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Pinjra Prem Aur Pratirodh: निवेदिता सिंह के काव्य संग्रह 'पिंजरा, प्रेम और प्रतिरोध' का विमोचन

Pinjra Prem Aur Pratirodh: स्वतंत्र लेखिका निवेदिता सिंह (Nivedita Singh) के पहले काव्य संग्रह 'पिंजरा, प्रेम और प्रतिरोध' (Pinjra Prem Aur Pratirodh) का विमोचन शुक्रवार को लखनऊ में किया गया।

Vijay Kumar Tiwari
Written By Vijay Kumar TiwariPublished By Vidushi Mishra
Published on: 17 July 2021 3:49 AM GMT (Updated on: 17 July 2021 4:23 AM GMT)
Pinjra Prem Aur Pratirodh: निवेदिता सिंह के काव्य संग्रह पिंजरा, प्रेम और प्रतिरोध का विमोचन
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Pinjra Prem Aur Pratirodh: स्वतंत्र लेखिका निवेदिता सिंह (Nivedita Singh) के पहले काव्य संग्रह 'पिंजरा, प्रेम और प्रतिरोध' (Pinjra Prem Aur Pratirodh) का विमोचन शुक्रवार को लखनऊ में किया गया। स्त्री विमर्श पर लिखने वाली लेखिका की इस पुस्तक का विमोचन मारुतिपुरम स्थित एक कैफे में किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान कई वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ और उसके पश्चात पौधे देकर सारे गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता चंद्रशेखर वर्मा ने काव्य संग्रह की बारीकियों पर चर्चा करते हुए उसकी मुक्त कंठ से सराहना की और कहा कि कवियत्री ने जिस तरह से उपमाओं का उपयोग किया है, वह अतुलनीय है।


स्त्री के संघर्ष का चित्रण

मुख्य वक्ता चंद्रशेखर वर्मा ने काव्य संग्रह के बारे में कहा कि इस लेखन में स्त्री द्वारा जिस तरह से पति, बच्चों और परिवार की जिम्मेदारियों से निकलकर अपने आप को साबित करने की जद्दोजहद दिखाई देती है, वह काबिलेतारीफ है। इस काव्य संग्रह में और भी कई खूबियां नजर आती हैं। इस काव्य संग्रह में स्त्री के संघर्ष को विशेष रूप से उल्लेख किया गया है।


इस मौके पर मौजूद विशिष्ट अतिथि इस्माइल मैन सर्वेश अस्थाना ने कहा कि निवेदिता सामाजिक परंपराओं से जुड़ी हैं और उसमें परिवर्तन लाने के अपने और भी प्रयास कर रही हैं। उनकी कविताओं में सुंदर तरीके से स्त्री के अंतर्मन को चित्रित किया गया है।

इनसे भी मिली सराहना

इस मौके पर दैनिक जागरण के राज्य सम्पादक आशुतोष शुक्ला, NBT के सम्पादक सुधीर मिश्र, आई नेक्स्ट के रीजनल संपादक धर्मेंद्र सिंह, पूर्व सूचना आयुक्त राजकेश्वर सिंह, लखनऊ विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष मुकुल श्रीवास्तव, प्रख्यात साहित्यकार अखिलेश, कवियित्री संध्या, नेशनल डिग्री कॉलेज के प्रवक्ता नेहा श्रीवास्तव, गजलकार हरी फैजाबादी, पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स के को चेयरमैन मुकेश बहादुर सिंह के साथ-साथ अन्य हस्तियों ने भी काव्य संग्रह के बारे में अपने अपने विचार रखे और सभी ने काव्य संग्रह की जमकर सराहना की।

Vidushi Mishra

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