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Meerut: मेरठ में योगी सरकार के राज्यमंत्री दिनेश खटीक और पुलिस में टकराव बरकरार

Meerut: प्रदेश सरकार में जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक और पुलिस प्रशासन में टकराव का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा हैं, जहां मंत्री का तेवर आक्रामक बना हुआ है, वहीं, पुलिस प्रशासन नए सिरे से साक्ष्य जुटा रही है।

Sushil Kumar
Published on: 14 Jun 2022 3:23 PM GMT
Meerut News In Hindi
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राज्यमंत्री दिनेश खटीक और पुलिस में टकराव बरकरार। 

Meerut: प्रदेश सरकार में जल शक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक (Minister of State for Jal Shakti Dinesh Khatik) और पुलिस प्रशासन (Police Administration) में टकराव का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा हैं, जहां मंत्री का तेवर आक्रामक बना हुआ है, वहीं, पुलिस प्रशासन नए सिरे से साक्ष्य जुटा रही है।

वह जनता का साथ नहीं देंगे तो जनता उनका साथ कैसे देगी: दिनेश खटीक

इस बीच जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक (Minister of State for Jal Shakti Dinesh Khatik) ने कहा कि वह जनता का साथ नहीं देंगे तो जनता उनका साथ कैसे देगी। वहीं, विपक्षी नेता इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार (Yogi Government) पर हमला करने से् नहीं चूक रहे हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि प्रदेश में भाजपा की दोबारा सरकार बनने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने एक बैठक में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को दो टूक शब्दों में कहा था कि अपनी दलाली बंद करें अधिकारियों को हम देख लेंगे। लेकिन यहां तो सरकार के मंत्री थानों में जाने से बाज नही आ रहे हैं।

टेंट व्यापारी से मारपीट मामले पर दिनेश खटीक कर रहे थे केस दर्ज करने की मांग

बता दें कि गंगानगर में 4 जून को टेंट व्यापारी कोमल कुमार के साथ मारपीट प्रकरण में सिपाही आकाश और विकास पर कार्रवाई नहीं कि जा रही थी, जिस पर राज्यमंत्री दिनेश खटीक (Minister of State for Jal Shakti Dinesh Khatik) ने थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। इसी बात को लेकर मंत्री और इंस्पेक्टर में नोकझोंक भी हुई थी। बाद में मामला तूपल पकड़ता देख पुलिस प्रशासन ने दोनों पक्षों की तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसका भी स्थानीय भाजपा नेताओं ने कड़ा विरोध दर्ज किया था। भाजपा नेताओं ने कहा कि पुलिस ने राज्यमंत्री दिनेश खटीक (Minister of State for Jal Shakti Dinesh Khatik) के मामले में क्रास मुकदमा दर्ज किया। यह क्रास मुकदमा सवालों में है। शहर विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार रहे कमल दत्त शर्मा कहते हैं, पुलिस के साथ यदि लूट, डकैती जैसी घटना हुई थी तो 7 दिन बाद मुकदमा क्यों? यह मान-सम्मान का मामला है।

राज्यमंत्री दिनेश खटीक का पुलिस एवं प्रशासन से टकराव का रिश्ता पुराना

वैसे,प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री दिनेश खटीक (Minister of State for Jal Shakti Dinesh Khatik) का पुलिस एवं प्रशासन से टकराव का रिश्ता पुराना रहा है। मेरठ में 13 फरवरी 2021 को गंगानगर थानाक्षेत्र के मीनाक्षी पुरम निवासी वकील ओंकार सिंह ने आत्म्हत्या कर ली थी। पुलिस को मौके से जो सुसाइड नोट मिला उसमें लिखा था कि भाजपा विधायक दिनेश खटीक (BJP MLA Dinesh Khatik) उत्पीड़न कर रहे हैं।2017 में भाजपा की सरकार बनते ही विधायक दिनेश खटीक (MLA Dinesh Khatik) पर दागी सिपाहियों की पैरवी करने का मामला काफी चर्चा में रहा। एसएसपी ने 62 सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया था। इसके बाद खटीक एसएसपी से सिपाहियों की पैरवी करने उनके ऑफिस पहुंचे थे।

एक इंस्पेक्टर को बलिया भिजवाने की धमकी में विधायक दिनेश खटीक खूब सुर्खियों में छाये रहे। 16 अगस्त 2018 को मेरठ के मवाना थाने में विधायक ने इंस्पेक्टर मुनेंद्रपाल सिंह को धमकाया और बलिया भिजवाने की धमकी दी। विधायक ने कहा था यदि इंस्पेक्टर को बलिया नहीं भिजवाया तो राजनीति छोड़ दूंगा। इनके अलावा भी उन पर कई तरह के आरोप लगे,लेकिन ‌इसके बावजूद संगठन का भरोसा उन पर बना रहा। अब दूसरे कार्यकाल में मंत्री ने सीधे एसपी देहात पर गंभीर आरोप मढ़ा है।

बहरहाल, ताजा मामले में दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) का समर्थक खेमा जहां इस बहाने पुलिस प्रशासन को घेरने में जुटा है, वहीं विरोधी चेहरे इस प्रकरण को तूल देने में जुट गए हैं। क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल (Regional President Mohit Beniwal) ने जिलाध्यक्ष विमल शर्मा से रिपोर्ट तलब कर प्रदेश इकाई को भेजा है।

Deepak Kumar

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