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Krishna Gyan In Hindi: जीवन की नैया हो जाएगी बेड़ा पार, अगर मान ली श्रीकृष्ण की ये बातें
Shri Krishna 10 Geeta Gyan: श्रीमद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण के उपदेशों का वर्णन है। इन बातों को अगर जीवन में अपना लिया जाए तो जीवन में सफलता जरूर हासिल होती है।
Krishna Geeta Gyan: सोचिए, अगर महाभारत के समय भगवान श्रीकृष्ण का साथ धनुर्धर अर्जुन को न मिला होता तो उस युद्ध का क्या परिणाम हुआ होता। उनके मार्गदर्शन की मदद से ही पांडवों को इस युद्ध में जीत हासिल हुई। महाभारत के युद्ध के समय श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो गीता के उपदेश (Shri Krishna Ke Updesh) दिए थे, उन्हें ही जीवन का सार माना गया है। कोई भी व्यक्ति अगर गीता के उपदेश को समझ ले और उसे अपने जीवन में लागू कर ले तो उस व्यक्ति को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
श्रीमद्भागवत गीता (Bhagavad Gita) में भगवान कृष्ण के उपदेशों का वर्णन है। इन बातों को जीवन में अपनाने से व्यक्ति के जीवन की नैया पार लग जाती है और वह जरूर सफल होता है। आज हम आपके लिए गीता के कुछ उपदेश लेकर आए हैं, जो मनुष्य को जीवन जीने का सही ढंग बताते हैं। अगर आप भी इन्हें अपना लेते हैं तो कठिन से कठिन परिस्थिति को भी आसानी से पार कर लेंगे और उसमें सफलता भी हासिल होगी।
गीता के उपदेश (Geeta Ke Updesh In Hindi)
1- गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि मनुष्य को फल की इच्छा छोड़कर कर्म पर ध्यान देना चाहिए। मनुष्य जैसा कर्म करता है, उसे फल भी उसी के अनुरूप मिलता है। इसलिए व्यक्ति को अच्छे कर्म करते रहना चाहिए।
2- श्रीकृष्ण कहते हैं कि मनुष्य को अपने दिमाग पर पूरा नियंत्रण रखना चाहिए। अगर हम इसे नियंत्रित नहीं करते हैं तो हमारा दिमाग एक दुश्मन की तरह काम करता है।
3- गीता के अनुसार, चिंता से दुख की उत्पत्ति होती है। इसलिए जो व्यक्ति चिंता से दूर रहता है, वह सुखी, शांत और सभी इच्छाओं से मुक्त रहता है। इसलिए कभी भी चिंता को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए। क्योंकि इससे केवल दुख की ही प्राप्ति होती है।
4- भगवान कृष्ण कहते हैं कि व्यक्ति को हमेशा वर्तमान में जीना चाहिए। जो बीत गया और जो हुआ ही नहीं है, उसके बारे में सोचकर कोई लाभ नहीं है।
5- गीता में कहा गया है कि स्वयं का आकलन करना बेहद जरूरी है। जो व्यक्ति अपने गुणों और कमियों को जान लेता है, वह अपने व्यक्तित्व का निर्माण करके हर कार्य में सफलता प्राप्त कर सकता है।
6- गीता में श्रीकृष्ण ने बताया है कि कभी भी खुद पर क्रोध को हावी नहीं होने देना चाहिए। क्योंकि क्रोध में व्यक्ति नियंत्रण खो देता है और आवेश में आकर गलत कार्य कर बैठता है। ऐसे में अगर गुस्सा आए तो स्वयं को शांत रखने का प्रयास करना चाहिए।
7- श्रीकृष्ण ने गीता में बताया है कि किसी का साथ ना मिलने पर कभी भी निराश नहीं होना चाहिए। क्योंकि कोई आपका साथ दे या ना दे, ईश्वर हमेशा साथ देता है।
8- गीता में कहा गया है कि जिस व्यक्ति की सोच और नियत अच्छी होती है, भगवान खुद उसकी मदद करने के लिए किसी ना किसी रूप में जरूर आते हैं। इसलिए हमेशा अच्छे कर्म करने पर ध्यान देना चाहिए।
9- गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं कि मनुष्य को कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। अहंकार मनुष्य से वह सब करवाता है जो उसके लिए सही नहीं है और अंत में यही अंहकार उसके विनाश का कारण बनता है।
10- श्रीकृष्ण के अनुसार, जब कोई अत्याचारों को मुस्कुरा कर सह जाता है तो उस व्यक्ति का बदला स्वयं भगवान लेते हैं। इसलिए किसी भी परिस्थिति में मुस्कुराना नहीं छोड़ना चाहिए।