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UP Election 2022: RLD के यूपी चीफ ने अपने पद से दिया इस्तीफा, हार के लिए अखिलेश- जयंत को ठहराया जिम्मेदार

UP election 2022: उत्तर प्रदेश रालोद के अध्यक्ष मसूद अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने इस्तीफे अखिलेश यादव और जयंत चौधरी को जमकर सुनाया भी है।

Krishna Chaudhary
Published on: 19 March 2022 1:07 PM GMT
UP RLD Chief Resigned: UP Chief of RLD resigns from his post, blames Akhilesh-Jayant for the defeat
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उत्तर प्रदेश रालोद के अध्यक्ष मसूद अहमद: Photo - Social Media

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में एक तरफ जहां बीजेपी (BJP) दोबारा प्रचंड जीत मिलने के बाद से जश्न में डूबी हुई है। वहीं विपक्षी खेमे में सन्नाटा पसरा हुआ है। हालिया विधानसभा चुनाव (Assembly elections) को लेकर काफी उम्मीदें लगा बैठे सपा (Samajwadi Party) और रालोद (RLD) को एकबार फिर हार का मुंह देखना पड़ा। ऐसे में अब इन पार्टियों के अंदर से ही विरोधी स्वर मुखर होने लगे हैं। उत्तर प्रदेश रालोद के अध्यक्ष मसूद अहमद (UP RLD President Masood Ahmed) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने इस्तीफे अखिलेश यादव औऱ जयंत चौधरी को जमकर सुनाया भी है। दोनों नेता को यूपी में गठबंधन की हार का जिम्मेदार ठहराया है।

निशाने पर सुप्रीमो

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन (peasant movement) के जरिए जाटों के गुस्से को बीजेपी के खिलाफ भूनाने की रणनीति बनाने वाले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इसके लिए जाट नेता औऱ रालोद प्रमुख जयंत चौधरी (RLD chief Jayant Choudhary) से गठबंधन कर लिया। लेकिन जब नतीजे आए तो इसने अखिलेश की उस रणनीति की हवा निकाल दी। एकबार फिर अखिलेश गठबंधन की राजनीति में मात गए। रालोद के यूपी अध्यक्ष मसूद अहमद ने भी अपने पद से इस्तीफा देते हुए इन दोनों नेताओं के नाम एक खुली चिट्ठी लिखी। जिसमे हार की वजहों को गिनाया गया।

मसूद अहमद ने गठबंधन की चुनाव में हार को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। सबसे पहला आरोप उन्होंने चुनाव से पहले टिकट बेचने का लगाया। दूसरा आरोप है कि समय रहते गठबंधन ने सीटों का ऐलान नहीं किया। और तीसरा आरोप है कि सपा ने रालोद, महान दल और आजाद समाज पार्टी का अपमान किया। मसूद यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि जब – जब दलित औऱ मुस्लिम समाज से जुड़ा कोई मुद्दा उठा अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने चुप्पी साध ली। जिसका खामियाजा चुनाव में उठाना पड़ा।

अखिलेश यादव और जयंत चौधरी: Photo - Social Media

रालोद के पूर्व अध्यक्ष ने सपा प्रमुख को नसीहत देते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान केवल बाहर निकलने से नहीं होगा। उन्हें जनता के बीच हमेशा रहना होगा, ये बात उन्हें अपने पिता सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से सीखनी होगी, उनकी असल कुंजी उनकी जनता थी जिसके बीच वो रहा करते थे।

इमरान मसूद का किया गया अपमान

रालोद नेता ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने इमरान मसूद को अपमानित किया। इसलिए मुस्लिम समाज में उनकी छवि धूमिल हो गई। कब तक मुस्लिम समाज उन्हें मजबूरी में वोट देता रहेगा, उन्हें अब इनके बीच जाना होगा। दरअसल मसूद अहमद उसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं जो (AIMIM) एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन औवैसी अपने भाषणों में किया करते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उनका अगला ठिकाना एआईएमआईएम हो सकता है। यूपी चुनाव में एआईएमआईएम को भले सीटें न मिली हों लेकिन उसने मुस्लिम बहुल सीटों पर सपा का गेम जरूर खराब किया है।

बता दें कि यूपी में बीजेपी गठबंधन ने 273 सीटें जीतकर एक नया इतिहास रचा है। यूपी में बीते 37 सालों बाद ऐसी कोई पार्टी हुई जिसने लागातर दूसरी बार सत्ता में कमबैक किया हो। सपा गठबंधन ने पिछले बार से जरूर काफी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन पार्टी जीत के आंकड़े तक नहीं पहुंच सकी। अन्य पार्टियां ईकाई के आंकड़ में ही सिमट कर रह गई।

Shashi kant gautam

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