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Jhansi News: मैंने बहुत मेहनत की, छात्रवृत्ति नहीं आई, इसलिए उठाया कदम

Jhansi News: बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम बराठा में संजना कुशवाहा परिवार समेत रहती थी। पिता ने बताया कि उसकी बेटी बुविवि से स्पोर्ट्स कोर्स बीपीईएस की पढ़ाई कर रही थी। साथ में एनसीसी की थी।

Gaurav kushwaha
Published on: 21 Jun 2024 3:06 PM GMT
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Symbolic Image (Pic:Newstrack)

Jhansi News: कॉलेज में सबकी छात्रवृति आ चुकी है, लेकिन उसकी नहीं आई। इसके लिए बीमार मां के साथ विकास भवन झांसी में बैठे बड़े अफसरों के पास भी गई, मगर वे झूठ बोलते रहे। हमने बहुत मेहनत की, लेकिन उसकी छात्रवृत्ति नहीं आई। अब उसे अंदर से घुटन होने लगी है इसलिए यह कदम उठा रही हूं। यह बात छात्रा ने आत्महत्या करने से पहले लिखे सुसाइड नोट में कही थी।बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम बराठा में संजना कुशवाहा परिवार समेत रहती थी। पिता ने बताया कि उसकी बेटी बुविवि से स्पोर्ट्स कोर्स बीपीईएस की पढ़ाई कर रही थी। साथ में एनसीसी की थी। घर की आर्थिक हालात ठीक नहीं थी इसलिए बेटी ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था। ताकि वह अपनी पढ़ाई को आगे जारी रख सके। लेकिन छात्रवृत्ति के लिए बेटी तीन माह से बहुत परेशान रहती थी।

बगीचे में बेटी ने लगाई फांसी

पिता ने बताया कि बीती रात पूरे परिवार के सदस्यों ने खाना खाया था। इसके बाद बेटी संजना अपनी मां औऱ छोटी बहन के साथ कमरे में सोई थी। जबकि वह बेटे के साथ बरामदे में लेटा था। रात को बेची न जाने कब उठकर घर के पास बने बगीचे में चली गई और वहां रस्सी से अमरुद के पेड़ पर फंदा बनाकर फांसी लगा ली। जब सुबह छह बजे जगे तो बेटी चारपाई पर नहीं थी। तलाश किया तो संजना पेड़ पर लटकी थी। इसके बाद ग्रामीण एकत्र हो गए औऱ पुलिस को सूचना दी गई।

सरकारी तंत्र ने हारी छात्रा ने लिखा सुसाइड नोट

पिता ने बताया कि पेड़ के नीचे बेटी की चप्पल और एक सुसाइड नोट रखा था। सुसाइ़ड नोट में लिखा था- मैं यह नोट इसलिए लिख रही हूं, ताकि पता चल सके कि उसने यह कदम क्यों उठाया। उसकी छात्रवृत्ति 28 हजार रुपए आनी थी, मगर नहीं आई। कॉलेज में सबकी छात्रवृत्ति आ चुकी है। इसके लिए विकास भवन झांसी तक हो आई। उन्होंने बोला कि तुम्हारा आधार कार्ड फीडिंग नहीं है। उसने वापस आकर देखा तो बैंक वालों ने बोला कि आधार फीडिंग है। साइबर कैफे पर चेक करवाया तो पता चला कि दो महीने तक आ जाएगी। वह विकास भवन मम्मी के साथ गई। उनकी तबीयत खराब थी, लेकिन मैं लेकर गई। दो महीने से ज्यादा हो गए, लेकिन छात्रवृत्ति नहीं आई तो हमें अंदर से घुटन होने लगी। उसने बहुत मेहनत की थी नहीं आई। हो सके तो माफ कर देना, इस कदम के लिए...संजना । सीओ सदर स्नेहा तिवारी का कहना है कि छात्रा ने सुसाइड किया है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

Durgesh Sharma

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