जयपुर:आज मंगलवार के दिन मौनी अमावस्या है। ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार आज का दिन बहुत ही खास है क्योंकि इस दिन एक संयोग भी बन रहा है। मौनी अम्वस्या के दिन सुबह बिना कुछ भी बोले स्नान करना होता है। कहते हैं इस दिन मौन रहने से पुण्य की प्राप्त होती है। माघ के महीने में मंगलवार के दिन मौनी अमावस्या का होना इसलिए भी शुभ माना जा रहा है कि इससे भौमवती अमावस्या का भी संयोग बन गया है। इससे मंगल से संबंधित ग्रह दोषों को भी दूर किया जा सकता है।
कहा जाता है कि इस दिन भगवान मनु का जन्म हुआ था। कार्तिक के महीने की तरह माघ मास को भी बहुत फलदायक माना गया है। माघ अमावस्या के दौरान पवित्र संगम में स्नान का विशेष फल मिलता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन जब सागर मंथन से भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर निकले तो देवताओं और राक्षसों की लड़ाई में अमृत कलश से अमृत की बूंदे संगम में गिर गई।
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इस तिथि पर भगवान विष्णु और भगवान शिव दोनों की पूजा का विधान है। इस दिन भगवान विष्णु के मंदिर में झंडा लगाएं। भगवान शनि पर तेल अर्पित करें। काला तिल, काली उड़द, काला कपड़ा दान करें। शिवलिंग पर काला तिल, दूध और जल अर्पित करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें।
सुबह 5 बजकर 11 मिनट पर हो रहा है जो 17 जनवरी को सुबह 7 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इसलिए सूर्योदय के बाद से ही पूरे दिन स्नान दान का शुभ मुहूर्त है।