नीति आयोग भंग करने संबंधी राहुल का बयान सामंती गुरूर का परिचायक: नकवी

नकवी ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब संवैधानिक संस्थाओं का "आपराधिक दुरूपयोग" करती थी और अब विपक्ष में संवैधानिक संस्थाओं को धमकाने-बदनाम करने की साजिश कर रही है।

Update: 2019-03-30 09:47 GMT

नयी दिल्ली : सत्ता में आने पर नीति आयोग भंग करने के राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को कहा कि यह संवैधानिक संस्थाओं का "आपराधिक दुरूपयोग" करने वालों के सामंती गुरूर का परिचायक है और जनता चुनाव में इन्हें सबक सिखायेगी ।

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नकवी ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब संवैधानिक संस्थाओं का "आपराधिक दुरूपयोग" करती थी और अब विपक्ष में संवैधानिक संस्थाओं को धमकाने-बदनाम करने की साजिश कर रही है।

उन्होंने कहा कि सत्ता चली गई पर गुरूर नहीं गया और इस चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखायेगी ।

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नकवी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पिछले 5 वर्षों में चुनाव आयोग, सीवीसी और अब नीति आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने और उनकी गरिमा को नुकसान पहुँचाने की साजिश कर रही है।

भाजपा नेता ने कहा कि "राहुल गांधी सत्ता के लिये तड़प रहे हैं और उन्हें लगता है कि सत्ता उनके परिवार का जन्मसिद्ध अधिकार है।" लेकिन देश की जनता इस "सामंती सियासत" को चकनाचूर कर देगी।

(भाषा)

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