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UP: अलग-अलग सड़क हादसों में 2 लोगों की मौत, 3 दर्जन घायल, एक बस जली
मेरठ/बिजनौर: प्रदेश में योगी सरकार बनते ही गड्ढा मुक्त सड़कों का दावा किया गया था लेकिन 10 महीने बाद भी हालत जस की तस है। अच्छी सड़कों के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। मेरठ में सड़कों का और बुरा हाल है। इसके चलते आए दिने हादसे होते रहते हैं। गुरुवार (15 फरवरी) को भी एक ऐसा ही हादसा मवाना रोड के इंचौली थाना क्षेत्र में हुआ। सैनी पुल के निकट एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में एक बस 20 फुट गहरे गड्ढे में जा गिरी। हादसे के बाद बस में भीषण आग लग गई। आग लगने से आस-पास हड़कंप मच गया। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
वहीं दूसरी तरफ, बिजनौर में आज उस वक्त एक दर्दनाक हादसा हो गया जब एक तेज़ रफ़्तार बस ने पहले बाइक को टक्कर मारी और बाद में बस अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। इस हादसे में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बस सवार 20 लोग घायल हो गए, जबकि 6 अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों को पहले मंडावर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां, डॉक्टरों की गैरमौजूद के कारण घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मेरठ हादसे में एक की हालत गंभीर
जबकि मेरठ हादसे में कई सवारी घायल हुए हैं जिसमें एक की हालत गंभीर है। जानकारी के अनुसार, इंचौली के रहने वाले मौ. असलम की एक बस मेरठ-बिजनौर मार्ग पर चलती है। गुरुवार सुबह करीब 9 बजे मवाना अड्डे से करीब 35 सवारियों को लेकर बस बिजनौर के लिए रवाना हुई। देवप्रिया पेपर मिल और काली नदी पुल के निकट सड़क पर बने गड्ढों के चलते बाइक सवार का संतुलन बिगड़ गया। सामने से आ रही बस का बाइक को बचाने के चक्कर में संतुलन बिगड़ा और वह बीस फुट गहरे गड्ढे में जा गिरी। कुछ देर बाद बस में आग लग गई।
काफी देर बाद पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ी
स्थानीय लोगों ने सवारियों को बस से बाहर निकाला। हादसे में कुछ सवारियां घायल हो गई। वहीं, बाइक सवार इश्तेयाक पुत्र लतीफ को गंभीर चोटें आई हैं। लोगों का कहना है कि आरोप है कि फायर बिग्रेड को सूचना देने के बाद भी काफी देर बाद पहुंची। जब तक फायर बिग्रेड आती बस पूरी तरह जल चुकी थी। वहीं घायलों को लोगों की मदद से नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।