा का गढ़ रहा है। इस संसदीय सीट पर 1991 के बाद सिर्फ 2004 में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था जब कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा को जीत हासिल हुई थी।
राजेश मिश्रा अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने इस संसदीय सीट पर बड़ी जीत हासिल की थी। अब वे हैट्रिक लगाने के लिए इस बार फिर वाराणसी संसदीय सीट पर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं।
बसपा ने नियाज अली को चुनाव मैदान में उतारा
कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के अलावा बसपा ने भी वाराणसी संसदीय सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। बसपा ने पहले इस सीट पर अतहर जमाल लारी को अपना प्रत्याशी घोषित किया था मगर बाद में बसपा ने उनका टिकट काटते हुए सैयद नियाज अली उर्फ मंजू को अपना प्रत्याशी बनाया है।
वाराणसी संसदीय सीट को बीजेपी कितना महत्व दे रही है,यह इसी तथ्य से उजागर होता है कि हाल में पीएम मोदी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद वाराणसी पहुंचे थे। केंद्रीय कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद अमित शाह ने भाजपा की कोर टीम को जीत के गुरु मंत्र भी दिए थे। पीएम मोदी के नामांकन के बाद वाराणसी में चुनाव अभियान और तेज होने की उम्मीद जताई जा रही है।