Mata Mansa Devi Temple: हरियाणा में यहां गिरा था माता सती का मस्तिष्क, एक बार जरूर करें दर्शन, जानें इतिहास
Mansa Devi Temple Haryana: मनसा देवी का मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। यहां देवी के मस्तिष्क से शक्तिपीठ की स्थापना हुई थी।
Mansa Devi Temple Haryana: 9 अप्रैल यानी कि आज से चैत्र नवरात्रि का पर्व प्रारंभ हो चुका है। आज से 9 दिनों तक माता की आराधना की जाने वाली है और भक्त भक्ति में डूबे हुए नजर आने वाले हैं। नवरात्रि में देशभर के सभी देवी मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है। हर जगह भक्ति भाव के साथ मां दुर्गा की पूजन अर्चन की जाती है। भक्ति माता का आशीर्वाद लेने के लिए देशभर के देवी मंदिरों में पहुंचते हैं और वहां पर अपने तरीके से आराधना करते हैं। अगर नवरात्रि के मौके पर आप भी देवी मंदिर के दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं। तो आज आपको हरियाणा में मौजूद एक शानदार मंदिर के बारे में बताते हैं। यह मंदिर 51 शक्ति पीठ में से एक है और लाखों लोगों की श्रद्धा का केंद्र है। चलिए आज इस मंदिर के बारे में जानते हैं।
फेमस है मनसा देवी मंदिर
हरियाणा के पंचकूला में मनसा देवी का मंदिर है जिसका इतिहास काफी पुराना बताया जाता है। कहा जाता है कि जब माता सती के शरीर के अंगों के टुकड़े हुए थे तब उनका मस्तिष्क यहां पर गिरा था और उसके बाद यहां मनसा देवी मंदिर स्थापित किया गया। नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। ऐसा कहा जाता है की माता से जो भी मन से मांगा जाता है वह व्यक्ति की मुराद पूरी कर देती हैं।
मंदिर का इतिहास
इस मंदिर का निर्माण मनीमाजरा के महाराजा गोपाल सिंह ने 1811 और 1815 के बीच करवाया था। कहते हैं कि महाराज ने मनोकामना मांगी। मनोकामना पूरी होने के बाद उन्होंने मंदिर बनवाया। उस समय उनके महल से लेकर मंदिर तक लंबी गुफा थी।
कौन हैं मनसा देवी
ऐसा बताया जाता है की मनसा देवी भगवान शिव और देवी पार्वती की बेटी हैं। इनका प्रादुर्भाव मस्तिष्क से हुआ है इसलिए इन्हें मनसा देवी कहा जाता है। महाभारत के मुताबिक इनका वास्तविक नाम जरत्कारु है।
ऐसा है मंदिर
इस मंदिर में माता पिंडियों के रूप में विराजित हैं। यहां पर माता की तीन पिंडियां स्थित हैं। ये मनसा देवी, महालक्ष्मी और देवी सरस्वती का रूप है। यहां की परिक्रमा करने पर आपको गणेश, हनुमान, वैष्णोदेवी, भैरव की मूर्ति, द्वारपाल और शिवलिंग दिखाई देंगे।
कैसे पहुंचे मंदिर
अगर आप इस मंदिर के दर्शन करने जाना चाहते हैं तो आपको पंचकूला के बिलासपुर गांव में जाना पड़ेगा। ये मंदिर 100 एकड़ क्षेत्र में बना हुआ है। चंडी मंदिर से यहां की दूरी 10 किमी की है। ट्रेन और बस की सहायता से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। पंचकूला रेलवे स्टेशन से ये मंदिर 5 किमी दूर है। वहीं बस से जाने पर मनीमाजरा तक बस मिल जाएगी।