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आखिरकार दबोचा गया कैशवैन का लुटेरा, सीसीटीवी फुटेज से मिले थे अहम सुराग

sudhanshu
Published on: 5 Aug 2018 3:45 PM GMT
आखिरकार दबोचा गया कैशवैन का लुटेरा, सीसीटीवी फुटेज से मिले थे अहम सुराग
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लखनऊ: राजभवन के पास कैश वैन लूट और गार्ड की हत्या करने वाले एक लाख के इनामी बदमाश विनीत तिवारी को शनिवार की देर रात पुलिस की टीम ने रायबरेली के भोले का पुरवा इलाके से आखिरकार दबोच ही लिया गया। पुलिस ने आरोपी के पास से कैशवैन से लूटे गये 4,73,900, तमंचा, लूटा गया बैग, रिंच और दो नम्बर प्लेट प्लेट बरामद कर लिए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी विनीत की भागने में मदद और घटना की जानकारी रखने वाले विनीत के बहनोई कृष्णानगर निवासी कवीन्द्र को भी सह-आरोपी मानते हुए अरेस्‍ट किया। पुलिस ने विनीत की पत्नी को भी हिरासत में ले लिया है। पुलिस विनीत की पत्नी की भूमिका की जांच कर रही है।

इस वारदात के बाद पुलिस के आलाधिकारी तुरंत एक्‍शन में आ गए थे। जिसके बाद घटनास्‍थल से लेकर कृष्‍णानगर तक के सीसीटीवी फुटेज को एसएसपी की निगरानी में चल रही एंटी डकैती सेल के प्रभारी फरीद अहमद ने निकाल लिए थे। इस पूरे केस को वर्कआउट करने में सीसीटीवी फुटेज से अहम सुराग मिले थे।

पुलिस पहुंची तो फरार हो चुका था आरोपी

आईजी रेंज सुजीत पाण्डेय ने बताया कि इस केस को वर्कआउट करते हुए शनिवार को पुलिस जब आरोपी विनीत के कृष्णानगर के भोलाखेड़ा स्थित किराए के घर में पहुंची तो आरोपी ,पत्नी और बच्चों के साथ फरार हो चुका था। इसके बाद पुलिस की टीम आरोपी की तलाश में जुटी रही। पुलिस को पता चला कि आरोपी घर से निकल कर कृष्णानगर इलाके में अपने बहनोई कवीन्द्र पाण्डेय के पास गया था। पुलिस ने इस पर कवीन्द्र को हिरासत में लिया।

पुलिस पूछताछ में कवींद्र ने आरोपी की लोकेशन के बारे में अहम सुराग दिए। कवीन्द्र ने बताया कि उसने सबसे पहले बाइक से विनीत को मानकनगर रेलवे स्टेशन पर छोड़ा था। बाद में वह विनीत की पत्नी व बच्चों को लेकर मानकनगर रेलवे स्टेशन गया। इसके बाद विनीत, पत्नी व बच्चों संग तेलीबाग चौराहे पहुंचा, जहां से बस पर बैठकर बछरावां चला गया। इस जानकारी के बाद पुलिस की टीम रायबरेली बछरावां भेजी गयी।

देर रात राजधानी पुलिस ने बछरावां पुलिस की मदद से आरोपी विनीत को उसकी बहन मंजू के गांव भोले का पुरवा इलाके से अरेस्‍ट कर लिया। पुलिस को विनीत की पत्नी भी उसी गांव में मिली। पुलिस ने विनीत की पत्नी के पास से कैश वैन से लूटे गये 4,73,900 रुपये बरामद किये। पुलिस ने आरोपी विनीत की निशानदेही पर एक तमंचा, कैश वैन से लूटा गया बैग, नम्बर प्लेट बदलने के लिए प्रयोग होने वाली रिंच और दो अलग-अलग नम्बर प्लेट भी बरामद कीं।

आरोपी विनीत ने कैश वैन से रुपये लूटने और गोली मारकर गार्ड इंद्रमोहन की हत्या की बात कुबूल ली। पुलिस ने इस मामले में विनीत के बहनोई कवीन्द्र पाण्डेय को भी आरोपी विनीत की मदद करने और उसका अपराध छुपाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने विनीत की पत्नी को भी हिरासत में ले लिया है। पुलिस विनीत की पत्नी की भूमिका की जांच कर रही है। आईजी जोन सुजीत पाण्डेय ने इस केस में लगी पुलिस की सभी टीमों को अपराधी पर घोषित एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। आईजी सुजीत पाण्डेय का कहना है कि आरोपी से आगे की पूछताछ के लिए उसको पुलिस कस्टडी रिमाण्ड पर लिया जायेगा।

रेकी करके की थी लूटपाट

इस वारदात में पकड़े गये विनीत ने बताया कि उसको रुपये की आवश्यकता थी। वह कुछ दिनों से रोज राजभवन के सामने एक्सिस बैंक के पास आकर खड़ा हो जाता था। इसके बाद वह बाइक से रुपये लेकर निकलने वालों को देखता था। इस बीच आरोपी ने एक व्यक्ति को अपना टारगेट बनाया। उसकी रेकी की। 30 जुलाई को विनीत सुबह करीब 11 बजे बाइक से एक्सिस बैंक के बाहर वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंच गया था। इत्तिफाक से उस वक्त तेज बारिश होने लगी और जिस व्यक्ति को लूटने का प्लान विनीत ने बनाया था वह व्यक्ति बैंक से रुपये लेने के लिए पहुंचा ही नहीं।

चालक की लापरवाही से हुई लूट

आईजी जोन ने बताया कि घटना के वक्त कैश वैन सर्विस लेन पर खड़ी थी। वैन में चालक रामसेवक और गार्ड इंद्रमोहन मौजूद थे, जबकि कस्टोडियन उमेश कुछ कैश जमा करने के लिए बैंक के अंदर गया था। तेज बारिश से बचने के लिए लुटेरा विनीत बाइक बैंक के बाहर ही खड़ी कर कैश वैन के पास आकर खड़ा हो गया। इस बीच वह वैन चालक से बातचीत करने लगा। बातचीत के दौरान वैन चालक ने विनीत को बताया कि उसकी वैन में काफी कैश है, वरना वह उसको वैन के अंदर बारिश से बचने के लिए बैठा लेता। बस चालक की यही बात सुन फौरन ही विनीत ने लूट का इरादा बनाया और कैश वैन में लूट की वारदात को अंजाम दिया। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि विनीत ने वारदात को अंजाम देने के लिए पिस्टल से पांच राउड फायरिंग की थी।

वारदात के वक्‍त लुटेरे के लगे थे छर्रे

पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी लुटेरे विनीत ने बताया कि जिस वक्त वह कैश वैन में लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए बढ़ा, वैसे ही चालक रामसवेक वैन से उतर कर भाग खड़ा है। वैन में मौजूद गार्ड इंद्रमोहन ने विनीत के हाथ में असलहा देखा तो अपनी बंदूक उठा ली। गार्ड इंद्रमोहन ने उस पर गोली भी चलायी। गार्ड इंद्रमोहन की बंदूक से निकले कुछ छर्रे लुटेरे विनीत के दाहिने हाथ की कोहनी पर लगे। इसके बाद उसने गार्ड इंद्रमोहन को दो गोलियां मार और पूरी वारदात को अंजाम दिया।

लूट के रूपये से खरीदेे ब्रांडेड कपड़े और ज्‍वैलरी

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि लूट की वारदात के बाद अगले दिन जब लुटेरे की सीसीटीवी फुटेज अखबारों और चैनलों में प्रसारित हुई तो आरोपी समझ गया कि पुलिस जल्द ही उस तक पहुंच जायेगी। पुलिस से सर्विलांस हथियार से बचने के लिए आरोपी विनीत ने फौरन ही अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया और फिर उसको आन ही नहीं किया। आरोपी ने बताया कि लूटे गये कुछ रुपये से उसने ब्राण्डेड कपड़े, जूते और जेवरात भी खरीदे है। पुलिस ने कपड़े और जूते तो बरामद कर लिये है, पर अभी जेवरात बरामद होना बाकी हैं।

कैश वैन एजेंसी ने दरकिनार की आरबीआई की गाइडलाइन

इस पूरी घटना में कैश वैन एजेंसी की भी लापरवाही निकल कर सामने आयी है। आईजी सुजीत पाण्डेय ने बताया कि आरबीआई कैश वैन को लेकर कई नियम बना रखे हैं। इस नियम के तहत वैन में कैश रखने के लिए दो चैम्बर होने चाहिए। आखिरी चैम्बर की चाभी सिर्फ कस्टोडियन के पास होनी चाहिए। कैश वैन में तीन तरफ से कैमरे लगे होने चाहिए। इस पूरे मामले में एसआईपीएल कम्पनी ने इस गाइडलाइन की अनदेखी भी की थी। उन्होंने बताया कि हाल के ही दिनों में डीजीपी ओपी सिंह ने बैंक और सिक्योरिटी एजेंसियों के साथ इस संबंध में बैठक भी की थी। आईजी ने बताया कि अब इस मामले को कैश सिक्योरिटी एजेंसियों पर सख्ती बरती जायेगी।

सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल डाटा से मिली सफलता

आईजी जोन सुजीत पाण्डेय ने बताया कि कैश वैन लूट और गार्ड की हत्या पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती थी। पुलिस की 20 टीमों को इसके खुलासे के लिए लगाया गया था। बदमाश का सीसीटीवी फुटेज और फोटो सोशल मीडिया की मदद से लोगों तक पहुंचाया जा रहा था। रोज पुलिस के पास बदमाश से संबंधित कोई न कोई सूचना आ रही थी। उन्होंने बताया कि इस दौरान पुलिस ने 32 से 35 अलग-अलग कैमरों के सीसीटीवी फुटेज निकाले थे। 750 से 800 के करीब फोटो पुलिस के पास मौजूद थे। वहीं अगर सर्विलांस की बात की जाये तो पुलिस ने इस दौरान करीब 10 से 12 लाख मोबाइल डाटा को खंगाला था।

बेटी को पढ़ाने के लिए करी लूट

एसएसपी आवास पर पेश किये गये लुटेरे विनीत से जब लूटपाट के पीछे के मकसद को पूछा गया तो उसने बताया कि उसके पास कोई काम नहीं था। कभी-कभी वह मोमोज बेच लिया करता था। उसके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं। एक बेटी 7 साल की है और दूसरी बेटी अभी 9 माह की है। बड़ी बेटी को वह अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाना चाहता था। स्कूल में बेटी के एडमिशन के लिए उसके पास रुपये नहीं थे। ऐसे में उसने लूट करने की ठान ली। आरोपी विनीत ने बताया कि इससे पहले कभी उसने लूट नहीं की थी।

विनीत को रिमांड पर लेगी पुलिस

आईजी सुजीत पाण्डेय ने बताया कि विनीत को जल्‍द ही पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। वह बेहद शातिर किस्‍म का अपराधी है। उससे पूछताछ में इस बात को कंफर्म किया जाएगा कि इस घटना से पहले उसने कोई अन्‍य लूट या इसी किस्‍म के अपराध तो नहीं किए हैं।

गुजरात की फोरेंसिक लैब में हुआ फुटेज का मिलान

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आरोपी की सबसे पहले मिली फुटेज और फोटो काफी धुंधली थी। इस फोटो को डेवलेप कराने के लिए गुजरात फारेंसिक लैब की मदद ली गयी। वहीं पुलिस को जो भी फोटो लोगों से वाट्सअप, ईमेल और ट्विटर के माध्यम से मिल रही थी, उन फोटोग्राफ को लुटेरे की फोटो से मिलान का भी काम गुजरात फारेंसिक लैब से ही कराया गया।

इनकी रही अहम भूमिका

फरीद अहमद मय एंटी डकैती टीम लखनऊ

सुधीर त्‍यागी सर्विलांस प्रभारी मय टीम

आनंद शाही प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज

विमलेश सिंह मय स्‍वाट टीम क्राइम ब्रांच

अंजनी पांडेय प्रभारी निरीक्षक ठाकुरगंज

धर्मेश शाही प्रभारी निरीक्षक गुडंबा

रामसूरत सोनकर प्रभारी निरीक्षक सरोजनीनगर

विकास पांडेय प्रभारी निरीक्षक महानगर

अजय त्रिपाठी प्रभारी स्‍वाट एसपीटीजी

अमरेश त्रिपाठी सर्विलांस प्रभारी रायबरेली

एैनुद्दीन उप निरीक्षक मय क्राइम टीम (आईजी रेंज, लखनऊ)

कांस्‍टेबल धर्मेंद्र तिवारी सर्विलांस सेल लखनऊ

कांस्‍टेबल राम निवास शुक्‍ला सर्विलांस सेल लखनऊ

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