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Balrampur Hospital: डॉ. समद्दर का कमाल, ढ़ाई घण्टे में निकाला 4 किलो की बच्चेदानी, 105 किग्रा था महिला का वजन

Lucknow: बलरामपुर अस्पताल के सर्जन डॉक्टर एस.आर. समद्दर ने 105 किग्रा वजन वाली महिला का ऑपरेशन कर, 4 किलो की बच्चेदानी (Uterus) को सफलतापूर्वक निकाला।

Shashwat Mishra
Written By Shashwat Mishra
Published on: 3 Jun 2022 1:20 PM GMT
Balrampur Hospital: डॉ. समद्दर का कमाल, ढ़ाई घण्टे में निकाला 4 किलो की बच्चेदानी, 105 किग्रा था महिला का वजन
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डॉ. समद्दर ने सफलतापूर्वक निकाला 4 किलो की बच्चेदानी

Lucknow News Today: करिश्मा; एक ऐसा शब्द है, जिससे इंसान जब भी रूबरू होता है, ताज्जुब खा जाता है। ऐसा ही एक मामला, बीते हफ़्ते राजधानी लखनऊ (Lucknow) के बलरामपुर अस्पताल (Balrampur Hospital) में पहुंचा। जब एक 45 वर्षीय महिला, जिसका वजन 105 किलोग्राम था। पेट में दर्द व सूजन की शिकायत को लेकर, सर्जन डॉक्टर एस.आर. समद्दर (Surgeon Dr. S.R. Samaddar) की ओपीडी में पहुंची।

डॉक्टर के मुताबिक, उसने इससे पहले कई अस्पतालों में जाकर दिखाया था। लेकिन, उसके ऑपरेशन (Operation) में कई तरह की कठिनाइयां थीं या यूं कहें कि ज़ोखिम था। जिसे कोई अस्पताल लेना नहीं चाहता था। मग़र, डॉ. समद्दर को चुनौतियों पसंद हैं, इससे पहले भी उन्होंने कई बार जटिल ऑपरेशन किये थे। तो, उन्होंने इस 105 किग्रा वजन वाली महिला का भी ऑपरेशन कर, 4 किलो की बच्चेदानी (Uterus) को सफलतापूर्वक निकाला।

कई अस्पतालों ने ऑपरेशन से किया था मना

बलरामपुर अस्पताल के सर्जन डॉ. समद्दर ने बताया कि कई जगह से लौटाई गई मरीज का, हमारी टीम ने जटिल ऑपरेशन किया। वो 45 वर्षीय मरीज़, पिछले सप्ताह मेरे ओपीडी में, पेट दर्द व सूजन के साथ भर्ती हुई। जिसमें कई जटिलताएं थीं। जिसके कारण कई अस्पतालों ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया था। उन्होंने बताया कि मरीज उच्च रक्त चाप (High BP), हाइपोथॉयराइड (Hypothyroid) और मोटापा (Obesity) से ग्रसित थी। उसका वजन 105 किग्रा था।

ऑपरेशन करने में लगे ढ़ाई घण्टे

डॉ. समद्दर ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने उच्च रक्तचाप व हाइपोथॉयराइड नियन्त्रित करने के बाद, आज यानी 3 जून, 2022 को मरीज का ऑपरेशन कर 4 किलो का बच्चेदानी (Uterus) सफलतापूर्वक निकाल लिया। ऑपरेशन करने में 2 घन्टे 30 मिनट का समय लगा। उन्होंने कहा कि सबसे ज़रूरी बात यह रही कि हमें इस ऑपरेशन में रक्त की आवश्यकता नहीं पड़ी। मरीज खतरे से बाहर है।

इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक करने में गैस्ट्रोसर्जन डॉक्टर एस.आर. समद्दर, डॉक्टर ए.के. श्रीवास्तव, डॉ भट्ट और डॉ. भास्कर ने किया। इसके अलावा, स्टॉफ नर्स उमा व सीमा और रेजिडेंट मोहम्मद अनस ने भी सहयोग प्रदान किया।

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Shreya

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