Rajasthan News: इंजीनियर अनुज ने ताई को मारकर उसी के हाथ का खाना खाया, 8 टुकड़े किए, जानें अब तक कहानी
Rajasthan News: दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड की तरह इस हत्या में भी लाश के टुकड़े किए गए। जिसकी हत्या हुई वो कैंसर की मरीज थी और हत्या से एक दिन पहले ही कीमोथेरेपी करा थी।
Rajasthan News: राजस्थान के विद्याधर नगर के सैक्टर दो के लालपुरिया अपार्टमेंट में एक हत्या हुई। दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड की तरह इस हत्या में भी लाश के टुकड़े किए गए। जिसकी हत्या हुई वो कैंसर की मरीज थी और हत्या से एक दिन पहले ही कीमोथेरेपी ले कर आई थी। हत्यारा कोई और नहीं खुद ही के देवर का बेटा था। जो खुद के धार्मिक होने का दावा करता है। हत्या की वजह भी किसी धार्मिक अनुष्ठान में नहीं जाने देना बताया। पर हत्या के बाद भी अनुज के चेहरे पर कोई शिकन नज़र नहीं आती। अपनी ही बड़ी माँ की हत्या कर लाश के 8 टुकड़े करने वाला इंजीनिर अनुज पुलिस रिमांड में उलटे – सीधे बयान भी देता नज़र आया
11सितम्बर की सुबह करीब साढ़े 10 बजे मृतक सरोज और भतीजे अनुज के बीच एक बहस हुई, जिसमें अनुज दिल्ली जाने को ले कर जिद कर रहा था। अनुज को दिल्ली में किसी धार्मिक यात्रा में शामिल होना था। जिसके लिए उसने अपनी ताई सरोज को मनाने की कोशिश की। पर ये बहस इतनी बढ़ गयी कि सरोज ने अनुज पर गुस्सा कर मना कर दिया।
इसके बाद सरोज अनुज के लिए खाना बनाने लगी। तभी अनुज खाना बनाती हुई सरोज के पीछे से आया और गुस्से में हथोड़े से सरोज के सिर पर वार कर दिया। वार इतना तेज़ था कि सरोज वहीं बेसुध हो गयी।
सरोज पहले ही कमजोर थी, कैंसर जैसी बीमारी से लड़ रही थी और एक दिन पहले ही कीमोथेरेपी ले कर आई थी। वहाँ पड़े - पड़े इतना खून बह गया था कि सरोज की मौत हो गयी।
हत्या के बाद अनुज ने मिटाए सुबूत
ताई की हत्या करने के बाद अनुज लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाने लगा। रसोई में खून बिखरा हुआ था, वहाँ से सरोज की लाश को घसीटते हुए बाथरूम में ले आया। उसके बाद अनुज ने खून साफ करने के लिए कपड़े धोने वाले पाउडर से पूरे फर्श और दीवारों से खून साफ किया।
इसके बाद वो शव के टुकड़े करने के लिए बाज़ार से औजार लाने गया। जहाँ से वो मार्बल काटने वाला कटर ले कर आया। उस कटर से उसने अपनी ही ताई की लाश के 8 टुकड़े किए।
लाश बाथरूम में पड़ी थी, बाहर धर्म प्रचारकों से कर रहा था बातें
जैसे ही अनुज ने खून साफ किया, घर की घंटी बजी। अनुज ने सामान्य होने का नाटक किया और दरवाजा खोल कर अपने परिचित, दो साथी अनुयायियों को घर के अन्दर आने दिया। उसके बाद काफी देर धर्म और दिल्ली जाने की चर्चा करने के बाद दोनों लोग चले गए।
अनुज ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि जब तक वो अनुयायी घर पर थे, तब तक लाश बाथरूम में थी। उन दोनों के जाने के बाद वो लाश के पास बैठ कर बहुत रोया और ताई के ही हाथ का बनाया हुआ खाना भी खाया। ये सब हो जाने के बाद उसने लाश के टुकड़े किये।
गूगल लोकेशन से वन विभाग चौकी गया, उसी के पीछे दफनाए लाश के सभी टुकड़े
ताई की लाश के टुकड़े करने के बाद उन्हें ठिकाने लगाने के लिए अनुज ने गूगल मैप में दिल्ली रोड की लोकेशन डाली और लाश के टुकड़े बाल्टी और सूटकेस में डाल कर वहां गया, वहां जा कर सरोज का सर और पंजा एक खड्डा खोद कर उसमें दफन कर दिया। वहां से थोड़ी ही दूर जा कर सरोज का धड़ फेंक कर आ गया।
उसके बाद वो वहां से दूरी ढूंढते हुए गया और एक बाल्टी में रखे हुए शव के बाकी टुकड़ों जिनमें सरोज के पैर और पंजे थे, को बाल्टी में ही मिट्टी डाल कर दफना कर घर आ गया। घर आने के बाद उसने ये खबर फैलाई की ताई गाय को रोटी देने गयी थी अभी तक नहीं लौटी हैं। आसपास के लोगों ने उसकी मदद भी की। उसको परेशानी में देख कर एक पडोसी ने तो उसे खाना भी खिलाया।
ताई को ढूँढने के लिए भी उसके पडोसी साथ गए। पड़ोसियों के कहने के बाद अनुज विद्याधर नगर थाणे में रिपोर्ट दर्ज करवाने पर राजी हुआ। हत्या वाले दिन यानी 11 और उसके अलगे दिन 12 दिसम्बर को अनुज रोज ताई को ढूँढने का बहाना कर घर से निकल जाता था।
सरोज के परिवार को अनुज के पिता ने दी सूचना, बहन को पहले ही हो गया था शक
इतना सब होने के बाद भी अनुज ने अपने परिवार में किसी को नहीं बताया। जब 12 दिसम्बर को अनुज के पिता और बहन आए तो उन्होंने ताई के लापता होने की सूचना सरोज की बेटीओं को दी। अनुज की सगी बहन ने पुलिस को बयान में बताया कि भईया की हरकतें थोड़ी अजीब थी।
उनकी हरकतें देख कर शक हो रहा था, पर पिता ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो वो खुद उनको पुलिस के हवाले कर देंगे। पर बहुत पूछने के बाद भईया ने सिर्फ इतना बताया की उनका ताई के साथ झगडा हुआ था, उससे उनके सर में किचन स्लैब से चोट आई और उससे गुस्सा हो कर वो घर से चली गयी थी।
हत्या के बाद हरिद्वार में पाप धोने गया अनुज
हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद अनुज जयपुर से दिल्ली के लिए निकल गया। वहां से वो हरिद्वार गया जहाँ पर उसने गंगा में स्नान किया। पुलिस को उसने बताया कि वो वहां पाप धोने गया था।
जब अनुज की बहनों की शिकायत पर पुलिस उसे पुलिस स्टेशन ले कर आई और पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने बिना शर्म, बिना डरे पूरी वारदात बता दी। जब वो ताई के टुकड़े करने का जिक्र कर रहा था तब पास खड़ी उसी ताई की बेटियां रो रही थी पर उसके माथे पर शिकन तक नहीं थी।
दिमागी तौर पर खतरनाक है अनुज
छोटी बहन ने बताया कि अनुज हमेशा कहता था कि जब 37 साल उसकी उम्र हो जाएगी तब वो आत्महत्या कर लेगा। इससे पहले भी अनुज ने खुद को आग लगाने की कोशिश की थी। खुद को बार बार मारने की बात करता था और ये सब कोविड के दौरान अनुज की माँ के गुज़र जाने के बाद बढ़ गया था।
अनुज अपने परिवार के साथ ज्यादा रहता भी नहीं था, जिससे उसका किसी मनोचिकित्सक से इलाज़ करवाया जाता। एक बयान में अनुज के पिता ने कहा कि अगर उन्हें ऐसा पता होता कि अनुज इतना खतरनाक हो गया है तो वो उससे पहले ही नाता तोड़ चुके होते।
पुलिस कर रही है cctv से निगरानी
पुलिस को डर है कि कहीं अनुज खुद को अभी भी निकसान नहीं पहुंचा ले, इसलिए पुलिस 24 घंटे उसको CCTV सर्विलेंस में रख रही है और पूरी तरह उसकी गतिविधयों पर नज़र बनाए हुए है। अनुज का व्यवहार सामान्य से कहीं ज्यादा डरावना है।
इसी के चलते cctv और एक सिक्यूरिटी गार्ड भी उसकी सुरक्षा के चलते तैनात किया है। अनुज के खुद को या किसी और को नुकसान पहुँचाने का खतरा ज्यादा है। कोर्ट ने अभी अनुज को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। तहकीकात और जांच के बाद ये रिमांड बढाई भी जा सकती है।
छः दिन में क्या क्या हुआ?
11 दिसम्बर को अनुज ने ताई की हत्या कर टुकड़े किए और फिर उन्हें दिल्ली रोड पर फेंक कर घर आया, पड़ोसियों को बताया कि ताई खो गयी है। फिर 12 दिसम्बर को पिता और बहन घर आए तब उन्हें झूठी कहानियां सुनाता रहा। सरोज की बेटी पूजा को इसी दिन माँ के लापता होने की खबर मिली।
छोटी बेटी मोनिका अजमेर से इसी दिन जयपुर आई। 13 दिसम्बर को मोनिका ने अनुज को खून के धब्बे मिटाते हुए देखा, जब अनुज को मोनिक ने पूछा तो वो घबरा गया और उसने कहा, कि नाक से खून बह रहा था जो दिवार पर लग गया, उसी को साफ कर रहा है। तब मोनिका को अनुज पर शक हुआ। इसी दिन वो हरिद्वार चला गया जहाँ उसने पेट का इलाज़ करवाने का बहाना बनाया।
14 दिसम्बर को पतंजली संस्था, हरीद्वार जा कर पेट का इलाज़ा करवाने की बात कही और गंगा स्नान कर गंगाजल ले कर अपने एक मित्र जिसका घर गाजियाबाद में है, के यहाँ चला गया और रात को वहीँ रुका। 15 दिसम्बर को दिल्ली में ही रह रही भुआ के घर चला गया। वहां से वो संकीर्तन में भी शामिल हुआ था। 16 दिसम्बर को शाम को अनुज जयपुर लौटा।
मोनिका के शक पर उसके परिवार के सभी लोग विद्याधर नगर थाणे में शिकायत करने चले गए थे। पुलिस ने अनुज के घर आते ही उसे गिरफ्तार किया और अनुज की बताई जगह से सरोज की लाश के टुकड़े जब्त किए।
मीडिया के सामने भी अनुज के तेवर कड़े
अनुज मीडिया के सामने नार्मल नज़र आ रहा था, उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी, ना ही अपने किए हुए का कोई पछतावा था। उसकी फोटो ले रहे एक फोटो जर्नलिस्ट को उसने धमकाया भी। उसने कहा कि कोर्ट ने अभी तक उसे दोषी नहीं कहा है, जब दोष सिद्ध हो जाए तब फोटो लेने आना।
सरोज का एक बेटा कनाडा में सॉफ्टवेयर इंजीनिर है, दो बेटियां हैं जिनमें से एक अजमेर और दूसरी बीकानेर में रहती है। इनके सामने भी अनुज की नज़रें नहीं झुकती हैं। बेशर्म – बेखौफ अनुज अपने किए पर किसी तरह का दुःख जताता हुआ नहीं दिखा। जानकारों की मानें तो ये सायको किलर जैसी हालत में है। इसके सारे लक्षण वैसे ही है। जो आदतन वारदात को अंजाम देते हैं।
कैसा धार्मिक संकीर्तन जिसमें अनुज दिल्ली जाना चाह रहा था?
अनुज ने बीटेक किया हुआ है, जिसके बलबूते एक साल किसी कम्पनी में काम भी किया था। पर वहां से नौकरी छोड़ने के बाद साल 2013 में एक धार्मिक संस्था से जुड़ने चला गया। उसके बाद 2014 में वहां से दीक्षा भी ली। अनुज हरे कृष्णा नाम के प्रचार में लगा हुआ था, जिसे हरे कृष्णा मूवमेंट के नाम से प्रसिद्धी मिली हुई है। इसी के चलते वो ज्यादातर समय बाहर ही रहता था।
घर पर कभी कभार एक आध दिन के लिए ही आता था। एक दिन पहले ही वो घर आया था। ताई से वो इसी से सम्बन्धित संकीर्तन में जाने की जिद पर लड़ा था और कैंसर पीड़ित ताई सरोज की हत्या कर दी थी। अनुज एक दिन पहले खुद ही ताई की कीमोथेरेपी करवा कर लाया था।
अब जांच के लिए दिल्ली ले गयी पुलिस, हत्या के समय पहने कपड़े मिले
अनुज शर्मा यानी अचिन्त्य गोविन्द दास, को राजस्थान पुलिस दिल्ली ले कर गयी, उसके दोस्तों और उस दौरान जिस जिस से मिलने का अनुज ने जिक्र किया उन सब से पूछताछ कर रही है। एक दोस्त के कमरे पर अनुज के वो कपड़े मिले जो उसने बड़ी माँ की हत्या के दौरान पहन रखे थे। हालाँकि वो कपड़े अनुज ने पहले ही धो दिए थे। परन्तु पुलिस टीम ने वो जब्त कर लैब भेज दी हैं।
पुलिस का दावा है, इन कपड़ों पर खून लग गया था इसी लिए अनुज ने ये कपडे यहाँ छोड़ दिए थे। मृतका सरोज के बेटे का डीएनए टेस्ट के लिए सैम्पल ले लिया है, जिससे शव के डीएनए से मिलान किया जा सके।
अनुज 23 दिसम्बर तक पुलिस रिमांड पर है। इसके बाद दिल्ली में जहाँ अनुज ने संकीर्तन में हिस्सा लिया वो और साथ ही हरिद्वार में पतंजली में जहाँ इलाज़ करवाने की बात कही वहां भी ले जाने की सम्भावना है।