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''शहीद की अंत्येष्टि का न बनाया जाए राजनीतिक फोटो सेशन''

डेरा डंबर पानी के स्टाल और कुर्सियां लेकर हुए चंपत शहीद के पिता प्लेटफार्म पर बैठकर देखते रहे अपनी बेटे की जलती हुई चिता। सुबेदार  पवन सिंह ने बताया कि किस तरह शहीद का परिवार हर रोज कुर्बानी देता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 7 Oct 2020 9:02 PM IST
शहीद की अंत्येष्टि का न बनाया जाए राजनीतिक फोटो सेशन
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डेरा डंबर पानी के स्टाल और कुर्सियां लेकर हुए चंपत शहीद के पिता प्लेटफार्म पर बैठकर देखते रहे अपनी बेटे की जलती हुई चिता। सुबेदार  पवन सिंह ने बताया कि किस तरह शहीद का परिवार हर रोज कुर्बानी देता है।

रायबरेली जयहिंद युवा सेना की सैनिक प्रकोष्ठ की बैठक में हमेशा यह बात उठती रही है कि शहीद की अंत्येष्टि को सम्मान पूर्वक की जाये जयहिंद युवा सेना की मांग की शहीद की शहादत को ना बनाए जाये राजनीतिक फोटो सेशन ।

प्रशासन की संवेदनहीनता भी देखने को मिली

एसडीएम डलमऊ और नगर पंचायत डलमऊ की संवेदनहीनता शहीद शैलेंद्र सिंह की पूरी तरह चिता जलने से पहले ही उठाया। डेरा डंबर पानी के स्टाल और कुर्सियां लेकर हुए चंपत शहीद के पिता प्लेटफार्म पर बैठकर देखते रहे अपनी बेटे की जलती हुई चिता। सुबेदार पवन सिंह ने बताया कि किस तरह शहीद का परिवार हर रोज कुर्बानी देता है।

शहादत, शहादत, शहादत

ये शब्द जब जहन में आता है तो सिर गर्व से उठ जाता है। शहीद की शहादत पर हर किसी को नाज होता है। परिवार में माता, पिता, बच्चे, पत्नी, बहन, भाई, दोस्त के साथ हर किसी को शहीद पर गर्व होता है। समाज भी उसे गर्व की नजर से देखता है लेकिन इस शहादत के पीछे कई जिंदगियां ऐसी होती है जो प्रतिक्षण कुर्बानी देती है।

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shaheed

बच्चों को पिता का प्यार नहीं मिलता

बुढ़ापे की माता पिता की लाठी टूटती है तो बच्चों को पिता का प्यार नहीं मिलता। पत्नी को पति का दुलार नहीं मिलता तो बहन को रक्षा करने वाला भाई नहीं मिलता। भाई को उसका मददगार नहीं मिलता। दोस्त को उसकी दोस्ती नहीं मिलती। उसकी कमी पूरे परिवार को हर समय सलाती है। इससे हम सब कुछ दिनों बाद भूल जाते हैं लेकिन शहीद का परिवार प्रतिक्षण उसकी कमी को महसूस करता है।

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हम सब शहीदों के परिजनों की पीड़ा को अगर हर समय समझे तो शायद कुछ उनकी कमी को दूर कर सकें। रिटायर सूबेदार पवन सिंह ने इन तस्वीरों पर देखते ही उनका खून खौल उठा और उन्होंने कहा यह बहुत ही निंदनीय है शहीद का सम्मान सदैव बना रहेगा वही जब यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने एसडीएम ने एसडीएम डलमऊ को दोबारा मौके पर भेजा।

नरेंद्र ,रायबरेली



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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