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Dattatreya Hosabale: दत्तात्रेय होसबाले फिर बने आरएसएस के सरकार्यवाह, राम मंदिर पर कही ये बात
Dattatreya Hosabale: रविवार को राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा नागपुर में आयोजित की गई है। सभा में दत्तात्रेय होसबाले को आरएसएस का सरकार्यवाह चुना गया।
Dattatreya Hosabale: दत्तात्रेय होसबाले एक बार फिर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह चुने गए हैं। आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने रविवार को दत्तात्रेय होसबाले को फिर से सरकार्यवाह निर्वाचित किया। सरकार्यवाहक चुने जाने पर दत्तात्रेय होसबाले ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह संघ की परंपरा के अनुसार काम करने की कोशिश करेंगे।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आरएसएस ने एक पोस्ट के जरिए बताया कि होसबाले 2021 से सरकार्यवाह हैं और उन्हें 2024 से 2027 तक की अवधि के लिए फिर से इस पद पर चुना गया है। आरएसएस की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की शुरुआत नागपुर के रेशिमबाग में स्मृति भवन परिसर में शुक्रवार को हुई थी। छह साल बाद नागपुर में संघ मुख्यालय में यह बैठक हुई, जिसमें दत्तात्रेय होसबाले को फिर से आरएसएस का सरकार्यवाह चुने जाने का फैसला लिया गया।
बोले-संघ की परंपरा के अनुसार करता रहूंगा काम
सरकार्यवाह चुने जाने के बाद दत्तात्रेय ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह आगे भी संघ की परंपरा के मुताबिक काम करने की कोशिश जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, संघ का काम बढ़ने की वजह से शाखाएं बढ़ रही है। इस बार प्रतिनिधि ज्यादा आए थे, इसलिए नियमित भवन में नहीं बल्कि मैदान में पंडाल लगाकर बैठक की गई। संघ के भवन छोटे पड़ रहे हैं यह अच्छी बात है। संघ लोगो के दिलों में है।
राम मंदिर पर कही ये बात
इस दौरान दत्तात्रेय ने कहा, राम मंदिर देश की अस्मिता का प्रतीक है। 22 जनवरी 2024 के कार्यक्रम से यह फिर से सिद्ध हुआ है। राम मंदिर के लिए अक्षत वितरण का काम के लिए संघ के स्वंयसेवकों ने 19 करोड़ से ज्यादा घरों में संपर्क किया। यह एक कीर्तिमान है। उन्होंने कहा, लोगों के मन में राम के प्रति श्रद्धा थी, साथ ही संघ का नेटवर्क देश भर में फैला हुआ है।
दत्तात्रेय होसबाले ने छह सहसरकार्यवाह नियुक्त किए
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नई कार्यकारिणी में सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले द्वारा 2024-27 के कार्यकाल के लिए छह सहसरकार्यवाह नियुक्त किए। कृष्ण गोपाल, मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, अतुल लिमये, आलोक कुमार को सहसरकार्यवाह नियुक्त किया गया।