रोजर फेडरर ने कहा टेनिस को अलविदा, 24 साल, 1500 मैच और 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता, कुछ ऐसा रहा करियर

Roger Federer Retirement: टेनिस में फेडरर जैसे खिलाड़ी बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। उन्होंने करीब दो दशक तक टेनिस के कोर्ट पर अपनी धाक जमाए रखी। वो कितने बड़े खिलाड़ी थे इसका अंदाजा उनके टेनिस रिकॉर्ड खंगलाने से पता चलता है। फेडरर ने अपने करियर में 8 विम्बलडन, 6 ऑस्ट्रेलियन ओपन, पांच यूएस ओपन और एक फ्रेंच ओपन खिताब जीता है।

Written By :  Suryakant Soni
Update: 2022-09-15 14:43 GMT

Roger Federer Retirement

Roger Federer Retirement: भारत में टेनिस के सचिन के नाम से मशहूर महान खिलाड़ी रोजर फेडरर ने संन्यास की घोषणा कर दी। 41 साल के महान इस महान खिलाड़ी के संन्यास के बाद टेनिस के एक युग का अंत माना जा रहा है। ऐसे खिलाड़ी शायद ही फिर कभी टेनिस कोर्ट पर देखने को मिले। वो 20 बार ग्रैंड स्लैम विजेता रहे। अब लेवर कप में ये महान खिलाड़ी आखिरी बार टेनिस कोर्ट पर नज़र आएगा। 41 वर्षीय रोजर फेडरर ने अपने जीवन के 24 साल टेनिस को समर्पित कर दिए। वो पिछले काफी समय से घुटने की चोट से परेशान थे। इसके साथ ही अब उनके खेल पर उम्र भी भारी पड़ रही थी।

टेनिस के लिए छोड़ दी थी अपनी पढ़ाई:

रोजर फेडरर का जन्म 8 अगस्त 1981 को स्विट्ज़रलैंड के बसेल शहर में हुआ था। रोजर की बचपन से ही टेनिस में बहुत दिलचस्पी थी। वो पढ़ाई से ज्यादा ध्यान टेनिस पर ही देते थे, उन्होंने परिवार वालों के खिलाफ जाकर सिर्फ टेनिस के लिए 16 साल की उम्र में पढाई छोड़ दी। 1999 में रॉजर ने अपना पहला टाइटल स्पेन में चैलेंजर टूर में डबल्स फाइनल जीतकर हासिल किया। 2003 में रॉजर फेडरर विंबलडन का ग्रैंड स्लैम टाइटल जीतने वाले पहले स्विस खिलाड़ी बने।

रोजर फेडरर टेनिस के बादशाह:

कई देशों में टेनिस खेल को रोजर फेडरर की वजह पहचान मिली। भारत में भी इस खिलाड़ी की सबसे अधिक फैन फॉलोविंग है। रोजर फेडरर को टेनिस के बादशाह के रूप में जाना जाता है। यह दुनिया का एकमात्र खिलाड़ी है, जो सर्वाधिक 302 हफ्तों तक नंबर 1 की पोजीशन पर बने रहे। फेडरर का 2004 से 2008 तक का गोल्डन टाइम रहा। जिस भी टूर्नामेंट में खेलते उसी को अपने नाम कर लेते थे। रोजर फेडरर ने 28 जनवरी  2018 को ऑस्ट्रेलियन ओपन के जरिए अपना आखिरी ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था। उसके बाद से वो चोट के कारण कई महीनों तक टेनिस से दूर रहे।

कुछ ऐसा रहा फेडरर का करियर:

टेनिस में फेडरर जैसे खिलाड़ी बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। उन्होंने करीब दो दशक तक टेनिस के कोर्ट पर अपनी धाक जमाए रखी। वो कितने बड़े खिलाड़ी थे इसका अंदाजा उनके टेनिस रिकॉर्ड खंगलाने से पता चलता है। फेडरर ने अपने करियर में 8 विम्बलडन, 6 ऑस्ट्रेलियन ओपन, पांच यूएस ओपन और एक फ्रेंच ओपन खिताब जीता है। इसके उन्होंने ओलंपिक में गोल्ड और सिल्वर मेडल भी कब्जा जमाया था। आखिरी बार फेडरर ने 2021 के फ्रेंच ओपन में हिस्सा लिया था।

चोट के कारण प्रदर्शन में हुई गिरावट:

इस महान खिलाड़ी को पिछले काफी समय से चोट ने खूब परेशान किया। फेडरर ने 2022 में अपने जुटे की सर्जरी करवाई थी। उसके बाद से उन्होंने उनके प्रदर्शन में निरंतर गिरावट देखने को मिली। फेडरर ने 28 जनवरी 2018 को अपना आखिरी ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था। उसी समय वह 20 ग्रैंडस्लैम जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बने थे। लेकिन फिर चोट के कारण कोई बड़ा टूर्नामेंट अपने नाम नहीं कर पाए। अब उनके संन्यास की खबर से उनके फैंस को गहरा झटका लगा है। अब वो आखिरी बार अपने चहेते खिलाड़ी को टेनिस कोर्ट पर अंतिम बार खेलता देखेंगे।

संन्यास की घोषणा पर भावुक हो गया ये दिग्गज खिलाड़ी:

टेनिस के प्रति रोजर फेडरर काफी अधिक समर्पित रहे हैं। अब इस खेल से अलिवदा कहने का समय आया तो फेडरर काफी भावुक हो गए। उन्होंने इस मौके पर एक बड़ा पोस्ट शेयर किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि ''वर्षों में टेनिस ने मुझे जो भी उपहार दिए हैं वह निस्संदेह वे लोग हैं जिनसे मैं रास्ते में मिला- मेरे दोस्त, मेरे प्रतियोगी और अधिकांश प्रशंसक जो खेल को इसकी विशेषता देते हैं। इसके आगे उन्होंने अपने करियर को लेकर कहा कि '''मैं 41 साल का हूं. मैंने 24 वर्षों में 1500 से अधिक मैच खेले है। फेडरर ने आगे अपनी पत्नी मिर्का को धन्यवाद दिया जो हर मिनट उनके साथ खड़ी रहीं। 

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