500 करोड़ की वेब ठगी करने वाले दोनों आरोपी गिरफ़्तार, तीन खातों के करीब 27 करोड़ रुपये फ़्रीज़

नोएडा पुलिस ने वेबवर्क कंपनी के तीन खातों, आईसीआईसीआई बैंक सेक्टर 18 में 15.08 करोड़, एक्सिस बैंक में 1.51 करोड़ रुपये और दिल्ली के विजया बैंक में 10.14 करोड़ रुपये सीज कर दिये। पुलिस को कुछ अन्य खातों की जानकारी मिली है। इनकी डिटेल बैंकों से मांगी गई है।

Update:2017-02-17 16:09 IST

नोएडा: वेब क्लिक के जरिए 500 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा को सेक्टर-20 की कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय के सामने पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दोनों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे एसएसपी से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे थे।

गिरफ्तारी

-ठगी के आरोपी अनुराग और संदेश जैसे ही एसएसपी के रजपुर दफ्तर पहुंचे, उन्होंने इसकी जानकारी सेक्टर-20 पुलिस को दी, जिसने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

-दोनों आरोपियों ने कहा कि उन्होंने कोई फ्रॉड नहीं किया है और वे हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं।

-इससे पहले दोनों ने इलाहबाद हाइकोर्ट में एक वकील से संपर्क करके गिरफ्तारी पर रोक लगाने की कोशिश भी की थी।

-इसकी जानकारी संदेश वर्मा ने वाट्सएप ग्रुप पर निवेशकों को दी थी और लोगों को पैसे वापस मिलने का झांसा भी दिया था।

26.74 करोड़ रुपये सीज

-नोएडा पुलिस ने वेबवर्क कंपनी के तीन खातों, आईसीआईसीआई बैंक सेक्टर 18 में 15.08 करोड़, एक्सिस बैंक में 1.51 करोड़ रुपये और दिल्ली के विजया बैंक में 10.14 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिये।

-इस 26.74 करोड़ के खातों के अलावा पुलिस को कुछ अन्य खातों की जानकारी मिली है। इनकी डिटेल बैंकों से मांगी गई है।

-पुलिस का मानना है कि नोटबंदी के कारण अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा खातों से पैसे नहीं निकाल पाए।

-पुलिस ने वेबवर्क कंपनी की महिला कर्मचारी समेत कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की है।

सर्विस टैक्स के नाम पर ठगी

-अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा ने कंपनी के एक कर्मचारी को मैसेज कर सर्विस टैक्स के नाम पर विजय सिंह के खाते में 7500 रुपये डालने को कहा था।

-यह मैसेज पुलिस को भी दे दिया गया है। संभावना जताई जा रही है कि यह किसी ऐसे व्यक्ति का खाता है जो बिटक्वाइन एक्सचेंज के काम में जुटा है।

-गिरफ्तारी से पहले अनुराग और संदेश से जुड़े लोगों ने निवेशकों से संपर्क करके पैसे वापस मिलने और केस न दर्ज कराने को कहा था।

-लोगों को यह भी झांसा दिया जा रहा है कि ऑनलाइन लाइक के धंधे को सरकार से मान्यता मिलने वाली है और लोग थोड़ा धैर्य रखें।

-एसपी सिटी दिनेश यादव ने कहा कि दोनों आरोपियों से क्लिक के कारोबार का सच जानने के लिये पूछताछ की पूरी तैयारी की गई है।

आगे स्लाइड्स में देखिये कुछ और फोटोज...

Tags:    

Similar News