×

Lok Sabha Election 2024: जयंत के साथ भी कठिन होगी भाजपा की राह

Lok Sabha Election 2024: पश्चिमी यूपी की सीटों पर कमल खिलाने के लिए भाजपा ने जयंत चौधरी की पार्टी के साथ गठबंधन किया है। मगर चुनावी समीकरण बताते हैं कि भाजपा की राह आसान नहीं होगी।

Sushil Kumar
Published on: 5 April 2024 12:10 PM GMT
जयंत चौधरी और अरुण गोविल।
X

जयंत चौधरी और अरुण गोविल।(Pic: Social Media)

Meerut News: सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्षी दलों के बड़े नेताओं ने अब अपना पूरा ध्यान पश्चिमी यूपी पर ही लगा दिया है। भारतीय जनता पार्टी का बात करें तो जयंत के एनडीए गुट में शामिल होने के बाद भी पश्चिमी यूपी में बीजेपी की राह आसान नहीं दिख रही है। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पश्चिमी यूपी की सात सीटों रामपुर, मुरादाबाद, संभल सहारनपुर, बिजनौर, नगीना और अमरोहा सीट पर कब्जा जमाया था। इससे पहले के चुनाव में यानी 2014 के लोकसभा चुनाव में ये सभी सीटें मोदी लहर में भाजपा के खाते में गई थीं। भाजपा की कोशिश इस चुनाव में जयंत की मदद से दोबारा इन सीटों पर अपना कब्जा जमाना है। लेकिन,जैसे हालात है उनमें यह करना भाजपा के लिए आसान नहीं लग रहा है।

भाजपा में जारी है अंतर्कलह

2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो मेरठ और मुजफ्फरनगर में फैसला कम वोटों के अंतर से हुआ था। मुजफ्फरनगर में भाजपा के संजीव बालियान मात्र 6526 वोटों के अंतर से रालोद के अजित सिंह से जीत सके थे। वहीं मेरठ-हापुड़ सीट का भी यही हाल रहा था यहां पर भाजपा बसपा के याकूब कुरैशी से 4707 वोटों के अंतर से जीती थी। इस बार भी भाजपा की राह इन दोनो सीटों पर आसान नहीं दिख रही है। इसकी बड़ी वजह पार्टी की अंतर्कलह के अलावा विपक्ष की तरफ से मजबूत उम्मीदवार का खड़ा होना है। पिछले दिनो केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान के काफिले पर मुजफ्फरनगर के खतौली क्षेत्र के मढ़करीमपुर गांव में बीते दिनों हुए पथराव ने पार्टी की अंतर्कलह को उजागर कर दिया। दरअसल,पार्टी के कुछ इलाकाई नेता अंदरखाने बालियान का विरोध कर रहे हैं। बालियान जो कि मुजफ्फरनगर सीट से पिछले दो चुनाव जीत चुके हैं। अपने ऊपर हुए हमले को कुछ लोगो की साजिश बताते हैं। हालांकि वें किसी का नाम नहीं ले रहे हैं।

अरुण गोविल को टिकट देने से नाराज हैं पुराने नेता

मेरठ में भी भाजपा उम्मीदवार अरुण गोविल की उम्मीदवारी से पार्टी के पुराने नेता खासकर वे नेता जो कि टिकट की लाइन में लगे थे खुश नहीं हैं। यह अलग बात है कि वे अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर नहीं कर रहे हैं। इन नेताओं का कहना है कि हम कई सालों से लाइन में लगे हैं। लेकिन,जब बात टिकट की आई तो पार्टी के पुराने वफादार कर्मठ नेताओं को दरकिनार करते हुए एक कल-परसो पार्टी में शामिल हुए एक अभिनेता को टिकट थमा दिया गया। गाजियाबाद सीट पर लगातार दो बार सांसद चुने गए केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह का टिकट कटने पर उनके समर्थक खासतौर पर ठाकुर बिरादरी के लोग नाराज हैं। इसका खुलासा पिछले तब हुआ जब हापुड़ के धौलाना क्षेत्र के छिजारसी टोल के पास पार्टी उम्मीदवार का पार्टी के ही कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर विरोध किया गया। कमोवेश यही हालत पश्चिमी यूपी की उन इलाकों का है जहां पर पहले और दूसरे चरण में मतदान होना है।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

Next Story