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Air Bag System: अब बाइक में भी लगेगी एयर बैग सिस्टम, मिला पेटेंट

Jhansi News: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा डीएसटी टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर के अंतर्गत मोटर बाइक में एयर बैग सिस्टम विकसित किये जाने सम्बन्धी टेक्नोलॉजी पर कार्य किया जा रहा है जिसे की भारत सरकार द्वारा पेटेंट प्रदान किया है।

Gaurav kushwaha
Published on: 27 Jun 2024 1:09 PM GMT
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Symbolic Image (Pic: Social Media)

Jhansi News: कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे के नेतृत्व में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा डीएसटी टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर के अंतर्गत मोटर बाइक में एयर बैग सिस्टम विकसित किये जाने सम्बन्धी टेक्नोलॉजी पर कार्य किया जा रहा है जिसे की भारत सरकार द्वारा पेटेंट प्रदान किया है। भारत सरकार के रोड ट्रांसपोर्ट एवं हाइवेज मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक तमाम प्रयासों के बाद भी भारत में दो पहिया वाहनों चालकों के प्रति वर्ष दो लाख से अधिक रोड एक्सीडेंट्स होते हैं। जिनमे से प्रत्येक घंटा लगभग 9 लोगों की मौत और 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते है।

दुर्घटना के दौरान चालक की जान बच सके

स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए दो पहिया वहां चालकों के रोड एक्सीडेंट्स एवं उनसे हो रही मौतों में कमी लाने के उद्देश्य से बुंदेलखंड विश्विद्यालय के डीएसटी टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर के माध्यम से किये जा रहे प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुलपति प्रो मुकेश पांडेय के नेतृत्व में इनोवेशन सेंटर के सह आचार्य डॉ लवकुश द्विवेदी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक आचार्य डॉ अवधेश प्रताप सिंह गौर एवं बी टेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र मोहम्मद नुमान आलम, नीलेंद्र प्रताप सिंह, सोमेश नारायण त्रिपाठी, प्रतीक कुमार सिंह की टीम द्वारा कार की भांति दो पहिया वाहनों में भी एयर बैग सिस्टम लगाए जाने सम्बन्धी टेक्नोलॉजी पर कार्य किया जा रहा है जिससे की दुर्घटना के दौरान चालक की जान बच सके तथा उसे कम से कम चोट आये। उक्त टीम द्वारा यह प्रोजेक्ट भारत सरकार को पेटेंट प्रदान किये जाने हेतु भेजा गया था जिसे की सरकार ने अब प्रकाशित कर दिया है।

एयर बैग व कई सारे सेंसर्स लगाए जायेंगे

इस टेक्नोलॉजी के अंतर्गत मोटर बाइक्स में सीट के नीचे एयर बैग तथा कई सारे सेंसर्स लगाए जायेंगे जोकि टक्कर की स्थिति में टक्कर की गंभीरता को मापते हुए प्रोसेसिंग यूनिट के माध्यम से एक अलर्ट सिगनल जेनेरेट करेंगे, यदि टक्कर झटके की निर्धारित सीमा से अधिक होगा तो ये सन्देश एयर बैग डिप्लॉयमेंट यूनिट को पास कर दिया जायेगा जिसके बाद एयर बैग्स खुल जायेंगे और चारों ओर से सिर के ऊपर तक चालक को सुरक्षा प्रदान करेंगे जिससे कि उसकी जान बच सके तथा साथ ही साथ चोट भी कम से कम आये। बतातें चलें कि पूर्व में इस हेतु किये गए प्रयासों से अलग बुविवि द्वारा विकसित की जा रही टेक्नोलॉजी में चालक को सिर सहित चारों ओर से एयर बैग से कवर करते हुए सुरक्षा प्रदान की जाएगी जिससे की यदि दुर्घटना के दौरान चालक ने हेलमेट नहीं पहना हो तब भी उसे सिर की चोट से बचाया जा सके I

Durgesh Sharma

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