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Lucknow News: ट्रामा सेंटर के डॉक्टर बने भगवान बचा ली जान, गंभीर हालत में KGMU पहुंचा मरीज...बचना था मुश्किल

Lucknow KGMU News: KGMU पहुंचा मरीज गंभीर हालत में था, उसका इलाज डॉक्टरों के लिए एक चुनौती की तरह था, जिसमें मरीज को जान का भी खतरा था लेकिन डॉक्टरों की टीम ने सतर्कता के साथ इलाज करते हुए मरीज की जान बचाई और मंगलवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया।

Hemendra Tripathi
Published on: 18 Feb 2025 5:28 PM IST
Lucknow Trauma Center News
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Lucknow Trauma Center News (Photo Social Media)

Lucknow News: गंभीर मरीजों के इलाज को लेकर लखनऊ का मेडिकल कॉलेज यानी KGMU लगातार नई नई सफलताएं हासिल करता हुआ नजर आ रहा है। इन्हीं सबके बीच मंगलवार को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में स्थित TVU के डॉक्टरों ने एक बार फिर गंभीर रूप से बीमार मरीज की जान बचाकर बड़ी सफलता हांसिल की है। बताया जाता है कि KGMU पहुंचा मरीज गंभीर हालत में था, उसका इलाज डॉक्टरों के लिए एक चुनौती की तरह था, जिसमें मरीज को जान का भी खतरा था लेकिन डॉक्टरों की टीम ने सतर्कता के साथ इलाज करते हुए मरीज की जान बचाई और मंगलवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया।

हृदय की मांसपेशियां छोटी होने की वजह से हार्ट का एक चैंबर हो गया था छोटा

TVU के प्रभारी डॉ ज़िया अरशद ने इसपर जानकारी देते हुए बताया कि 62 वर्षीय श्याम सुंदर जब KGMU में इलाज के लिए आये थे, तब उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कतें हो रही थीं। उनकी अन्य गंभीर बीमारियों के साथ साथ बैठे बैठे सो जाना, रुक रुक कर सांस आना जैसी समस्याएं थीं। जांच करने पर पता चला कि उनके हृदय की मांशपेशियां काफी मोटी हो गई हैं, जिसकी वजह से मरीज के हार्ट का एक चैंबर छोटा हो गया था। इतना ही नहीं, इन्हीं गंभीर बीमारियों की वजह से मरीज का वजन 130 किलो से अधिक का हो गया था। उन्होंने बताया कि मरीज को शॉक भी लग रहा था और बीपी बढ़ाने वाली दवाओं का हाई डोज लेने के बावजूद मरीज का ब्लड प्रेशर कंट्रोल में नहीं आ रहा था।

6 दिनों तक वेंटिलेटर पर रखकर चला दिल का इलाज

डॉक्टरों के अनुसार, मरीज को सबसे पहले केजीएमयू के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया और फिर उसे इमरजेंसी में ट्रांसफर कर दिया गया, जहां मरीज को अधिक ऑक्सीजन के लेवल के कारण इंट्यूबेट किया गया और वेंटिलेटर पर रखा गया। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए बाद में उसे TVU ले जाया गया, जहां वह छह दिनों तक वेंटिलेटर पर रहा और इसी बीच मरीज के हृदय से जुड़ी बीमारी का इलाज चलता रहा।

3 दिनों तक NIV और 2 दिनों तक HFNC में रहा मरीज

TVU के प्रभारी डॉ ज़िया अरशद ने बताया कि वेंटिलेटर पर चल रहे मरीज के इलाज के बाद उसे तीन दिनों के लिए NIV और दो दिनों के लिए HFNC के साथ एक्सट्यूबेट किया गया और सपोर्ट दिया गया, जिससे ऑक्सीजन की जरूरत में लगातार कमी देखी गई। लिहाजा, मरीज की हालत में धीरे-धीरे सुधार दिखना शुरू हुआ, जिसके बाद उसे मंगकवार को पूर्ण रूप से डिस्चार्ज कर दिया गया।



Ramkrishna Vajpei

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