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Gorakhpur News Today: भाजपा एमएलसी को बिल्ली के बच्चे से 'सिरदर्द', जानें क्या है पूरा मामला

Gorakhpur News Today: भाजपा एमएलसी बिल्लियों से इतने परेशान हुए कि वन विभाग की टीम को तलब कर लिया। नियमों को ताक पर रखकर पहुंची टीम ने दो दिनों की कड़ी मेहनत के बाद इन बिल्लियों को पकड़ा।

Purnima Srivastava
Report Purnima SrivastavaPublished By Shreya
Published on: 9 Nov 2021 4:16 AM GMT
Gorakhpur News Today: भाजपा एमएलसी को बिल्ली के बच्चे से ‘सिरदर्द’, जानें क्या है पूरा मामला
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बिल्ली (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Gorakhpur News Today: बिल्ली को लेकर दो घटनाएं इन दिनों गोरखपुर (Gorakhpur) में सुर्खियों में हैं। एक तरफ नेपाल की पूर्व चुनाव आयुक्त इला शर्मा (Ila Sharma) की रेलवे स्टेशन से गायब हुई बिल्ली को तलाशने का इनाम (Billi Par Inam) 30 हजार रुपये तक पहुंच गया है, वहीं भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह (BJP MLC Devendra Pratap Singh) बिल्लियों से इतने परेशान हुए कि वन विभाग की टीम (Van Vibhag Ki Team) को तलब कर लिया। नियमों को ताक पर रखकर पहुंची टीम ने दो दिनों की कड़ी मेहनत के बाद इन बिल्लियों को पकड़ा। जिसके बाद भाजपा एमएलसी (BJP MLC) और उनका परिवार सकून की नींद ले रहा है।

भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह कौआबाग पुलिस चौकी (Kauwa Bagh Police Chowki) के सामने एक प्राइवेट कालोनी में रहते हैं। पिछले दिनों उनके घर देसी बिल्ली ने बच्चे को जन्म दिया। छह बिल्लियों को एमएलसी और उनके नौकरों ने भगाने की कोशिश की। लेकिन वह नाकाम रहे। एमएलसी बिल्लियों की शोर और गंदगी से इतने परेशान हुए कि उन्होंने रेंजर को ही तलब कर लिया।

इसके बाद अपने हनक का इस्तेमाल करते हुए एमएलसी ने वन विभाग के अफसरों को तलब किया। इसके बाद वन विभाग ने छह कर्मचारियों को बिल्लियों को पकड़ने के लिए लगाया। 48 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सभी छह बिल्लियों को वन विभाग (Forest Department) की टीम ने पकड़ लिया। सभी को जंगल में छोड़ दिया गया है। अब बिल्ली को पकड़ने का मामला तूल पकड़ रहा है।

वन विभाग द्वारा रेस्क्यू करने पर खड़े हुए सवाल

प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ.एच राजमोहन खुद स्वीकारते हैं कि वन्यजीव को रेस्क्यू करने का काम न तो वन विभाग का है, न ही प्राणी उद्यान का। इसलिए बिल्लियों के रेस्क्यू का प्रश्न ही नहीं उठता। लेकिन सवाल यह है कि जब वन विभाग बिल्लियों को पकड़ नहीं सकता है तो एमएलसी के आवास पर वन कर्मियों को जमावड़ा कैसे लगा रहा? खैर, इस घटना ने साबित कर दिया कि सत्ता के हनक से अफसरों की चाकरी का पैमाना बदल जाता है। मामला चाहे सपा सरकार के कद्दावर मंत्री रहे आजम खां की गुम हुई भैंस का हो या फिर एमएलसी साहब के घर बिल्लियों का।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अभी नहीं मिली 'हिवर'

नेपाल के पूर्व चुनाव आयुक्त इला शर्मा की गोरखपुर रेलवे स्टेशन (Gorakhpur Railway Station) से गुम हुई बिल्ली का मामला (Billi Ka Mamla) भी अटका हुआ है। दो साल पहले गायब हुई बिल्ली को तलाशने के लिए 30 हजार रुपये का इनाम रखा गया है। आरपीएफ, जीआरपी, वन विभाग से लेकर प्रशासन की टीम देसी बिल्ली को तलाशने में नाकाम है। पूर्व चुनाव आयुक्त ने 'हिवर द काठमांडू कैट' (Hiver The Kathmandu Cat) नाम से फेसबुक पेज बनाया है। जिससे माध्यम से वह मार्मिक अपील करती हुई दिखती हैं।

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Shreya

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