गैंग रेप का आरोप लगाने वाली महिला का खुलासा, 10 हजार रुपये के लिए बोला था झूठ
महिला ने अपने बयान में कहा कि वह अहरो तिराहे पर सवारी का इंतजार कर रही थी। तभी लाल रंग की एक एल्टो में तीन लोगों ने कार रोक कर उसे लिफ्ट दी और आगे डंडिया के जंगल में ले गये। महिला के अनुसार तीनों ने उसके साथ बलात्कार किया।
रामपुर: एक तरफ कानून व्यवस्था को लेकर सरकार आरोपों में घिरी है, तो दूसरी तरफ गैंग रेप के एक मुकदमे का खुलासा करते हुए पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। गैंग रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने खुद स्वीकार किया है कि उसे इस काम के लिए दस हजार रूपये का लालच दिया गया था।
पुलिस ने गैंग रेप का झूठा आरोप लगाने वाली महिला समेत घटना की साजिश रचने वाले छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
जब उड़े थे पुलिस के होश
रामपुर की कोतवाली बिलासपुर में गुरुवार को लिफ्ट के बहाने एक महिला को कार में बैठा कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार की घटना ने पुलिस के होश उड़ा दिए। 100 नम्बर पर एक महिला की घबराई हुई आवाज से डायल 100 की टीम हरकत में आ गयी। अहरो गांव से शीशगढ़ जाने वाले रास्ते पर बताई लोकेशन पर जब डायल 100 के टीम पहुंची तो वहां मौजूद महिला ने घटना बयान की।
महिला ने अपने बयान में कहा कि वह अहरो तिराहे पर सवारी का इंतजार कर रही थी। तभी लाल रंग की एक एल्टो में तीन लोगों ने कार रोक कर उसे लिफ्ट दी और आगे डंडिया के जंगल में ले गये। महिला के अनुसार तीनों ने उसके साथ बलात्कार किया और वहीं छोड़कर भाग गये।
खुल गई पोल
डायल 100 की टीम महिला को कोतवाली बिलासपुर ले आई जहां पुलिस ने महिला के कहने के मुताबिक गैंग रेप की एफआइआर भी दर्ज कर ली। एफआईआर लिखने के बाद तेज तर्रार युवा आईपीएस अधिकारी और रामपुर के पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में खास दिलचस्पी लेते हुए अपनी निगरानी में जांच की तो यह खुलासा होने में देर नहीं लगी कि सारा मामला फर्जी है।
कड़ी जोड़ते ही पुलिस को मालूम हो गया कि महिला को 10 हजार रूपये का लालच देकर कुछ लोगों ने विरोधियों को फंसाने की साजिश रची थी। महिला के कुबूलनामे के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।