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Kolkata Rape Case: महिला चिकित्सक बोली- अगर अपनी नौकरी में ही नहीं सुरक्षित तो हमारे इतना पढ़ने का क्या फायदा
Kolkata Rape Case: डॉक्टर्स के खिलाफ होने वाली हिंसा और अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर बड़ी संख्या में राजधानी के चिकित्सक एकजुट हो गए हैं।
Kolkata Rape Case: कोलकाता में हुए जघन्यतम रेप काण्ड और उसके बाद आरजी मेडिकल कॉलेज में उपद्रव के बाद अब चिकित्सकों का गुस्सा फूट पड़ा है। इसे लेकर देश भर में हर जगह पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन चल रहा है। राजधानी लखनऊ में भी राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान, केजीएमयू, एसजीपीजीआई समेत अन्य संस्थानों के चिकित्सक हड़ताल पर हैं। शुक्रवार को राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही डॉ. अंशुमालिनी ने कहा कि हम लोग इतनी पढ़ाई करते हैं मेहनत करते हैं उसके बाद अस्पतालों में सेवाएं देते हैं। अगर इसके बावजूद हम लोग अपनी नौकरी में ही सुरक्षित नहीं हैं तो इतना पढ़ने का क्या फायदा। हमारे परिजन यह सोचकर पढ़ने और नौकरी करने भेजते हैं की उनके बच्चे सुरक्षित रहेंगे लेकिन अगर हम लोग ही सुरक्षित नहीं हैं तो फिर क्या फायदा हमारी मेहनत का और हमारे घर वालों के इतना पैसा खर्च करने का। आगे उन्होंने कहा कि परिजन सोचते हैं कि उनके बच्चे अस्पतालों में और संस्थानों में सुरक्षित रहेंगे लेकिन अगर हम लोग सुरक्षित नहीं हैं तो हमारे घरों के लोग भी हर वक्त चिंता में ही रहते हैं। शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के डॉ. भानू, डॉ. नेहा, डॉ. प्रवीन, डॉ सेजल समेत बड़ी संख्या में एसआर, जेआर और यूजी इंटर्न्स प्रदर्शन में शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में कार्रवाई की मांग उठाई है।
एकजुट हुए चिकित्सक, 1090 पर होगा बड़ा प्रदर्शन
डॉक्टर्स के खिलाफ होने वाली हिंसा और अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर बड़ी संख्या में राजधानी के चिकित्सक एकजुट हो गए हैं। शुक्रवार को लखनऊ के एसजीपीजीआई, केजीएमयू, लोहिया अस्पताल, कल्याण सिंह कैंसर इंस्टिट्यूट के चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर गोमती नगर स्थित 1090 चौराहे पर एकत्रित होंगे। इनमें सीनियर रेजिडेंट, जूनियर रेजिडेंट समेत बड़ी संख्या में चिकित्सा संस्थानों के छात्र भी शामिल रहेंगे। लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. भानु ने बताया कि शाम को कैंडल मार्च निकालकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा और अपनी मांगों को जिम्मेदारों के सामने उठाया जाएगा।
ये हैं चिकित्सकों की मांगें
- 48 घंटों के अंदर अस्पताल में उपद्रव मचाने वालों की गिरफ्तारी की जाए।
- चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए पार्लियामेंट में ऑर्डिनेन्स लाकर सेंट्रल हेल्थ केयर प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए।
- पश्चिम बंगाल में हुई घटना के आरोपियों की जवाबदेही तय की जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो।