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UP News: सीएम योगी ने गरीब की बेटियों को दिया बड़ा उपहार, श्रमिकों के लिए भी जरूरी एलान
UP News: सीएम योगी ने राज्य की बेटियों को बड़ा तोहफा देने का एलान किया है। ऐसे में उन्होंने गरीब की बेटी के विवाह के लिए सहायता राशि 51 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये किये जाने का एलान किया है।
UP News: उत्तर प्रदेश में बच्चों और महिलाओं के लिए चलित योजनाओं के बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज समीक्षा की है। ऐसे में सीएम योगी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक मंडल मुख्यालय पर कम से कम एक महिला संरक्षण गृह और महिला शरणालय की स्थापना कराई जाए। साथ ही सीएम योगी ने राज्य की बेटियों को बड़ा तोहफा देने का एलान किया है। ऐसे में उन्होंने गरीब की बेटी के विवाह के लिए सहायता राशि 51 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये किये जाने का एलान किया है।
ऐसे में सीएम योगी ने गरीबों के परिवारों का ध्यान रखते हुए कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और बच्चों के सुपोषण के लिए समर्पित भाव से काम कर रही है। पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को स्नातक स्तर पर मुफ्त शिक्षा देने के लिए कार्ययोजना तैयार करें और निर्माण श्रमिकों के बच्चों और निराश्रित बच्चों के लिए बन रहे 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों का संचालन शुरू कराया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड एवं सामान्य) के सहज क्रियान्वयन एवं सतत मॉनिटरिंग के लिए एमआईएस पोर्टल तैयार कराया जाना चाहिए। यह कार्य आगामी 100 दिन में करने का लक्ष्य रखें।
साथ ही उन्होंने मदरसा शिक्षा के आधुनिकीकरण के प्रयास को आगे बढ़ाते हुए अगले 100 दिनों में मदरसा शिक्षा मोबाइल एप विकसित कर इसे शुरू करने की तैयारी पर जोर दिया। ये प्रस्ताव भी दिया कि मदरसा शिक्षा के पाठ्यक्रमों में भारतीय स्वाधीनता संग्राम के महानायकों, भारतीयता के प्रतीक महापुरुषों की जीवन गाथा को समाहित किया जाए।
इसके अलावा सीएम योगी ने गरीबों की बेटियों को बड़ा उपहार देने का एलान किया है। जिसके तहत सीएम योगी ने सामाजिक विवाह योजना के तहत गरीब की बेटी के विवाह के लिए सहायता राशि 51 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये किये जाने के लिए आवश्यक प्रबंध करने की हिदायत की।
आगे उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग की बालिकाओं के विवाह के लिए शादी अनुदान योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। यह सुखद है कि बीते छह सालों में तीन लाख 85 हजार 517 बालिकाओं का विवाह संपन्न हुआ है।