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योगी तेरे राज में ! ईमानदारी बनी जान की दुश्मन, डीएम ने भी नहीं सुनी फ़रियाद

Rishi
Published on: 16 April 2017 12:10 PM GMT
योगी तेरे राज में ! ईमानदारी बनी जान की दुश्मन, डीएम ने भी नहीं सुनी फ़रियाद
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कौशांबी : आज जब यूपी में ईमानदारी, आदर्शों और नैतिकता की बातें चल रही हैं, सीएम योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए ईमानदार अधिकारियों को चिन्हित कर लिस्ट तैयार करवा रहे है। ठीक इसी समय एक अधिकारी को उसका ईमानदार होना महंगा पड़ रहा है। मामला डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद कौशांबी का है। जहाँ प्रधानमंत्री आवास योजना व लोहिया आवास योजना का सत्यापन करने एवं भ्रष्ट कर्मचारियों की पोल खोलने पर सहायक खंड विकास अधिकारी सहकारिता (एडीओ कॉपरेटिव) को जान से मारने की धमकी दी गई है।

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कौशांबी जिला मुख्यालय स्थित खंड विकास अधिकारी कार्यालय मंझनपुर में रईस उज्जम सहायक खंड विकास अधिकारी सहकारिता के पद पर कार्यरत है। वैसे तो एडीओ कॉपरेटिव मेरठ शहर के रहने वाले है, लेकिन ब्लाक परिसर के सरकारी आवास में अपने छोटे परिवार के साथ बसर कर रहे हैं। मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर 29 मार्च 2017 को रईस ने प्रधानमंत्री आवास योजना व लोहिया आवास योजना का देवरा व चकथांभा गांव में जाकर ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी द्वारा सत्यापित सूची का स्थलीय सत्यापन किया। स्थलीय सत्यापन में 50 प्रतिशत लाभार्थी आपात्र पाए गए। इसके अतिरिक्त देवरा गांव में द्वितीय किश्त हेतु अवशेष तीन लोहिया आवासों का सत्यापन किया। तीनों आवास द्वितीय किश्त के लिए मांग की स्थति में नहीं मिले। जाँच के दौरान उन्हें पता चल कि लाभार्थियों को दी गयी, पहली किश्त की धनराशि में ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी द्वारा पचास-पचास हजार रुपये की अवैध वसूली की गयी थी। सत्यापन व जाँच के बाद एडीओ कॉपरेटिव ने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मय साक्ष्य सीडी के साथ मुख्य विकास अधिकारी को सौंप दी। मुख्य विकास अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी मोहम्मद नसर को निलंबित करते हुए उच्चस्तरीय प्रारंभिक जांच का निर्देश जारी किया।

मुख्य विकास अधिकारी के कार्यवाही करने के बाद ग्राम विकास अधिकारी मोहम्मद नसर व देवरा गांव के प्रधान पुत्र ने एडीओ कॉपरेटिव को धमकाना शुरू किया। इतना ही नही रात-रात भर अनजाने नंबरों से जान से मारने की धमकियां आने लगी। हद तो तब हो गयी जब फोन पत्नी ने रिसीव किया तो जल्द ही विधवा बनाने की बात कही गयी। एडीओ कॉपरेटिव ने मामले की शिकायत सीडीओ, डीएम व एसपी से कर जान माल की सुरक्षा की गुहार लगायी, तो उसी रात उसके आवास पर ग्राम विकास अधिकारी व प्रधानपति अपने गुर्गों समेत आ धमके और उनके साथ गाली गलौच की और पत्थरबाजी भी हुई। एडीओ कॉपरेटिव ने तत्काल इस घटना की सूचना मंझनपुर कोतवाली पुलिस को दिया। पुलिस के आने की भनक लगते ही प्रधान पुत्र अपने गुर्गे के साथ मौके से भाग गया।

तमाम शिकायतों के बाद भी किसी अधिकारी ने उनकी एक न सुनी। यहाँ तक की डीएम अखंड प्रताप सिंह से मिलने गए तो उन्होंने भी उनकी बातों को नही सुना। एडीओ कॉपरेटिव व उसकी पत्नी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के चौखट से न्याय की गुहार लगायी है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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