कानपुर: नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम ने गुरुवार (23 मार्च) को पकड़े गए आतंकियों को लेकर कानपुर पहुंची। एनआईए टीम ने कई ठिकानों पर छापेमारी करते हुए साक्ष्य जुटाए।
लखनऊ में सैफुल्लाह के मारे जाने के बाद एटीएस ने कानपुर के जाजमऊ के तिवारीपुर और केडीए कॉलोनी सहित मध्यप्रदेश से पकड़े गए फैसल, दानिश, आतिफ और गौस मोहम्मद सहित एक दर्जन संदिग्धों को अरेस्ट किया था। एनआईए और अन्य खुफिया एजेंसियों ने इनके साथ पूछताछ की।
कड़ी सुरक्षा के चलते नाकामयाबी
लखनऊ में एटीएस के हाथों मुठभेड़ में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह के इरादे बेहद खतरनाक थे। आंतकी कानपुर में पीएम की हुई परिवर्तन रैली में फिदाइन हमले की फिराक में था, लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका। यह खुलासा एनआईए की जांच के दौरन पकड़े गए आतंकी दानिश, आतिफ ने पूछताछ में किया है।
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ये थे आतंकियों के इरादे
जांच एजेंसियों की पूछताछ में सामने आया है कि पकड़े गए आतंकी साजिश में शामिल साथी मारे गए सैफुल्लाह के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कानपुर के गोविंद नगर स्थित रेलवे ग्राउंड में परिवर्तन रैली के दौरान फिदाइन हमले की फिराक में था। उसने अपने भाई के साथ रेलवे ग्राउंड की रेकी भी की थी। लेकिन कड़ी सुरक्षा और जांच एजेंसियों की पैनी नजर के चलते इनके आका गौस मोहम्मद ने प्लॉन को रोक दिया। इसके बाद इन सभी को रेलवे पटरी को क्षतिग्रस्त करने की जिम्मेदारी दी गई।
दहशत फैलाने की थी प्लानिंग
-आतिफ, दानिश और मीर हसन को एटीएस ने भोपाल से गिरफ्तार किया था। इन्हें ट्रेन ब्लास्ट के सिलसिले में दबोचा गया था।
-ये आतंकी लखनऊ एनकाउंटर में मारे गए कानपुर निवासी सैफुल्लाह के साथी हैं।
-इन तीनों संदिग्ध आतंकियों को एनआईए कानपुर लेकर आई।
-इनसे पूछा गया विस्फोटक कहां से लाए? कैसे लगाया? आदि जानकारियां जुटाई जा रही हैं।
-इनके घर जाकर पूछताछ के बाद एनआईए आतंकी सैफुल्लाह के जाजमऊ वाले घर पर भी गुरुवार को गई।
-सूत्रों के मुताबिक आतंकी सैफुल्लाह कानपुर में बैठकर दहशत फैलाने की प्लानिंग अपने साथियों के साथ करता था।
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दुकानदारों से भी पूछताछ
-एनआईए की टीम ने उन दुकानदारों से भी पूछताछ की जहां से आतंकियों ने बम बनाने का समान खरीदा था।
-आतंकियों ने लाल बंगले से बैटरिया ,ऑटो पार्ट की शॉप से स्पार्किंग बल्ब ,फेविक्विक समेत अन्य जरूरी सामान खरीदा था।
-टीम कानपुर देहात के पुखराया गई है।
आइएस आतंकियों के साथ मिले
-सैफुल्लाह और उसके तीन साथी आईएस आतंकी सगंठन के साथ काम कर रहे थे।
-इन आतंकियों को पिस्टल सप्लाई करने वाले अजहर के घर और रहमानी मार्केट स्थित दुकान पर भी एनआईए की टीम जा सकती है।
-माना जा रहा है कि पिस्टल सप्लाई के साथ अजहर ने बम बनाने के लिए विस्फोटक सामग्री का बंदोबस्त तो नहीं कराया। इस ओर भी जांच एजेंसियां सबूत जुटा रही है।