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होम आइसोलेशन में हुई मौतों के बाद योगी ने कहा ऐसे रोगियों से हर रोज करें संवाद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड प्रबंधन के लिए राज्य स्तर पर गठित टीम-09 की तर्ज पर सभी जिलों में विशेष टीम गठित किये जाने की जरूरत है।

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Newstrack Network NetworkPublished By Dharmendra Singh
Published on: 2 May 2021 6:53 PM GMT
CM Yogi Adityanath
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड प्रबंधन के लिए राज्य स्तर पर गठित टीम-09 की तर्ज पर सभी जिलों में विशेष टीम गठित किये जाने की जरूरत है।अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाए, उसकी मॉनिटरिंग की जाए और जवावदेही तय की जाए। मुख्यमंत्री ने रविवार को टीम-9 की बैठक में यह निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन, आइसीसीसी सहित सभी हेल्पलाइन पर कार्यरत कार्मिक मरीजों-परिजनों को सही और समुचित जानकारी देना सुनिश्चित करें। उनके साथ संवेदनशील व्यवहार किया जाए। होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे लोगों को मेडिकल किट जरूर उपलब्ध कराएं। ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समितियों को इस कार्य में सक्रिय किया जाए।

जारी दिशा-निर्देश

- साप्ताहिक बन्दी, रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में आने वाले एक-एक प्रवासी व्यक्ति की स्क्रीनिंग कराई जाए। आवश्यकतानुसार क्वारन्टीन किया जाए। निगरानी समितियों से लेखपाल को भी जोड़ा जाना चाहिए।
- होम आइसोलेशन में उपचाराधीन लोगों से हर दिन संवाद बनाया जाना चाहिए। सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से प्रतिदिन कम से कम 45-50 हजार मरीजों से संपर्क किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री के स्तर पर भी मरीजों से बातचीत कर उनका हालचाल लिया जाए, फ़ीडबैक लिया जाए।
- सीएम हेल्पलाइन,आइसीसीसी सहित सभी हेल्पलाइन पर कार्यरत कार्मिक मरीजों/परिजनों को सही और समुचित जानकारी देना सुनिश्चित करें। उनके साथ संवेदनशील व्यवहार किया जाए।
- होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे लोगों को मेडिकल किट जरूर उपलब्ध कराएं। जितनी जल्दी इलाज शुरू होगा, स्वास्थ्य लाभ भी उतना ही शीघ्र होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समितियों को इस कार्य में सक्रिय किया जाए।
- सभी डीएम/सीएमओ अपने जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्रीय जनता के सतत संपर्क में रहें। जनप्रतिनिधियों का अनुभव और मार्गदर्शन कोविड प्रबंधन में सहायक होगा। फील्ड में तैनात सभी अधिकारी एक्टिव मोड में रहें। हर फोन कॉल अटेंड होनी चाहिए।
- प्रदेश सरकार सभी नागरिकों के सुचारु भरण-पोषण के लिए संकल्पित है। 05 मई से प्रदेश में पात्र लोगों को निःशुल्क राशन वितरण प्रारंभ हो रहा है। राशन वितरण केंद्रों पर कोविड विहैवियर पर सख्ती से अमल हो। पात्र लोगों को पूरी पारदर्शिता के साथ राशन वितरण किया जाए। इस संबंध में कृषि उत्पादन आयुक्त स्तर से कार्ययोजना तैयार कर ली जाए।
- प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है। मांग और आपूर्ति में संतुलन के लिए सभी जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। कल प्रदेश में 682 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का वितरण किया गया। आज 10 वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेज़ चल रही है। कम संक्रमण दर वाले जिलों में भी ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है। डीआरडीओ के नए कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था कर दी गई है।
- जामनगर (गुजरात) दुर्गापुर, बरजोरा (पश्चिम बंगाल) बोकारो (झारखंड), जमशेदपुर के साथ साथ काशीपुर, मोदीनगर और रुड़की से भी ऑक्सीजन की आपूर्ति कराई जा रही है। मेडिकल कॉलेजों/सरकारी असप्तालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों को आपूर्ति कराई जा रही है। सभी जिलों की स्थिति पर शासन स्तर से सीधी नजर रखी जानी चाहिए।
- ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए सरकार निजी क्षेत्र को सभी जरूरी सहयोग प्रदान करेगी। इस बारे में शासकीय नीति जल्द जारी की जाए। गन्ना विकास विभाग एवं आबकारी विभाग द्वारा भी ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट के संबंध में तेजी से कार्यवाही की जाए।
- कतिपय जिलों में वेंटिलेटर उपलब्ध हैं किंतु प्रशिक्षित मानव संसाधन के अभाव में इनके क्रियाशील न होने की जानकारी मिली है। स्वास्थ्य विभाग ऐसे सभी अस्पतालों के लिए तत्काल एनेस्थेटिक व अन्य टेक्नीशियन की उपलब्धता सुनिश्चित कराए। यह कार्य प्राथमिकता के साथ किया जाए। जिन जिलों में सीएमओ अथवा सीएमएस के पद रिक्त हैं, वहां 24 घंटे के भीतर नियुक्ति कर दी जाए।
- मरीज के परिजनों के साथ संवेदनशील व्यवहार किया जाना अपेक्षित है। हमारा सहयोगपूर्ण रवैया परिजन के लिए इस आपदाकाल में बड़ा सम्बल होगा। हेल्पलाइन में सेवाएं दे रहे कार्मिकों समुचित जानकारी दें। यदि कोई व्यक्ति किसी मरीज़ के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर की रीफिलिंग के लिए जा रहा है तो उसे यथासंभव सहयोग करे उसे रोका न जाए। अस्पताल में भरती मरीज़ों के परिजनों को दिन में कम से कम एक बार उनके मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी जरूर दी जाए। स्वास्थ्य मंत्री इस व्यवस्था को सुनिश्चित कराएं।


Dharmendra Singh

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