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Meerut: लोकसभा चुनाव से पहले मेरठ तक रैपिड रेल संचालन की तैयारी, इन स्टेशन का किया जा रहा कार्य

Meerut: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले मेरठ तक रैपिड रेल संचालन की तैयारी की जा रही है। इसके लिए मेरठ साउथ, परतापुर, शताब्दीनगर, ब्रह्मपुरी स्टेशन का कार्य किया जा रहा है।

Sushil Kumar
Published on: 14 Jun 2022 2:05 PM GMT
Meerut News In Hindi
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रैपिड रेल। 

Meerut: देश की पहली रैपिड ट्रेन का सफर जल्दी ही लोग कर पाएंगे। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम के रैपिड रेल (rapid rail) द्वारा लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले मेरठ तक रैपिड रेल संचालन (Rapid Rail Operations) की तैयारी की जा रही है। इसके लिए मेरठ साउथ, परतापुर, शताब्दीनगर, ब्रह्मपुरी स्टेशन का कार्य किया जा रहा है, जिससे स्टेशन का कार्य पूरा होने के बाद रैपिड रेल संचालन में कोई दिक्कत न हो सके। बता दें कि मार्च 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश की पहली रैपिड रेल (सरायकाले खां से मोदीपुरम) का शिलान्यास किया था।

गाजियाबाद के दुहाई डिपो पहुंच चुके रैपिड रेल के छह कोच

गुजरात के सावली से रैपिड रेल के छह कोच गाजियाबाद के दुहाई डिपो (Duhai Depot of Ghaziabad) पहुंच चुके हैं। अब मेरठ मेट्रो (Meerut Metro) के तीन कोच का इंतजार है। डिपो में ही ट्रेन को असेम्बल किया जाएगा। इसके लिए ट्रैक तैयार हो गए हैं। ट्रेन की टेस्टिंग के लिए तैयारी पूरी है। संचालन के लिए डिपो के अंदर ही प्रशासनिक भवन बनाया गया है। अब रैपिड रेल के ट्रायल रन की तैयारी शुरू होगी। अगले साल मार्च में 17 किलोमीटर के प्राथमिक खंड पर संचालन शुरू करने की तैयारी है। पूरे कॉरिडोर पर वर्ष 2024 में रैपिड रेल दौड़ने लगेगी।

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर दो तरह की चलेगी ट्रेन

रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (Regional Rapid Transit System) के दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर (दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर) पर दो तरह की रेल चलेंगी, एक रेल मोदीपुरम से बेगमपुल, परतापुर होते हुए दिल्ली के सरायकाले खां तक चलेगी, जिसका नाम है रैपिड रेल यानी आरआरटीएस। दूसरी रेल मोदीपुरम से बेगमपुल होते हुए परतापुर तक चलेगी जिसका नाम है मेरठ मेट्रो यानी एमआरटीएस। रैपिड रेल की कुल संख्या 30 रहेगी जो हर पांच से 10 मिनट के अंतराल पर 160 किमी की गति से आती जाती रहेंगी। इससे प्रतिदिन करीब आठ लाख लोग दिल्ली-मेरठ के बीच आवागमन करेंगे। मेरठ मेट्रो रेल के डिब्बे लगभग उसी तरह से रहेंगे जिस तरह के डिब्बे दिल्ली मेट्रो के होते हैं।

Deepak Kumar

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