मांगरथ लेकर निकलेगी कांग्रेस, खाट चर्चा में किसानों को देगी कर्ज माफी का भरोसा

हर कांग्रेस नेता को कम से कम 200 किसानों से फॉर्म भरवाना है। विधायक को 20,000 और संभावित प्रत्याशियों को 10 हज़ार किसानों से संपर्क कर फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन नेता टालमटोल न करें, इसके लिए पीके ने पूर्वांचल के लगभग सभी नेताओं के पीछे तीन तीन कमांडो निगरानी के लिए नियुक्त कर दिए हैं।

Update: 2016-09-04 13:21 GMT

देवरिया/कुशीनगर: कांग्रेस की संदेश यात्रा अब अंतिम पड़ाव की तरफ है। इसके साथ ही 6 सितंबर से देवरिया से राहुल गांधी की किसान यात्रा शुरू हो जाएगी। कांग्रेसी इसे लेकर उत्साहित हैं, लेकिन 1 सितंबर को गोपनीय तरीके से पहुंचे पार्टी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के नए टास्क से संगठन में खलबली है।

नए टास्क में नेताओं को गांव गांव आम लोगों तक पार्टी का संदेश पहुंचाना है। लेकिन पार्टी नेताओं का दर्द यह है कि पीके ने हर नेता के पीछे कमांडो लगा दिए हैं।

पीके का टास्क

-उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए राहुल गांधी अब किसान यात्रा और खाट सभा करेंगे। इसे पीके की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

-कांग्रेस इससे पहले किसानों का कर्ज माफ़ कर केंद्र में वापसी कर चुकी है, इसलिए पीके ने कर्ज में डूबे किसानों की कर्जमाफ़ी का स्ट्रोक खेला है। अभियान के तहत 250 मांगरथों का इस्तेमाल किया जायेगा।

-इस योजना के तहत संभावित प्रत्याशियों और वरिष्ठ नेताओं को किसानों तक पहुंच बनाने की जिम्मेदारी दी गई है।

-1 से 15 तारीख के प्रथम चरण में ये नेता किसानों से उनके कर्ज आदि की जानकारी लेंगे और एक फॉर्म में दर्ज करेंगे।

-किसान को इस वादे के साथ फॉर्म की एक रसीद दी जाएगी कि कांग्रेस की सरकार बनी तो इस रसीद के आधार पर उनका कर्ज माफ कर दिया जाएगा।

नहीं चलेगी टालमटोल

-इसके लिए हर कांग्रेस नेता को कम से कम 200 किसानों से फॉर्म भरवाना है। विधायक को 20,000 और संभावित प्रत्याशियों को 10 हज़ार किसानों से संपर्क कर फॉर्म भरवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

-लेकिन नेता टालमटोल न करें, इसके लिए पीके ने पूर्वांचल के लगभग सभी नेताओं के पीछे तीन तीन कमांडो निगरानी के लिए नियुक्त कर दिए हैं।

-यही नहीं, कोई नेता एक ही जगह बैठ कर फॉर्म न भर ले, इसलिए नेताओं को किसान के मोबाइल से 80901 पर मिस कॉल देनी है और नेताओं को किसान के दरवाजे पर एक स्टीकर भी चिपकाना है।

-टास्क से तो नेता खुश हैं, लेकिन यह सब उन्हें पीके की टीम के ब्लैक टी शर्ट वाले कमांडोज की निगरानी में करना है, यही बात उन्हें कचोट रही है ।

कांग्रेस का मांग रथ

-कांग्रेस के रणनीतिकार पीके ने इस अभियान के लिए 250 मांग रथ तैयार करवाए हैं। ब्रांडेड वाहन मांगरथ के दोनों छोरों पर डोर टू डोर अभियान की तीनो मांगों वाली होर्डिंग लगाई गई है।

-ये मांगें नारे के रूप हैं- किसानों का कर्जा माफ़, बिजली का बिल हाफ और एमएसपी का करो इन्साफ।

-मांग रथों में पार्टी कार्यकर्ताओं को बांटने के लिए झोले रखे गए हैं, जिनमें कार्यकर्ता मार्गदर्शिका, डोर स्टीकर और मोबाइल स्टीकर के अलावा किसानों और जनता का समर्थन जुटाने के लिए मांग पत्र रखे गए हैं।

-पार्टी विधायक और प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने newstrack.com से कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी किसानों की समस्याओं के लिए सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं।

-इसी कड़ी में 6 सितंबर को कांग्रेस की यात्रा देवरिया के पचलड़ी से सुबह 9 बजे शुरू होगी और रूद्रपुर के सतासी राज इंटर कालेज में 11 बजे पहुंचेगी। यहां राहुल गांधी खाट चर्चा के दौरान किसानों और आम लोगों के साथ बातचीत करेंगे।

(फोटो साभार: पीके,इंडियनएक्सप्रेस और राहुल,टाइम्सऑफइंडिया)

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