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डॉक्‍टर साहब ने खोला फर्जी बैंक खाता- 2 करोड़ का किया लेनदेन, डा. कफील और अदील गिरफ्तार...

sudhanshu
Published on: 23 Sep 2018 4:11 PM GMT
डॉक्‍टर साहब ने खोला फर्जी बैंक खाता- 2 करोड़ का किया लेनदेन, डा. कफील और अदील गिरफ्तार...
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गोरखपुर: बीआरडी ऑक्‍सीजन कांड में नौ माह जेल काटकर बाहर आए डा. कफील खान के साथ उनके बड़े भाई अदील को भी एक बार फिर जेल जाना पड़ा। दूसरे के फोटो का इस्‍तेमाल कर फर्जी बैंक एकाउंट खोलकर दो करोड़ रुपए के लेनदेन के आरोप में उन्‍हें कैण्‍ट पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया। दोनों को न्‍यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्‍हें जेल भेज दिया गया। कल ही डा. कफील खान को बहराइच पुलिस ने जिला अस्‍पताल में हिरासत में लिया था।

विवादों में रहे हैं डॉ कफील

राजघाट थानाक्षेत्र के बसंतपुर के रहने वाले डा. कफील खान को 10/11 अगस्‍त 2017 की रात ऑक्‍सीजन कांड के बाद गिरफ्तार किया गया था। डा. कफील खान 9 माह बाद डा. कफील खान जमानत पर जेल से रिहा हुए। उसके बाद से वे लगातार विवादों के कारण चर्चा में रहे। सीओ कैण्‍ट प्रभात कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्‍होंने बताया कि राजघाट के शेषपुर के रहने वाले मुजफ्फर आलम ने कुछ माह पूर्व राजघाट पुलिस को दी गई तहरीर में ये आरोप लगाया था।

उनका आरोप था कि डा. कफील खान और उनके बड़े भाई अदील ने साल 2009 में उनकी फोटो लगाकर किसी और के नाम से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस लगाकर मोहम्‍मद फैजान के नाम से कैण्‍ट के सिनेमा रोड पर स्थित यूनियन बैंक में खाता खोला था। उन्‍होंने बताया कि 2014 में इस खाते को बंद कर दिया गया। इस दौरान इस फर्जी खाते से 2 करोड़ रुपए का लेनदेन किया गया। फर्जी बैंक खाते से लेनदेन के मामले में दोनों के खिलाफ पर्याप्‍त सुबूत मिलने के बाद दोनों को कैण्‍ट क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।

राजघाट पुलिस ने इस मामले में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 के तहत मामला दर्ज किया था। इस फर्जी खाते को 27 मई 2009 को खोला गया था। डा. कफील खान ने अपने शैक्षणिक काल में मनीपाल विश्‍वविद्यालय 20 जून 2009 को कुल 81 लाख 28 हजार 100 रुपए की डिमांड ड्राफ्ट बनवाकर अपने व्‍यक्तिगत उपयोग और शैक्षणिक कार्य के लिए इस्‍तेमाल किया गया था। विवेचना में डा. कफील का नाम प्रकाश में आया था। उसके बाद इस घटना में शामिल दोनों आरोपी भाईयों को गिरफ्तार कर लिया।

2014 में बंद हुआ था खाता

वहीं इस मामले में वादी मुजफ्फर आलम ने बताया कि उन्‍हें जब इसकी जानकारी हुई, तो उन्‍होंने पुलिस को तहरीर दी। उन्‍होंने बताया कि उनकी फोटो का इस्‍तेमाल कर यूनियन बैंक के खाते में मोहम्‍मद फैजान के नाम से डा. कफील और उनके भाई अदील खान ने एक खाता खोला था। उस खाते को 2014 में बंद कर दिया गया। उन्‍होंने बताया कि उसी खाते से दो करोड़ रुपए का लेनदेन किया गया था। उन्‍होंने बताया कि जब उन्‍हें इस बात की जानकारी हुई, तो उन्‍होंने थाने पर दोनों के खिलाफ लिखित तहरीर दी।

जेल से छूटने के बाद लगातार विवादों में रहने वाले डा. कफील खान और उनके भाई अदील के साथ उनके परिवार की मुश्किलें एक बार फिर ब‍ढ़ गईं हैं। फर्जी खाते से लेनदेन के कारण एक बार फिर उन्‍हें जेल की हवा खानी पड़ रही है।

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