मोदी संबंधी बयान पर सत्यपाल मलिक ने मारी पलटी, अमित शाह संबंधी बात पर भी बदल गए सुर

मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री की ओर से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले की भी तारीफ की।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Chitra Singh
Update:2022-01-04 12:15 IST

सत्य पाल मलिक, नरेंद्र मोदी , अमित शाह (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

नई दिल्ली: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी से पलटी मार ली है। प्रधानमंत्री मोदी के अभिमानी होने की बात कहने वाले मलिक के सुर अब पूरी तरह बदल गए हैं। अब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए कहा है कि वे सही रास्ते पर चल रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री की ओर से तीन कृषि कानूनों को वापस (krishi kanoon ki wapsi) लेने के फैसले की भी तारीफ की।

हरियाणा के चरखी दादरी में सत्यपाल मलिक की ओर से प्रधानमंत्री मोदी पर की गई एक टिप्पणी पर खासा विवाद पैदा हो गया था। उनका कहना था कि वे किसानों के मुद्दे को लेकर जो प्रधानमंत्री से मिले तो पीएम मोदी से उनकी पांच मिनट में ही लड़ाई हो गई थी। उन्होंने प्रधानमंत्री को अभिमानी बताते हुए यह भी कहा था कि वे बहुत घमंड में थे। उनका यह भी कहना था कि अमित शाह (Amit Shah) से मिलने पर उन्होंने प्रधानमंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा था कि उन्हें कुछ लोगों ने गुमराह कर रखा है। अब मलिक ने शाह के बारे में कही गई इस बात से भी पलटी मार ली है।

अब अपनी बातों से पलट गए मलिक

एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत के दौरान मेघालय के गवर्नर मलिक ने अपनी सफाई पेश की है। उनका कहना है कि अमित शाह के संबंध में कही गई उनकी बात का गलत मतलब निकाला गया है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के प्रधानमंत्री से अच्छे रिश्ते हैं और मुझसे मुलाकात के दौरान शाह ने प्रधानमंत्री को लेकर कोई भी टिप्पणी नहीं की। उन्होंने मुझसे लोगों से मिलते रहने के लिए कहा। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों के संबंध में जानकारी देने को भी कहा।

सत्य पाल मलिक, नरेंद्र मोदी और अमित शाह (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

मलिक ने सफाई देते हुए कहा कि शाह ने मुझसे सवाल किया था कि मैं हमेशा बयान क्यों देता रहता हूं। मैंने उनके सामने किसानों का मुद्दा उठाते हुए बीच का रास्ता अपनाने का अनुरोध किया। इसके साथ ही यह भी कहा कि सरकार को किसानों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें मरने के लिए नहीं छोड़ देना चाहिए। मेरी ओर से किसानों का मुद्दा उठाए जाने के बाद शाह ने इस मुद्दे को गहराई से समझा।

इस बयान पर पैदा हुआ था विवाद

दरअसल मलिक की ओर से यह सफाई उनके बयान पर विवाद पैदा होने के बाद पेश की गई है। मलिक किसानों का मुद्दा पहले भी उठा चुके हैं और उन्होंने नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार और प्रधानमंत्री की आलोचना की थी। हरियाणा के दादरी में उनकी ओर से कही गई बातों का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। दादरी में उन्होंने कहा था कि किसानों के मुद्दे को लेकर जब वे प्रधानमंत्री से मिले तो वे काफी घमंड में थे।

जब मैंने प्रधानमंत्री के सामने 500 लोगों के मरने की बात कही तो उन्होंने सवाल पूछा कि क्या मेरे लिए मरे हैं? इस पर मैंने जवाब दिया कि आपके लिए ही तो मरे हैं क्योंकि आप ही तो राजा बने हुए हो। प्रधानमंत्री मोदी ने मुझसे गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए कहा। जब मैं अमित शाह से मिला तो उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें गुमराह कर रखा है। लेकिन तुम इस बात की चिंता मत करो। तुम मिलते रहो, एक दिन सभी चीजें समझ में आ जाएंगी।

प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री पर की गई मलिक की इस टिप्पणी को लेकर विवाद पैदा हो गया था। भाजपा के दोनों शीर्ष नेताओं के आपसी रिश्तों पर मलिक का बयान भी विवाद का कारण बना। माना जा रहा है कि इस विवाद को खत्म करने के लिए ही मलिक की ओर से सफाई पेश की गई है और उन्होंने बयान से पलटी मार ली है।

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