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बुआ बनाम बेटी: बंगाल पोस्टर वार में कूदे प्रशांत किशोर, याद दिलाया वादा
भारतीय राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर को आखिरकार कौन नहीं जानता। प्रशांत किशोर ने जिस पार्टी के लिए रणनीति बनाया वे सभी अधिकतर सफल रहे। प्रशांत किशोर एक चुनावी रणनीतिकार हैं। कभी बीजेपी के लिए काम करने वाल प्रशांत किशोर अब बीजेपी के खिलाफ हमला बोल रहे हैं। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के तारीख के एलान के बाद सियासी दलों ने एक दूसरे पर हमला बोलना शुरू कर दिया हैं
पश्चिम बंगालः भारतीय राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर को आखिरकार कौन नहीं जानता। प्रशांत किशोर ने जिस पार्टी के लिए रणनीति बनाया वे सभी अधिकतर सफल रहे। प्रशांत किशोर एक चुनावी रणनीतिकार हैं। कभी बीजेपी के लिए काम करने वाल प्रशांत किशोर अब बीजेपी के खिलाफ हमला बोल रहे हैं। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के तारीख के एलान के बाद सियासी दलों ने एक दूसरे पर हमला बोलना शुरू कर दिया हैं।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कही बड़ी बातः
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे प्रशांत किशोर ने भाजपा सरकार पर हमला बोल दिया है। आप को बात दें कि शनिवार को प्रशांत ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिये कहा कि,बंगाल केवल अपनी बेटी चाहता है। किशोर ने 21 दिसंबर के ट्वीट के बारे में याद दिलाया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि बंगाल में बीजेपी की 99 से अधिक सीटें आईं तो वह चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे। उसी ट्वीट को याद दिलाकर प्रशांत ने कहा कि 2 मई को नतीजे आने के बाद आप मुझे मेरा पिछला ट्वीट याद दिला देना। बंगाल के लोग अपने संदेश के साथ तैयार हैं और अपने Right Card दिखाने के लिए दृढ़-संकल्पित हैं।'
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में चुनावों का घोषणा कियाः
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में चुनावों का घोषणा किया है। पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे और वोटों की गिनती बाकी चार राज्यों के साथ ही 2 मई को होगी। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को, दूसरे चरण का एक अप्रैल को, तीसरे चरण का 6 अप्रैल को, चौथे चरण का 10 अप्रैल को, पांचवे चरण का 17 अप्रैल को, छठे चरण का 22 अप्रैल को, सातवें चरण का 26 अप्रैल को और अंतिम चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। 2 मई को वोटों की गिनती के बाद साफ होगा कि पश्चिम बंगाल के चुनावों में बाजी किसने मारी।
क्या आप जानते हैं कौन है प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर रोहतास जिले के कोनार गांन के रहने वाले है। इनका जन्म 1977 को हुआ। इनकी माध्यमिक शिक्षा बक्सर से हुई। आप को बता दें कि राजनीति में यह चाणक्य के नाम से जान जाते हैं।
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किसके लिए किया काम
साल 2011 में-
प्रशांत किशोर साल 2011 में नरेंद्र मोदी के लिए काम करने लगे। साल 2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सबसे बड़े आयोजनों में से एक 'वाइब्रैंट गुजरात' की रूपरेखा तैयार की थी। जिसके बाद से नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री की सफर तय किए।
साल 2014 में बीजपी को बहुमत से जीता दिलाईःगुजरात चुनाव के बाद से बीजेपी ने 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार की बागडोर प्रशांत को सौंपी और बीजेपी को भारी मत से जीत मिली। 2014 लोकसभा चुनाव में 'चाय पर चर्चा' और 'थ्री-डी नरेंद्र मोदी' का नारा दिया था।
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साल 2015 में बिहार में महागठबंधन
2015 बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत की टीम ने जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन के लिए चुनाव प्रचार संभाला। जिनका नारा था' बिहार में बिहार है, नीतीशै कुमार है' इस चुनाव में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन को पूर्ण बहुमत मिला।
साल 2016 में कांग्रेस के साथ
2016 में प्रशांत किशोर ने पंजाब विधानसभा चुनाव में अमरिंदर सिंह और कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति तैयार की और कांग्रेस को बड़ी जीत दिलवाई। 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का चुनाव प्रचार संभाला लेकिन पार्टी को हार मिली।