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Best Place In Varanasi: बनारस में इन जगहों पर जरूर लें फोटो, एस्थेटिक्स लोकेशन से पूर्ण है काशी
Varanasi Best Place For Insta Post: बनारस के शाम को कैमरे में कैद करने के लिए लोग घंटो घाट पर समय बिताते है। बनारस के हर घाट की सुंदरता अलौकिक है।
Best Place For Insta Post In Varanasi: बनारस, वाराणसी जो भारत की आध्यात्मिक राजधानी के लिए जानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं और पौराणिक कथाओं से परिपूर्ण है। जहां सुबह भी गंगा घाट पर और शाम भी वही होती है। जैसे ही सूर्य की छवि गंगा में डूबती दिखती है, पानी पर एक सुनहरा रंग बिखेर देती है। जिससे आप बहुत ही सुंदर और उत्कृष्ट दृश्य देख सकते है। बनारस के शाम को कैमरे में कैद करने के लिए लोग घंटो घाट पर समय बिताते है। बनारस के हर घाट की सुंदरता अलौकिक है। जिनमे से कई घाट को नवनिर्मित कर उनमें और भव्यता का समायोजन किया गया है। हम बनारस में फोटोजेनिक व्यक्ति के लिए खास लोकेशन की लिस्ट लेकर आए है। जिससे आप अच्छी फोटोज के लिए वहां पहुंच सकते है।
ललिता घाट(Lalita Ghat)
ललिता घाट वाराणसी के सांस्कृतिक और धार्मिक विवाद में एक महत्वपूर्ण स्थल है और यहां भक्ति और पूजा का एक अद्वितीय अनुभव होता है। घाट का नाम देवी ललिता के नाम पर रखा गया है, जो हिंदू धर्म में दस देवी-देवताओं के समूह का एक हिस्सा हैं जिन्हें दश-महाविद्या या महाविद्या कहा जाता है। उन्हें देवी आदि शक्ति का सर्वोच्च रूप भी माना जाता है। घाट का इतिहास मंदिर की वास्तुकला जितना ही आकर्षक है। इसके जीर्णोद्धार के बाद ये जगह और भी खास हो गई है। यहां फोटोजेनिक पर्सन को अच्छे व्यू और लोकेशन फोटो के लिए मिल सकते है।
सारनाथ(Sarnath)
सारनाथ वहीं जगह है, जहां गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। इस जगह पर गौतम बुद्ध से जुड़ी कई स्मारक है। जो इस जहा के इतिहास को जीवित रखते है। यहां आपको फोटोज के लिए कई सारे सुंदर बैकग्राउंड मिल सकते हैं जिसमे कलरफुल फूलों का बगीचा, पैटर्न में लगी घंटिया, सुंदर स्मारक और प्रकृति का सौंदर्य शामिल है।
नाव पर गंगा के मध्य
जब आप गंगा घाट पर नांव की सैर कर रहें हो तो, जरुर से फोटोग्राफी में अच्छे किसी मित्र को साथ रखें। आप को इतनी सुंदर और मनोरम दृश्य मिलेंगे, जिसे आप कैद करना चाहेंगे। इतना ही नहीं ये दृश्य के साथ आपकी तस्बीरें भी बहुत ही खूबसूरत आती है। आप नदी के बीच नाव पर सवारी कर रहें हों, ये दृश्य बहुत ही मनोरम और लुभावना होता है।
नंदेश्वर घाट
वाराणसी में बॉलीवुड का पसंदीदा शूटिंग स्थान नंदेश्वर घाट, राज घाट के पास स्थित है। शहर के सभी पागलपन और अराजक घाटों से दूर, नंदेश्वर घाट वाराणसी का सार रखता है, यही कारण है कि यहां 50 से अधिक फिल्मों और लघु फिल्मों की शूटिंग की गई है। इस घाट का नाम यहां स्थित नंदेश्वर शिव के एक छोटे से मंदिर के नाम पर रखा गया है। घाट के एक हिस्से को 1940 में बंगाल के बवानीपुर के व्यवसायी द्वारकानाथ चक्रवर्ती ने पक्का बनवाया था। उन्होंने घाट पर एक भव्य हवेली भी बनवाई, जिसमें कई फिल्में, वृत्तचित्र और लघु फिल्में भी प्रदर्शित की गईं।
बनारस की संकरी अलंकृत गलियां
बनारस जिसकी गलियां भी इसकी पहचान है। इसे भी खूबसूरती से अलंकृत करके रखा जाता है। इन गलियों में पौराणिक कथाओं से जुड़ी कलाकृतियां को गई है। जिसपर कई देवी देवताओं और उनके वाहन भी बने होते है। ये संकरी गलियां फोटोज के लिए बहुत प्रसिध्द है।
दशाश्वमेध घाट(Dashashwamedh Ghat)
यह वाराणसी के सबसे पुराने और सबसे प्रसिद्ध घाटों में से एक है। वास्तुकला की दृष्टि से प्रभावशाली विश्वनाथ मंदिर की अनदेखी, यह बड़ी संख्या में भक्तों और पर्यटकों दोनों को आकर्षित करता है। इस घाट के नाम को लेकर दो पौराणिक मान्यताएं हैं। इस घाट की सुंदरता अद्वितीय है। दिन के हर प्रहर में इस घाट की सुंदरता परिवर्तित होती रहती है। जैसे जैसे सूर्य की किरण घाट पर पड़ती है सुंदरता में अलग ही अलौकिकता दिखती है। आप यहां बनारस को मन भर जी सकते है। यहां पर तस्वीरें भी बहुत ही खूबसूरत आती है।
अस्सी घाट(Assi Ghat)
इस घाट के पास स्थित पीपल के पेड़ के नीचे एक शिवलिंग है। यहां श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने के बाद पवित्र जल चढ़ाते हैं। एक अन्य लिंग मंदिर के निकट स्थित एक छोटे संगमरमर के मंदिर के अंदर पाया जा सकता है। घाट पर कुछ समय बिताने से मन और शरीर पर शांत प्रभाव पड़ता है। घाट पर जाने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है, जब सुबह की आरती, जिसे सूबे बनारस भी कहा जाता है, आयोजित की जाती है। घाट के मनोरम दृश्य को कैमरे में कैद करने के लिए एक बार आपको यहां जरूर जाना चाहिए।
मणिकर्णिका घाट(Manikarnika Ghat)
मणिकर्णिका घाट वाराणसी में एक प्रमुख घाट है जो गंगा नदी के किनारे स्थित है। यह घाट विशेष रूप से हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण है और माना जाता है कि यहां गंगा नदी के किनारे श्री विश्वनाथ जी का मंदिर स्थित है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यहां की एक कुंड मणिकर्णिका कुंड है जो लोग मानते हैं कि यहां स्नान करने से पूर्वजों को मोक्ष मिलता है। जहां 24 घंटे दाह संस्कार की अग्नि प्रज्जवलित होती रहती है। यह जगह आपको मृत्यु और जीवन की सच्चाई से रूबरू कराता है। यहां पर तस्वीरें व वीडियो निकलते हुए भी लोग आसानी से दिख सकते है।