अमेरिका में PM मोदी ने की अपनी सरकार की तारीफ, बोले- हम हैं बेदाग
पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में अपनी सरकार को भ्रष्टाचार और आतंकवाद से लड़ाई में सफल बताते हुए कहा कि उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं है।
वाॅशिंगटन: पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में अपनी सरकार को भ्रष्टाचार और आतंकवाद से लड़ाई में सफल बताते हुए कहा कि उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं है और किसी भी देश ने सीमा पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल नहीं उठाया है। पीएम ने भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए वादा किया कि वह अमेरिका की तरह प्रगति के लिए अपने देश में सकारात्मक माहौल बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें भ्रष्ट थीं, जिस कारण भारत में सरकार बदली। उनकी सरकार तीन साल से है, लेकिन कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
मोदी ने कहा, "सरकारें भ्रष्टाचार की वजह से बदलीं। आम लोगों को इससे घृणा हुई। हमारी सरकार पर बीते तीन सालों में भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं है और शासन में सुधार हो रहा है। इसलिए ईमानदारी प्रक्रिया में निहित हो गई है।"
उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि उनकी सरकार के तीन साल के कामकाज की जांच कर किस एजेंसी ने क्लीनचिट दी है। सच तो यह है कि न लोकपाल बना, न सीवीसी या सीएजी की कोई रिपोर्ट आई है।
मोदी ने कहा, "तकनीक के बढ़े प्रयोग से प्रणाली में पारदर्शिता आई है। जब हम विकसित भारत के बारे में सोचते हैं तो हम स्वस्थ भारत के बारे में सोचते हैं, खास तौर से अपने राष्ट्र के महिलाओं और अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के बारे में सोचते हैं।"
बीते साल 26 अक्टूबर को सीमा पार आतंकवादी लांचिंग पैड पर सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि इस पर किसी भी देश ने सरकार की कार्रवाई पर सवाल नहीं उठाया।
मोदी ने कहा, "पूरा विश्व कई सवाल उठा सकता था और सर्जिकल स्ट्राइक पर हमारी तरफ उंगली उठा सकता था, लेकिन किसी भी देश ने भारत की ओर से बीते साल पाकिस्तान के आतंकवादियों के लांचिंग पैड पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल नहीं किया। हालांकि वह (पाकिस्तान) इससे खुद ही पीड़ित है, यह अलग बात है।"
पीएम ने कहा कि पूरा विश्व आतंकवाद के खतरे से पीड़ित है। यह मानवाता के खिलाफ है। जब भारत बीते 20-25 सालों से आतंकवाद के बारे में बोल रहा था तो यह बहुत से देशों के लिए समझ से परे था। उनके लिए यह कानून-व्यवस्था की समस्या थी, लेकिन वह इससे पीड़ित नहीं थे। आज आतंकवाद के बारे में बताने की जरूरत नहीं है। आतंकवादियों ने खुद ही इसके बारे में बता दिया है।
मोदी ने कहा, "लेकिन जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक किया, तो विश्व समझा कि भारत एक भुक्तभोगी देश है, लेकिन वह जानता है कि जरूरत पड़ने पर कैसे अपनी क्षमता दिखानी है।"
उन्होंने कहा, "हम अंतर्राष्ट्रीय कानूनों से बंधे हैं। हम वसुधैव कुटुम्बकम् (पूरी दुनिया हमारा परिवार है) में विश्वास करते हैं। यह हमारा चरित्र है।"
मोदी ने यह भी कहा, "हम दुनिया की व्यवस्था को तोड़ना नहीं करना चाहते। अंतर्राष्ट्रीय नियमों और कानूनों का पालन करते हुए हम अपनी संप्रभुता, सुरक्षा व शांति सुनिश्चित करना चाहते हैं। हम बहुत कई कार्रवाई करने में सक्षम हैं।"
मोदी ने अपने संबोधन में भारतीय प्रवासियों को 'परिवार के सदस्य' बताया। मोदी ने उनके जीवनकाल में एक विकसित भारत देने का वादा किया।
उन्होंने कहा कि उनकी सफलता अमेरिका के समर्थक माहौल के वजह से है और हमारी सरकार इसी तरह का वातावरण देश में देने के लिए काम कर रही है।
मोदी ने कहा, "आपका दिल हमेशा पूछता होगा कि कब आपका देश इस तरह (अमेरिका) होगा। मैं आपको भरोसा देता हूं कि यह आपके जीवनकाल में होगा।"
मोदी ने कहा कि अमेरिका में भारतीय सिर्फ भारत के विकास में ही नहीं, बल्कि अमेरिका की प्रगति में भी मदद कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि भारतीय प्रवासियों की सफलता का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है।
उन्होंने कहा, "आप वही लोग हैं, लेकिन आपकी सफलता की कहानी की एक साधारण वजह है कि आप को यहां एक अनुकूल माहौल मिला है।"
पीएम ने कहा, "समान रूप से 1.25 करोड़ प्रतिभावान भारतीय भारत में हैं और वे अब अनुकूल माहौल पा रहे हैं। हम जल्द ही एक विकसित भारत बनाएंगे।"
--आईएएनएस
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