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कविता : वर्ष नव, हर्ष नव, जीवन उत्कर्ष नव, नव उमंग, नव तरंग...

raghvendra
Published on: 29 Dec 2017 12:45 PM GMT
कविता : वर्ष नव, हर्ष नव, जीवन उत्कर्ष नव, नव उमंग, नव तरंग...
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हरिवंशराय बच्चन

वर्ष नव,

हर्ष नव,

जीवन उत्कर्ष नव।

नव उमंग,

नव तरंग,

जीवन का नव प्रसंग।

नवल चाह,

नवल राह,

जीवन का नव प्रवाह।

गीत नवल,

प्रीत नवल,

जीवन की रीति नवल,

जीवन की नीति नवल,

जीवन की जीत नवल!

raghvendra

raghvendra

राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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