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Sonbhadra: युवती के वेश में रोकवाते हैं वाहन, साइड में ले जाकर करते हैं लूटपाट, हुआ पर्दाफाश
Sonbhadra: अब तक इस गिरोह के 13 व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है। उसमें से बृहस्पतिवार तक पांच की गिरफ्तारी कर ली गई है। शेष की भी सरगर्मी से तलाश जारी है।
Sonbhadra: राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मारकुंडी घाटी में पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के चालक से लगभग अस्सी हजार लूट के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। ससुराल में रहकर गिरोह का संचालन कर रहे, सरगना विकास यादव सहित दो को जहां दबोचने में कामयाबी पाई गई है। वहीं यह भी जानकारी सामने आई है कि गिरोह का ही एक युवक, रात के वक्त युवती के वेश में वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को रोकवाकर, उसके चालक को साइड में ले जाता था। इसके बाद गिरोह के दूसरे सदस्य उसे दबोचकर, उसके पास मौजूद नगदी एवं अन्य सामान लूट लेते थे।
अब तक इस गिरोह के 13 व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है। उसमें से बृहस्पतिवार तक पांच की गिरफ्तारी कर ली गई है। शेष की भी सरगर्मी से तलाश जारी है।
डीआईजी/एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने राबटर्सगंज कोतवाली में सरगना सहित अन्य की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए बताया कि गत छह जून को छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से वाराणसी तक चलने वाली बस के कंडक्टर से लूट की घटना सामने आई थी। पीड़ित का कहना था कि वह बस रोककर शौच के लिए किनारे गया हुआ था, उसी समय उसे कुछ लोगों ने पकड़ लिया और उससे 79300 रुपये लूट लिए।
उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी के बाद, इसके खुलासे के लिए एएसपी मुख्यालय विनोद कुमार के पर्यवेक्षण में राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस के साथ ही, स्वाट और सर्विलांस टीम को लगाया गया था। घटना के तीन-चार दिन बाद ही तीन आरोपियों को पकड़ने में भी सफलता पा ली गई लेकिन गिरोह का सरगना बताया जा रहा विकास यादव अब तक पकड़ से बाहर था।
राबटर्सगंज कोतवाल दिनेश प्रकाश पांडेय, चौकी इंचार्ज जिला अस्पताल विनय कुमार सिंह, हमराहियों के साथ छपका में चुर्क तिराहे पर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग आदि के सिलसिले में बने हुए थे। तभी उन्हें सूचना मिली लोढ़ी टोला प्लाजा बोर्ड के पास सरगना विकास यादव अपने साथी के साथ खड़ा है और चोपन की तरफ जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहा था। बताई गई सूचना के आधार पर पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई। आरोपियों ने भागने का प्रयास किया लेकिन उन्हें दौड़ाकर दबोच लिया गया।
लाली युवती बनकर रोकवाता था वाहन, शेष करते थे लूटपाट
आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक गत छह जून को हुई लूट की घटना में सामने आए 13 आरोपियों में घसिया बस्ती निवासी लाली युवती की भूमिका निभाता था। समीज-सलवार पहनकर रात तीन से चार बजे के बीच वह मारकुंडी घाटी से गुजरने वाले वाहनों को रूकवाता था। वाहन रूकने के बाद, उसमें सवार व्यक्ति या चालक जो भी उसके झांसे में आता था, उसे वह साइड में ले जाता था।
इस दौरान उसके अन्य साथी अगल-बगल छिपे होते थे। जैसे ही झांसे में फंसा व्यक्ति सड़क छोडकर पहाड़ी या झाड़ी की तरफ आता था, उसे घेरकर उसके पास मौजूद नगदी एवं अन्य सामान लूट लेते थे। एसपी ने बताया कि इस गिरोह को पहले ही पंजीकृत किया जा चुका है। गैंगस्टर के मामले में पांच सदस्य अभी जेल में हैं। इस घटना में 13 को चिन्हित किया गया था, जिसमें विकास यादव निवासी खड़िया थाना शक्तिनगर और जद्दू निवासी घसिया बस्ती थाना राबटर्सगंज समेत पांच की गिरफ्तारी हो चुकी है। शेष के लिए भी प्रयास जारी हैं। गिरोह की अन्य गतिविधियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
पहले था सामान्य अपराधी, शादी के बाद बन गया लुटेरों का सरगना:
घसिया बस्ती से पहले भी लुटेरों के गिरोह से जुड़ाव सामने आ चुका है। 2012 में एसपी रहे सुभाषचंद्र दूबे ने इस गिरोह की कमर तोड़ दी थी। 2019 में एक बार फिर से गिरोह ने सक्रिय होने की कोशिश की तो एसपी रहे प्रभाकर चैधरी ने गिरोह के सदस्यों को सलाखों के पीछे भेजवा दिया। उसके बाद से गिरोह छिन्न-भिन्न था लेकिन इस बीच खड़िया निवासी विकास यादव की घसिया बस्ती में शादी हो गई। छोटे स्तर पर अपराध वह पहले से कर रहा था। शादी के बाद, वह घसिया बस्ती से जुड़े लूट गिरोह का सरगना बन गया और पहले इस तरह के गतिविधियों में शामिल रह चुके लोगों के साथ नए लोगों को जोड़कर, लूट को अंजाम दिया जाने लगा।
चूंकि घटना का तरीका ऐसा था कि लोकलाज के चलते लूट का शिकार हुआ व्यक्ति भी पुलिस को सूचना नहीं देता था लेकिन संयोगवश शौच के लिए गया बस का कंडक्टर उनके हत्थे चढ़ गया और उसके जरिए गिरोह के करतूतों की जानकारी पुलिस तक पहुंच गई। एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने अब तक लूट के तीस हजार बरामद कर लिए गए हैं। शेष की बरामदगी और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिया गया है।