कुंडली में हैं ये योग तो बनेंगे करोड़पति-अरबपति, जानिए कैसे..
ज्योतिष के माध्यम से हम भविष्य से जुड़ी बातें जानते हैं। कुंडली में बारह भाव होते हैं और इन भावों में स्थित सभी नौ ग्रह के अलग योग बनते हैं। ग्रहों की स्थिति और अन्य ग्रहों के साथ के आधार पर ही व्यक्ति के सुख-दुख और धन संबंधी मामलों पर विचार किया जाता है। जानते हैं कुंडली के 7 ऐसे खास योग, जो धन संबंधी बातें से जुड़े हुए हैं…
जयपुर: ज्योतिष के माध्यम से हम भविष्य से जुड़ी बातें जानते हैं। कुंडली में बारह भाव होते हैं और इन भावों में स्थित सभी नौ ग्रह के अलग योग बनते हैं। किसी किसी को कम मेहनत में ही काफी कुछ मिल जाता है जो वह चाहता है और कई लोगों को पूरी जिंदगी मेहनत करने के बाद भी कुछ हाथ नहीं लगता। दरअसल यह सब किस्मत का खेल है। व्यक्ति के भाग्य में जो होता है वही उसे मिलता है और इसके लिए जिम्मेदार है उसकी जन्मकुंडली में मौजूद विशेष ग्रह योग। करोड़पति बनना कौन नहीं चाहता, आप स्वयं अपनी कुंडली देखकर पता कीजिए कि क्या आपके करोड़पति बनने के योग हैं।ग्रहों की स्थिति और अन्य ग्रहों के साथ के आधार पर ही व्यक्ति के सुख-दुख और धन संबंधी मामलों पर विचार किया जाता है। जानते हैं कुंडली के 7 ऐसे खास योग, जो धन संबंधी बातें से जुड़े हुए हैं…
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जन्म कुंडली का दूसरा घर या भाव धन का होता है। इस भाव से धन, खजाना, सोना-चांदी, हीरे-मोती आदि बातों पर विचार किया जाता है। साथ ही, इस भाव से यह भी मालूम होता है कि व्यक्ति के पास कितनी स्थाई संपत्ति रहेगी। ये हैं इस भाव से जुड़े कुछ योग...
*जिस व्यक्ति की कुंडली में दूसरे भाव पर शुभ ग्रह स्थित हो या शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो ऐसे व्यक्ति को बहुत धन प्राप्त हो सकता है।
* यदि किसी व्यक्ति की कुंडली के दूसरे भाव में बुध हो तथा उस पर चंद्रमा की दृष्टि हो, तो वह व्यक्ति हमेशा गरीब होता है। ऐसे लोग कठिन प्रयास करते हैं, लेकिन धन एकत्र नहीं कर पाते हैं।
* यदि कुंडली के दूसरे भाव में किसी पाप ग्रह की दृष्टि हो, तो वह व्यक्ति धनहीन हो सकता है। ये लोग कड़ी मेहनत के बाद भी पैसों की तंगी का सामना करते हैं।
* यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में दूसरे भाव में चंद्रमा स्थित हो तो वह बहुत धनवान होता है। उसके जीवन में इतना धन होता है कि उसे किसी भी सुख-सुविधा को प्राप्त करने में अधिक परिश्रम नहीं करना पड़ता है।
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* यदि जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में चंद्रमा स्थित हो और उस पर नीच के बुध की दृष्टि पड़ जाए तो उस व्यक्ति के परिवार का धन भी समाप्त हो जाता है।
* यदि कुंडली में चंद्रमा अकेला हो तथा कोई भी ग्रह उससे द्वितीय या द्वादश न हो तो व्यक्ति आजीवन गरीब ही रहता है। ऐसे व्यक्ति को आजीवन अत्यधिक परिश्रम करना होता है, परंतु वह अधिक पैसा नहीं प्राप्त कर पाता।
* यदि जन्म पत्रिका में सूर्य और बुध दूसरे भाव में स्थित हो तो ऐसे व्यक्ति के पास पैसा नहीं टिकता।