लखनऊ: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय गंभीर मरीजों के लिए एक नई सौगात लाया है। इन मरीजों को अब एयर एबुंलेंस से बड़े संस्थानों में रेफर किया जा सकेगा। ऐसे में ये सेवा उन मरीजों के लिए वरदान साबित होगी, जो यहां से रेफर करने के बाद समय पर बड़े संस्थानों पर नहीं पहुंच पाते थे।
डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने में जुटी कंपनी
-केजीएमयू प्रशासन हेलीकाप्टर सेवाएं प्रदान करने वाली दो निजी एयर कंपनियों के संपर्क में हैं।
-उनके बीच जल्द ही बात होने की संभावना है।
-कंपनियों के अधिकारी इस संबंध में मौका मुआयना कर डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने में जुटे हैं।
राज्य सरकार की चाहते हैं मदद
-केजीएमयू के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वेद प्रकाश ने Newstrack.com को बताया कि एयर के लिए राज्य सरकार से बातचीत चल रही है।
-उन्हें राज्य सरकार के अंतिम फैसले का इंतजार है।
-अगर राज्य सरकार उनकी मदद करती है, तो केजीएमयू प्रशासन को कम दामों में हेलीकॉप्टर मिल सकते हैं।
-अगर सरकार ने उनकी इस सुविधा पर गौर नहीं किया, तो भी वो मरीजों की सुविधा के लिए एयर एबुंलेंस का इंतजाम करेंगे।
हेलीपैड और कॉरीडोर ग्रीन की भी व्यवस्था
-मरीजों को विभाग से हेलीपैड तक कम से कम समय में पहुंचाने के लिए केजीएमयू के अंदर ग्रीन कॉरीडोर बनाया जाएगा।
-इसके अलावा एक हेलीपैड भी बनेगा।
-लखनऊ में केजीएमयू परिसर काफी बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
-जहां एक हेलीपैड आसानी से बन सकता है।
एयर सुविधा देने वाला पहला सरकारी संस्थान
-केजीएमयू में यह व्यवस्था लागू होते ही ये पूरे देश का पहला सरकारी मेडिकल संस्थान बन जाएगा, जहां मरीजों की सुविधा के लिए एयर एबुंलेंस दी जाएगी।
-अभी निजी और सोसाइटी से संचालित होने वाले कई मेडिकल संस्थानों में यह सुविधा है।
-पीजीआई चंडीगढ़ सहित कई संस्थानों में हेलीपैड की सुविधा है।
-लेकिन एयर एंबुलेंस का संचालन नहीं होता है।