BJP का बड़ा फैसला: ये होंगे महाराष्ट्र और हरियाणा के CM
सूत्रों के मुताबिक, जानकारी आ रही है बीजेपी यहां जेजेपी के समर्थन से सरकार बना सकती है। इस बीच बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया है कि मनोहर लाल खट्टर और देवेंद्र फडणवीस ही सीएम होंगे।
तस्वीरों में समझें महाराष्ट्र-हरियाणा व उप्र उपचुनाव में मत हिस्सेदारी
महाराष्ट्र और हरियाणा व उप्र उपचुनाव में हुये चुनाव के नतीजे आ गए हैं। तो आइये वोटों की हिस्सेदारी पर एक नजर डालते हैं...
महाराष्ट्र: पवार-ठाकरे ने दिखाई मजबूती
पवार की पार्टी ने पश्चिम महाराष्ट्र की 66 सीटों पर पिछली बार की तुलना में बढिय़ा प्रदर्शन किया। यह क्षेत्र राकांपा का गढ़ माना जाता है लेकिन 2014 में उसने मात्र 18 सीटें यहां जीती थीं। इस बार 27 सीटें उसकी झोली में गईं हैं जबकि भाजपा का स्कोर करीब आधा ही रह गया।
…तो अब स्टेट हाइवे से गुजरने पर भी लगेगा टैक्स
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सड़क, पुल और पुलियों, आर.ओ.बी आदि का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
हार के बाद चेते अखिलेश अब चलेंगे मुलायम की सलाह पर, जल्द बड़ी कार्रवाई के संकेत
माना जा रहा है संगठन ने शीर्ष नेतृत्व को जमीनीं स्थिति के बारे में जानकारी नहीं दी। अब 2022 के विधानसभा चुनाव और 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने में जुट गए हैं। इसके लिए पार्टी में अमूलचूल परिवर्तन की संभावना जतायी जा रही है।
जाने कैसे निरहुआ को आजमगढ़ में मुलायम से ज्यादा मिले वोट
सपा के वोट बैंक में भी बढ़ोत्तरी नहीं हुई। ऐसे में गठबंधन भी जल्द ही टूट सकता है। ऐसी स्थिति में अगर पांच साल तक निरहुआ क्षेत्र में बने रहे तो उनकी राजनीतिक जमीन तैयार हो सकती है।
अरे ये क्या हुआ! मुलायम के बेटे को छोड़ और सारे बेटे हार गए
केवल अखिलेश यादव ही ऐसे बेटे रहे जिन्होंने अपने पिता मुलायम सिंह यादव की आजमगढ सीट से चुनाव जीतकर उनकी लाज बचाने का काम किया
करारी हार के बाद कांग्रेस में इस्तीफे का दौर जारी, इन नेताओं ने भेजा अपना इस्तीफा
राहुल को लेकर तरह-तरह की अटकलें चल रही हैं। हालांकि राहुल के इस्तीफे की पेशकश के बाद कांग्रेस पार्टी ने अभी चुप्पी साध रखी है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल अब भी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं।
हार के बाद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव पर ध्यान देने के लिए कहा
आप दिल्ली में सभी सात लोकसभा सीटों पर भारी मतों के अंतर से चुनाव हार गयी। उन्होंने कहा, ‘‘अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव किसी एक विधायक या पार्षद द्वारा नहीं लड़ा जाएगा
Election 2019: दस सीटें जीत कर भी क्यों खुश नहीं हैं मायावती
इस खराब प्रदर्शन की समीक्षा के लिए बसपा सुप्रीमों ने रविवार को अपनी पार्टी के सभी पदाधिकारियों और जीते हुये सांसदों को दिल्ली बुलाकर बैठक की। बैठक में मायावती ने नव निर्वाचित सांसदों को लोकसभा सदन के लिए तय पार्टी लाइन से भी वाकिफ कराया।