बाराबंकी: सहारा कंपनी के अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर आकर एक एजेंट के आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने डायरेक्टर सुब्रत रॉय समेत दस लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। एजेंट ने 26 जुलाई को घर पर ही फांसी लगा ली थी और एक सुसाइड नोट लिखकर छोड़ा था।
आत्महत्या करने वाले एजेंट का नाम संदीप मौर्या है। उसने सहारा के कई स्कीम में निवेशकों के पैसे जमा कराए थे। कंपनी में निवेश करने वाले लोग स्कीम के मैच्यूरिटी के बाद अपने रकम के भुगतान के लिए संदीप को परेशान कर रहे थे।
सहारा के तरफ से निवेशकों का पैसा वापस न होने के चलते वह बहुत परेशान हो गया था और 26 जुलाई को घर पर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद शनिवार को मृतक की मां कृष्णावती मौर्या ने रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
मुकदमे में सहारा इंडिया के डायरेक्टर सुब्रत रॉय, ओपी श्रीवास्तव, अभिजीत सरकार, एरिया मैनेजर प्रदीप श्रीवास्तव, ब्रांच मैनेजर रामगोपाल निगम, रीजनल मैनेजर रामनरेश कौशल समेत एजेंट को परेशान करने वाले कई निवेशकों के नाम भी शामिल हैं।
वहीं इस मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक की मां ने तहरीर दी है। मृतक की मां ने बताया कि सहारा में निवेश करने वाले लोग अपने पैसों के लिए उनके बेटे से मारपीट करते थे। मृतक एजेंट ने सहारा के अधिकारियों से कई बार मिलकर सभी का पैसा वापस करने की गुजारिश भी की, लेकिन उनका वैसा वापस नहीं हुआ।
इन्हीं सब बातों से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। मृतक एजेंट की मां की तहरीर के आधार पर उनके बेटे को परेशान करने वाले निवेशक और सहारा के डायरेक्टर समेत दस लोगों के खिलाफ आईपीसी की धरा 306 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगा।