चक दे इंडिया! जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप का फाइनल आज, बेल्जियम से भिड़ेगा भारत
लखनऊ: जूनियर वर्ल्ड कप हॉकी का फाइनल मुकाबला 18 दिसंबर, रविवार को भारत और बेल्जियम के बीच खेला जाएगा। जीत के विजयरथ पर सवार इस टीम से फैंस को फाइनल मैच में काफी उम्मीदे हैं। भारतीय जूनियर हॉकी टीम 15 साल बाद वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है और ट्रॉफी अपने हाथों में उठाने के लिए बेताब है।
भारतीय जूनियर हॉकी टीम ने तीसरी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले 2001 में ऑस्ट्रेलिया के होबर्ट में टीम ने अर्जेंटीना को 6-1 से हराकर एकमात्र जूनियर वर्ल्ड कप जीता था। इससे पहले वहीं 1997 में इंग्लैंड में हुए टूर्नामेंट के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया था।
फाइनल मुकाबले से पहले क्या कहना है कोच का ?
कोच हरेंद्र सिंह ने टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही कहा था कि वो हर मुकाबले के साथ अपनी रणनीति बदलते जाएंगे और उन्होंने फाइनल तक के सफर में ऐसा ही किया। खिलाड़ियों में जोश और आक्रामकता भरने में उन्होंने कोई कमी नहीं छोड़ी। मानसिक तौर पर कोच हरेंद्र सिंह ने खिलाड़ियों को काफी मजबूत बनाया है, जिसका नजारा दुनिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मैच में देखा। कोच को पूरा यकीन है कि फाइनल में उनकी टीम बेल्जियम पर भारी पड़ेगी और खिताब भारत ही जीतेगा।
नहीं भूला हूं 2005 की हार: हरेंद्र सिंह
कोच हरेंद्र सिंह का कहना है कि वो 2005 में रोटरडम में मिली हार को भूले नहीं है। 11 साल पहले वहां कांस्य पदक के मुकाबले में स्पेन से पेनल्टी शूटआउट में भारत हार गया था, लेकिन इस बार अतीत खुद को नहीं दोहराएगा। भारत ने क्वार्टर फाइनल में 55वें मिनट तक एक गोल से पिछड़ने के बाद स्पेन को मात दी। वहीं, सेमीफाइनल में भी एक गोल खाने के बाद वापसी की और पेनाल्टी शूटआउट में ऑस्ट्रेलिया को हराया। इस जीत के बाद से खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। हालांकि बेल्जियम काफी मजबूत टीम है। मुकाबला कांटे का होगा, लेकिन टीम एकजुटक होकर बेल्जियम के खिलाफ मैदान पर उतरेगी।