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Meerut: मेरठ का भैसाली बस अड्डा शहर से बाहर जाएगा, मोदीपुरम व परतापुर में बनेंगे रोडवेज बस अड्डा

Meerut: भैंसाली बस अड्डे को शहर से बाहर करने का निर्णय आज मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।

Sushil Kumar
Published on: 1 Jun 2022 3:58 PM GMT
Chief Secretary Durga Shankar Mishra
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मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा। (Social Media)

Meerut: आखिरकार शासन ने आज शहर के भैसाली बस अड्डे (Bhaisali Bus Stand) को शहर से बाहर करने की स्वीकृति प्रदान कर ही दी। नये बस अड्डे का निर्माम मोदीपुरम व परतापुर में किया जाएगा। हालांकि अभी शहर के सोहराबगेट बस अड्डे (Sohrabgate Bus Stand) को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। प्रदेश सरकार ने सोहराबगेट बस अड्डे (Sohrabgate Bus Stand) को पीपीपी योजना (PP Yojna) के अंतर्गत विकसित करने को मंजूरी दे रखी है। बता दें कि मेरठ में पिछले पांच साल से बस अड्डों को बाहर करने की मांग उठ रही है। मामला एनजीटी और हाईकोर्ट तक जा चुका है। ।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों के साथ की बैठक

भैंसाली बस अड्डे (Bhaisali Bus Stand) को शहर से बाहर करने का निर्णय आज मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन दुर्गा शंकर मिश्र (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक में अपर मुख्य सचिव, परिवहन एवं अपर मुख्य सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन, उत्तर प्रदेश तथा प्रबन्ध निदेशक, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम लखनऊ मुख्य सचिव कार्यालय में तथा मेरठ के अधिकारियों द्वारा एनआईसी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रतिभाग किया गया है। एनआईसी में आयुक्त सुरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी दीपक मीणा, उपज़िलाधिकारी सरधना सूरज पटेल, अपर ज़िलाधिकारी (प्रशासन) सत्यप्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक (यातायात) जितेन्द्र श्रीवास्तव, सम्भागीय परिवहन अधिकारी मेरठ हिमेश तिवारी, क्षेत्रीय प्रबन्धक रोडवेज़ के0के0 शर्मा एवं एन.सी.आर.टी.सी. अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

शहर के जाम का प्रमुख कारण भैंसाली बस अड्डा

बैठक में आयुक्त, मेरठ मण्डल द्वारा मुख्य सचिव को बताया गया कि मेरठ शहर में भैंसाली बस अड्डा शहर के अन्दर घनी आबादी के बीचों बीच संचालित है तथा शहर के जाम का प्रमुख कारण है। भैंसाली बस स्टेशन शहर के अंदर होने एवं बड़ी संख्या में रोजाना रोडवेज बस एवं सिटी बसों का आवागमन होने से शहर वासियों को ट्रैफिक जाम सहित अन्य समस्या से जूझना पड़ता है। अनुमानित रूप से 1150 बसें प्रतिदिन शहर के अन्दर आती हैं। इन बसों से आने-जाने वाली सवारियों के लिये भारी संख्या में ईरिक्शा/टेम्पो आदि भी संचालित होते हैं। इनमें मुख्यतः 80 सिटी बसें, 25 इलैक्ट्रिक बसें एवं लगभग 21,000 ईरिक्शा संचालित हैं।

आयुक्त द्वारा इस समस्या के समाधान के लिये राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम लिमिटेड द्वारा शहर में भविष्य के लिये यातायात की सुगम व्यवस्था एवं प्रदूषण तथा जाम की रोकथाम के लिये Integrated Multimodal Transit Complexes (IMTC) का निर्माण कराये जाने की आवश्यकता बताई गऊ, जिसके क्रम में आयोजित इस बैठक में भैंसाली बस स्टेशन को स्थानांतरित कर मेरठ शहर के बाहरी मोदीपुरम अथवा परतापुर में स्थापित कराये जाने का प्रस्ताव मुख्य सचिव के समक्ष रखा गया।

प्रस्ताव पर उपस्थित विभागीय अधिकारियों द्वारा अपना अपना पक्ष रखा गया, जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन द्वारा शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने एवं यातायात व्यवस्था को सुगम बनाए जाने के दृष्टिगत मोदीपुरम और परतापुर में Integrated Multimodal Transit Complexes (IMTC) बस स्टेशन का निर्माण कराएं जाने की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान करते हुए निर्देशित किया गया कि दोनों बस स्टेशन निर्माण किये जाने हेतु शीघ्र आवश्यक कार्रवाई प्रारम्भ की जाये।

Deepak Kumar

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