बीजेपी सांसद ने अपने ही MLA पर उठाई चप्पल SDM को धमकाया

Rishi
Published on: 13 Jan 2018 1:18 PM GMT
बीजेपी सांसद ने अपने ही MLA पर उठाई चप्पल SDM को धमकाया
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लखनऊ : सीतापुर की महोली तहसील परिसर में शनिवार को चल रहा कम्बल वितरण कार्यक्रम अचानक सांसद और विधायक समर्थकों के बीच हाथापाई यानि कुटाई कार्यक्रम में तब्दील हो गया। इसमें लात, घूंसे और कुर्सियां भी खूब चलीं। धौरहरा सांसद रेखा वर्मा ने एसडीएम बृजपाल सिंह को सार्वजनिक तौर पर धमकाया भी। कहा कि एसडीएम साहब दो दिन नहीं रूक पाओगे। यह मामला यहीं नहीं थमा, समर्थकों की लगातार टिप्प्णी और कहासुनी ने आग में घी का काम किया। इसके बाद बवाल मच गया। सांसद और विधायक समर्थक एक दूसरे से भिड़ गए।

दरअसल दोपहर करीबन डेढ बजे महोली तहसील प्रशासन ने कंबल वितरण कार्यक्रम रखा था। उस समय सांसद लोगों को कंबल बांट रही थी। तभी विधायक शशांक त्रिवेदी भी अपने समर्थकों के साथ तहसील परिसर पहुंच गए और उन्होंने भी कंबल बांटना शुरू कर दिया तो परिसर में अव्यवस्था बढ गई। इस पर सांसद खफा हो उठीं, पहले तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए एसडीएम बृजपाल सिंह की क्लास ली। कहा कि औकात में रहो, दो दिन भी नहीं टिक पाओगे।

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इस बीच विधायक समर्थकों ने कुछ बोलने की कोशिश की तो सांसद ने उन्हें डांटकर चुप करा दिया। इस हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद परिसर में हंगामा हो गया। सांसद ने चप्पल तक निकाल ली और एसडीएम के साथ ही विधायक को धमकी दी। समर्थकों ने एक दूसरे पर लात और कुर्सियों से हमला कर दिया। हंगामा शांत होता नहीं देख एसडीएम ने सांसद को अपने कमरे और विधायक को दूसरे कमरे में बंद कराया। तब जाकर माहौल शांत हुआ। दोनों जनप्रतिनिधियों में सुलह समझौते की बातचीत चल रही थी।

हालां​कि इस घटना की सूचना मिलते ही डीएम सारिका मोहन, पुलिस अधीक्षक आनन्द कुलकर्णी भी मौके पर पहुंचे।

इसके बाद कंबल लेने आई जनता ने कंबल लिए, दोनों नेताओं की लड़ाई देखी और चटखारे लेते हुए अपने घर चल दी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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