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दत्तात्रेय होसबले ने औरंगजेब की विरासत की आलोचना, दारा शिकोह को आइकॉन बनाने की कही बात

RSS महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने बेंगलुरु में कहा कि औरंगजेब को आइकॉन नहीं मानना चाहिए। उन्होंने दारा शिकोह को आदर्श मानने की बात की।

Newstrack          -         Network
Published on: 23 March 2025 1:41 PM IST (Updated on: 23 March 2025 2:12 PM IST)
Dattatreya Hosabale
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Dattatreya Hosabale (Photo: Social Media)

RSS on Aurangzeb: कर्नाटक के बेंगलुरु में RSS महासचिव दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि औरंगजेब को एक आइकॉन नहीं माना जाना चाहिए, क्योंकि उसने देश की संस्कृति और स्वतंत्रता के खिलाफ काम किया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली में पहले औरंगजेब रोड था, लेकिन उसका नाम बदलकर दारा शिकोह के नाम पर क्यों नहीं रखा गया, जो एक महान व्यक्तित्व थे।

होसबले ने यह भी कहा कि जो लोग गंगा-जमनी तहजीब की बात करते हैं, उन्हें यह सोचना चाहिए कि क्या वे अपना आदर्श औरंगजेब को मानते हैं या दारा शिकोह को। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम का जिक्र करते हुए कहा कि यह केवल अंग्रेजों से नहीं लड़ा गया था, बल्कि शिवाजी और महाराणा प्रताप ने भी मुगलों से स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी, जो एक स्वतंत्रता संग्राम था।

दत्तात्रेय ने यह भी बताया कि भारत को यह तय करना होगा कि वे किसे अपना आइकॉन बनाना चाहते हैं - क्या वे उन लोगों को मानते हैं जिन्होंने भारतीय इतिहास और संस्कृति के खिलाफ काम किया, या फिर उन लोगों को, जो इस भूमि की परंपराओं और संस्कृति से जुड़े रहे। उनका कहना था कि औरंगजेब इसमें फिट नहीं बैठता, जबकि दारा शिकोह एक सही आदर्श हो सकते हैं।

कब्र को लेकर बढ़ा विवाद

महाराष्ट्र में मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर सियासत और भी गर्मा गई है। छत्रपति संभाजीनगर (पूर्व में औरंगाबाद) में स्थित औरंगजेब की कब्र पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में इस मुद्दे पर राजनीति तेज होने के बाद अब मामला बॉम्बे हाई कोर्ट तक पहुंच चुका है। हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है, जिसमें अदालत से औरंगजेब की कब्र को राष्ट्रीय स्मारकों की सूची से हटाने का निर्देश देने की मांग की गई है।

Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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