अक्षय तृतीया पर शुक्र रहेगा अस्त,100 साल में पहली बार नहीं बजेगी शहनाई

Update: 2016-05-02 05:25 GMT

पं.सागरजी महाराज

लखनऊ: ग्रह और नक्षत्रों के इस बार के फेरबदल का सबसे ज्यादा असर शादी के मुहूर्त पर पड़ा है। ग्रहों ने ऐसी चाल चली है कि इस साल शादी का सबसे कम मुहूर्त पड़ा है। यहां तक की साल का सबसे शुभ दिन अक्षय तृतीया पर शहनाई की गूंज सुनाई नहीं देगी। ऐसा शुक्र के अस्त होने की वजह से हुआ है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक ऐसी स्थिति 100 साल बाद आई है।

कभी ना क्षय होने वाला मुहूर्त

अक्षय तृतीया देशभर में आगामी 9 मई को मनाई जाएगी। इस दिन ज्वैलरी खरीदने का महत्व है। कहा जाता है कि इस दिन किया गया संचय हमेशा अक्षय रहता है। इस लिए लोग ज्वैलरी खरीदते हैं। यह स्वयं सिद्ध मुहूर्त है, मतलब इस दिन किसी भी कार्य को करने के लिए मुहूर्त की जरुरत नहीं पड़ती, लेकिन इस साल ग्रहों की चाल में अक्षय तृतीया का मुहूर्त उलझ गया है।

ज्योतिषाचार्य सागर जी महाराज के अनुसार शुक्र और गुरू ग्रह के अस्त होने के कारण विवाह आदि संस्कार इस साल अक्षय तृतीया पर नहीं होंगे। ज्योतिषाचार्य के अनुसार शुक्र और गुरू के अस्त होने के दिन से तीन दिन पूर्व वार्धक्य दोष होता है। जिस दिन वह ग्रह उदय होता है, उसके तीन दिन बाद तक भी दोष रहता है। जिसकी वजह से शुभ कार्य नहीं किए जाते है। वैसे भी इस वर्ष सिंहस्थ गुरू का पूरा कार्यक्रम शुभ कार्यो से वर्जित माना गया है। जिसमें गुरू, सिंह राशि के नवांश पूर्वा फाल्गुनी के प्रथम चरण में स्थित है। इसी दौरान अक्षय तृतीया भी है।

स्वयं सिद्ध मुहूर्त कहे जाने वाले अक्षय तृतीया पर इस साल दैत्य गुरू शुक्र अस्त है। इसलिए विवाह जैसे शुभ काम नहीं होंगे। इसके अलावा गुरू वर्की मार्गी से वक्री होगा और रोहिणी नक्षत्र में इस बार अक्षय तृतीया नहीं होना भी मुख्य कारण है, हालांकि सोना-चांदी की खरीदारी की जा सकती है।

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