लखनऊ: राज्य के कैबिनेट मंत्री आजम खान पर सपा नेता आशु मलिक के हमलावर होने के बाद यूपी अल्पसंख्यक आयोग उनके साथ खड़ा है। नए घटनाक्रम के तहत आयोग के सदस्य शफी आजमी ने मलिक को लताड़ते हुए कहा है कि चुनावी माहौल में मुस्लिम नेतृत्व पर हमला करने वाले अखिलेश सरकार के बुनियादी दुश्मन हैं। उनके बयान संगीत सोम और साध्वी प्राची से ज्यादा जहरीले हैं क्योंकि यह मिल्लत को बांटने वाला बयान है।
मुलायम सिंह यादव हैं निशाना
एक बयान जारी कर आजमी ने कहा है कि नया—नया राजनैतिक कार्यकर्ता एमएलसी के रूप में अगर परिवारवाद की बेबुनियाद बहस छेड़ता है तो उसका निशाना कोई और नहीं बल्कि मुलायम सिंह यादव ही हैं।
बीजेपी की जबान बोल रहे मलिक
आजमी ने कहा है कि ऐसा व्यक्ति जो बीजेपी की जबान बोल रहा है। उसे पार्टी में रहने का कोई हक नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व को इस बारे में सख्त फैसला लेना चाहिए।
-आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि जब चुनावी माहौल में पार्टी सबको जोड़ने के लिए संघर्षरत है।
-ऐसे में किसी मुस्लिम एमएलसी की तरफ से अगड़े पिछड़े मुस्लिमों की बहस छेड़ना।
-पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है।
-बुद्धिजीवियों की बैठक बुलाकर मलिक के बयान का लिया जाएगा संज्ञान।
-इससे पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को कराया जाएगा अवगत।
क्या है मामला
गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी के एमएलसी आशु मलिक नाराज हो गएं और उन्होंने आजम पर हमला करते हुए कहा था कि उन्होंने मुसलमानों को तबाह व बर्बाद किया है। आजम खान का सिर्फ परिवारवाद में विश्वास है।
मलिक ने कहा था कि खुद को मंत्री और पत्नी को राज्य सभा सदस्य बनवाने के बाद अब अपने बेटे के लिए भी जमीन तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा आज खां पसमांदा मुसलमानों के दुश्मन हैं। वह तो एहसान का बदला नुकसान से चुकाते हैं।