नई दिल्लीः रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रहमण्यम और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास पर हमला बोलने को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ बयानों की जंग लड़ रहे सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को बिना नाम लिए जेटली को वेटर जैसा बता दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने अनुशासन तोड़ा होता तो खून-खराबा हो जाता।
इस बीच, खबर है कि सुब्रहमण्यम स्वामी की इस बयानबाजी से बीजेपी आलाकमान खफा है। पार्टी नेतृत्व पहले ही उनके बयानों को निजी बता चुका है। सूत्रों के मुताबिक स्वामी को पार्टी ने साफ कर दिया है कि अनुशासन से खिलवाड़ नहीं चलेगा। सूत्रों ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर हमला मंजूर नहीं है।
जेटली को किस तरह बताया वेटर?
-स्वामी ने ट्वीट कर बीजेपी से मांग की कि वह ये फरमान जारी करे कि मंत्री विदेश के दौरे पर ट्रेडिशनल और मॉडर्न कपड़े पहनें। कोट और टाई में मंत्री वेटर जैसे लगते हैं।
-बुधवार को जेटली ने बैंक ऑफ चाइना के अध्यक्ष तियान गुओली से मीटिंग के दौरान सूट पहना था।
-स्वामी ने ये ट्वीट भी किया कि जो लोग मुझे अनुशासन की बिन मांगी सलाह दे रहे हैं, वे ये नहीं समझ रहे कि अगर मैंने अनुशासन तोड़ा होता तो खून-खराबा हो जाता।
-जेटली ने बीते दिनों कहा था कि कुछ पदों पर बैठे लोगों को अनुशासन में रहना चाहिए।
पहले राजन, अरविंद और शक्तिकांत बने थे निशाना
-स्वामी ने पहले आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के इस्तीफे की मांग की थी।
-कुछ दिन बाद राजन ने कहा कि वह दूसरी बार गवर्नर नहीं बनना चाहते।
-मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रहमण्यम पर आरोप लगाया कि अमेरिका में रहते हुए उनका रुख भारत विरोधी था।
-आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास पर कहा था कि उन्होंने चिदंबरम की मदद एक प्रॉपर्टी डील में की।
-अरविंद और शक्तिकांत पर स्वामी के हमलों के बाद जेटली ने स्वामी के बयानों पर नाराजगी जताई थी।